प्रश्न 1.
निम्न फलनों की सातत्यता का परीक्षण कीजिए-
(b)
दिया गया फलन
= कोई अस्तित्व नहीं है।
∵ बायीं सीमा तथा दार्थी सीमा का कोई अस्तित्व नहीं है।
अत: दिया हुआ फलन x = 0 पर असतत है।
(c)
दिया गया फलन
तथा x = 3 के लिए।
f(3) = 1 + x ⇒ 1 + 3 = 4
∴ f(3 – 0) = (3 + 0) = f(3) = 4
अतः दिया गया फलन x = 3 पर सतत है।
(d)
दिया गया फलन
तथा x = 0 के लिए,
f(0) = sin 0 = 0
∴ f(0 – 0) = f(0 + 0) = f(0) = 0
अत: दिया हुआ फलन x = 0 पर सतत है।
(e)
दिया गया फलन
तथा x = a के लिए,
f(a) = 0 (प्रश्नानुसार)
∴ f(a – 0) = f(a + 0) ≠ f(a)
अतः दिया हुआ फलन x = a पर असतत है।
(f)
दिया गया फलन
तथा x = a के लिए,
f(a) = 0 (प्रश्नानुसार)
∴ f(a – 0) = f(a + 0) ≠ f(a)
अतः दिया हुआ फलन x = a पर असतत है।
(g)
दिया गया फलन
तथा x = a के लिए,
f(a) = 0.
∴ f(a – 0) = f(a + 0) = f(a) = 0
अतः दिया हुआ एलन x = a पर सतत है।
प्रश्न 2.
फलन f(x) = x – [x] की x = 3 पर सततता का परीक्षण कीजिए।
हल :
दिया गया फलन, f(x) = x – [x], x = 3 पर
बायीं सीमा (Left hand limit) के लिए,
f(3 – 0) = limh→0 f(3 – h)
= limh→0 (3 – h) – [3 – h]
= 3 – 2
= 1
[क्योंकि 3 के पहले महत्तम पूर्णांक 2 है।]
दाय सीमा (Right hand limit) के लिए,
f(3 + 0) = limh→0 f(3 + h)
= limh→0 (3 + h) – [3 + h]
= 3 – 3
= 0
∴(3 – 0) ≠ f(3 + 0)
अतः दिया हुआ फलन x = 3 पर असतत है।
प्रश्न 3.
यदि निम्न फलन
बिन्दु x = 2 पर सतत है, तब λ का मान ज्ञात कीजिए।
हल :
बायीं सीमा (Left hand limit) के लिए,
∴ फलन x = 2 पर सतत है, तब
f(2 – 0) = f(2 + 0) = f(2)
तब 7 = 7 = λ.
अतः λ = 7.
प्रश्न 4.
निम्न फलन
के अन्तराल [-1,2] में सततता का परीक्षण कीजिए।
हल :
हम यहाँ पर फलन की सततता की जाँच बिन्दु x = 0 पर कारेंगे तथा 0 ∈ [-1, 2].
x = 0 पर फलन की सततता का परीक्षण,
बायीं सीमा (Left hand limit) के लिए,
f(0 – 0) = limh→0 f(0 – h)
= limh→0 (0 – h)²
= limh→0 h²
= 0
दायीं समा (Right hand limit) के लिए,
f(0 + 0) = limh→0 f(0 + h)
= limh→0 4(0 + h) – 3
= limh→0 4h – 3
= 0 – 3
= – 3
∴ f(0 – 0) ≠ f(0 + 0)
बार्थी सीमाके ≠ दार्थी सीमा
अतः फलन x = 0 पर असतत है तथा x ∈ [-1, 2]
x = 1 पर फलन की सततता का परीक्षण
बायीं सीमा (Left hand limit) के लिए,
f(1 – h) = limh→0 4 (1 – h) – 3
= limh→0 4 – 3 – 4h
= 4 – 3 – 0 = 1
दाय सीमा (Right hadn limit) के लिए,
(1 + h) = limh→0 5(1 + h)² – 4(1 + h)
= limh→0 5(1 + h² + 2h) – (4 + 4h)
= limh→0 5h² + 10h + 5 – 4 – 4h
= 5 x 0 + 10 x 0 + 1 – 4 (0)
= 1
x = 1 पर फलन का मान ।
f(1) = 4 x 1 – 3 = 1
∵ limh→0 f(1 – h) = f(1) = limh→0 f(1 + h)
∴ फलन x = 2 पर सततता है।
अत: दिया हुआ फलन अन्तराल [-1, 2] में असतत है।
प्रश्न 1.
