कसूरी मेथी के क्या है उपयोग व नुकसान | Kasoori Methi benefits and side effects in hindi

0
(0)

कसूरी मेथी क्यों है उपयोगी और क्या है नुकसान  Kasoori Methi why usefull and side effects in hindi 

कसूरी मेथी मुख्यतः एशिया के ‘मेडिटेरेनियन’ क्षेत्र में पाई जाती है. ऐसा माना जाता है कि ये पुराने जड़ी बूटियों में से एक है. इसका प्रयोग रसोई में खाना बनाने से लेकर आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी होता है. इसके प्रयोग से मानव शरीर को कई तरह के लाभ प्राप्त होते है. इसके सेवन से होने वाले लाभ और सेवन के दौरान की जाने वाले परहेज का विशेष वर्णन यहाँ पर किया जा रहा है, जिस पर गौर करके आप एक स्वास्थ तरीके से मेथी का सेवन कर सकते हैं.

class="wp-block-image size-full">कसूरी मेथी क्यों है उपयोगी और क्या है नुकसान  Kasoori Methi why usefull and side effects in hindi 

कसूरी मेथी त्वचा सम्बंधित लाभ (Kasuri Methi Skin Benefits)

कसूरी मेथी का प्रयोग अपनी त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए भी किया जा सकता है. ये मुहांसों, दानों आदि के इलाज में सहायता करता है. इसका प्रयोग त्वचा सम्बंधित परेशानियों में करने के लिए सबसे पहले इसे पानी में डाल कर उबाल लें. पानी ठंडा हो जाने पर उस पानी से अपना मुंह धोयें. प्रतिदिन इस तरह से इसका प्रयोग करने पर कील मुंहासे कम होने लगते हैं. यह मुहांसे हटाने के लिए घरेलू उपाय है. साथ ही मेथी के पत्ते का पेस्ट बना कर त्वचा के प्रभावित क्षेत्रों में लगाएं और 20 मिनट के लिए छोड़ दें. इसके बाद साफ़ पानी से मुंह धो लें. इससे त्वचा सम्बंधित साधारण परेशानियाँ कम होने लगती हैं.

कसूरी मेथी बाल सम्बंधित लाभ (Kasuri Methi for Hair Benefits)

मेथी का इस्तेमाल बाल सम्बंधित परेशानियों के निदान के लिए के लिए भी किया जाता है. अपने बाल को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से मेथी अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं. नियमित रूप से मेथी से बने व्यंजनों के सेवन से बाल जड़ों से मजबूत होते हैं और घने- काले हो जाते हैं. सेवन के साथ साथ मेथी का प्रयोग बाल के लिए वाह्य रूप से भी किया जाता है, वाह्य रूप से मेथी का प्रयोग बालों के लिए करना हो, तो इसके लिए साफ़ पानी लें. इस पानी में मेथी डालें और इसे उबाल लें. इस उबले हुए पानी से बालों के सिरों तक मालिश करें. इस मालिश से शीघ्र ही लाभ पहुँचने लगता है.

कसूरी मेथी के पत्ते के लाभ (Kasuri Methi Leaves Benefits)

आंत्र सम्बंधित समस्या से निदान :

ये मेथी लीवर सम्बंधित परेशानियों और डाईपेप्सिया के निदान में सहायक है. साथ ही यह गैस्ट्रिक समस्याओं से निदान में भी सहायता करता है. डीसेंट्री डाईरिया आदि के समय इसका सेवन रोगी को कराया जा सकता है, जिससे उसे राहत मिलती है.

माउथफ्रेशनर :

मेथी पत्ते से घर में ही माउथ फ्रेशनर बनाया जा सकता है. यह माउथ फ्रेशनर बहुत कारगर होता है. इसे बनाने के लिए सबसे पहले मेथी पत्ते को सुखा लें. इन सूखे हुए पत्ते को अच्छे से पीस लें. किसी साफ़ बर्तन में नीम्बुओं की कुछ बूँद डालें और इसमें पीसा हुआ मेथी पत्ता भर के रख दें. इस बर्तन को कुछ समय के लिए गर्म करें. इसके ठन्डे हो जाने के बाद इसका इस्तेमाल करें.

डायबिटीज में लाभदायक :

मेथी पत्ता त्वचा के दाग़ धब्बों के निदान में बहुत कारगर होता है. यदि आपके चेहरे पर किसी तरह का दाग़ धब्बा है, तो मेथी साग का प्रयोग इसके लिए किया जा सकता है. इसे पीस कर इसमें कुछ बूँद पानी मिलाकर दाग़ धब्बो वाली जगहों पर लगाएं. इसे नियमित रूप से प्रतिदिन लगाएं. जल्द ही दाग़ धब्बे कम होने लगेंगे.

ज्वर के निदान में सहायक :

ज्वर ग्रषित व्यक्ति को यदि शहद और नीबू के साथ मेथी पत्ता का सेवन कराया जाए, तो ज्वर उतरने लगता है. कई हेल्थ फ़ूड स्टोर में मेथी निहित चाय भी बेची जाती है. ये चाय इम्युनिटी बढाने में सहायक होती है. इससे ज्वर में खूब राहत मिलती है.

कसूरी मेथी का प्रयोग (Kasuri Methi Uses)

कसूरी मेथी का प्रयोग कई तरह से होता है. इसकी पत्तियों से लेकर इसके बीज सभी कुछ काम के हैं. इसकी ताज़ी हरी पत्तियों का इस्तेमाल सलाद बनाने के लिए किया जाता है. विभिन्न तरह के व्यंजनों में मेथी साग डालने के लिए इसे सुखा कर रखा जाता है. इसके बीज भी मसाले में प्रयोग किये जाते हैं.

कसूरी मेथी से नुकसान (Kasuri Methi Side Effects)

मानव शरीर में जिस तरह किसी तत्व की कमी कई तरह के रोगों को आमंत्रित करती है, उसी तरह किसी तत्व की अधिकता भी विभिन्न तरह के रोगों की वजह बन जाती है. अतः इसके इस्तेमाल और इसका सेवन करते हुए निम्न बातों का ध्यान दें:

  • इसके पेस्ट को अपने चमड़े में लगाने से पहले ये समझ लें कि आपको किसी तरह की त्वचा सम्बंधित अन्य रोग अथवा एलर्जी नहीं है.
  • गर्भावस्था के समय इसके अधिक सेवन से मिसकैरेज होने की सम्भावना रहती है. अतः इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से एक बार ज़रूर सलाह लें.
  • यदि आप किसी तरह की दवाई ले रहे हों, इस बात का ध्यान रखें कि दवाई लेने के दो घंटे पहले अथवा दो घंटे बाद ही मेथी का सेवन हुआ हो. इसका कारण ये है कि मेथी में पाए जाने वाले तत्व अच्छे शोषक होते हैं, जो दवा में निहित तत्वों को शोषित कर लेते हैं.
  • हालांकि इसके कई लाभ हैं किन्तु इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श ले लें, ताकि यदि किसी दवा लेते हुए मेथी से परहेज करना हो तो किया जा सके.

इस तरह कसूरी मेथी के पत्ते से लेकर इसके बीज का प्रयोग विभिन्न तरह से व्यंजन से लेकर औषधि के रूप में प्रयोग होता है.  

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating 0 / 5. Vote count: 0

No votes so far! Be the first to rate this post.

Leave a Comment

RMLAU Result 2024 | Check UG and PG Odd Semester Results at rmlau.ac.in Rupal Rana: The Inspiring Journey to UPSC AIR 26 with Family Support GSSSB Clerk Call Letter 2024 Released: Direct Group 4 Admit Card Download Link