सिद्ध कीजिए कि निम्न फलन x के प्रत्येक मान के लिए अवकलनीय है
(i) तत्समक फलन f(x) = x
(ii) अचर फलन f(x) = c, जहाँ c अचर है।
(iii) f(x) = ex
(iv) f(x) = sinx.
हल :
(i) दिया है कि f(x) = x, तत्समक फलन है।
जहाँ x ∈ R (R वास्तविक संख्याओं का समुच्चय)
माना a कोई स्वेच्छ वास्तविक संख्या है, तब
x = a पर f(x) को बायाँ अवकलज (Left hand derivative)
पुन: x = a पर f(x) का दायाँ अवकलज (Right hand derivative)
अतः तत्समक फलन f(x) = x, x के प्रत्येक मान के लिए अवकलनीय
इति सिद्धम्।
(ii) दिया है कि अचर फलन f(x) = c, जहाँ c अचर है। फलन f(x) का प्रान्त वास्तविक संख्याओं का समुच्चय R है।
माना a कोई स्वेच्छ वास्तविक संख्या है, तब
x = a पर f(x) का बायाँ अवकलज (Left hand derivative)
पुन: x = a पर f(x) का दायाँ अवकलज (Right hand derivative)
अतः अचर फलन (x) = c, x के प्रत्येक मान के लिए अवकलनीय
इति सिद्धम्।
(iii) दिया गया फलन f(x) = ex जहाँ x ∈ R
माना a कोई स्वेच्छ वास्तविक संख्या है, तब
x = a पर f(x) का बायाँ अवकलज (Left hand derivative)
पुन: x = a पर f(x) का दायाँ अवकलज (Right hand derivative)
अतः अचर फलन (x) = ex, x के प्रत्येक मान के लिए अवकलनीय
इति सिद्धम्।
(iv) दिया गया फलन f(x) = sin x, जहाँ x ∈ R
माना a कोई स्वेच्छ वास्तविक संख्या है, तब
x = a पर f(x) का बायाँ अवकलज (Left hand derivative)
पुनः x = a पर f(x) का दायाँ अवकलज (Right hand derivative)
= cos a × 1
= cos a
∴ f’ (a – 0) = f’ (a + 0)
अतः फलन f(x) = sin x, x के प्रत्येक मान के लिए अवकलनीय है।
इति सिद्धम्।
प्रश्न 2.
सिद्ध कीजिए कि फलन f(x) = | x | बिन्दु x = 0 पर अवकलनीय नहीं है।
हल :
x = 0 पर अवकलनीयता के लिए,
बायाँ पक्ष का अवकलज (Left hand derivative)
L.H.D.
तथा दाएँ पक्ष का अवकलज (Right hand derivative)
R.H.D.
अतः फलन f(x), x = 0 पर अवकलनीय नहीं है। इति सिद्धम्।
प्रश्न 3.
फलन f(x) = |x – 1| + |x|, का बिन्दुओं x = 0, 1 पर अवकलनीयता को परीक्षण कीजिए।
हल :
हम दिए गए फलन को निम्न प्रकार भी लिख सकते हैं :
x = 0 पर अवकलनीयता के लिए,
बाएँ पक्ष का अवकलन (Left hand derivative)
L H.D.
दाएँ पक्ष का अवकलज (Right hand derivative)
R.H.D.
अतः फलन f(x), x = 0 पर अवकलनीय नहीं है।
अब x = 1 पर अवकलनीयता के लिए,
बाएँ पक्ष का अवकलज (Left hand derivative)
तथा दाएँ पथ का अवकलज (Right hand derivative)
अतः फलन f(x), x = 1 पर अवकलनीय नहीं है।
इति सिद्धम्।
प्रश्न 4.
फलन f(x) = |x – 1| + |x – 2| के अन्तराल [0, 2] में अवकलनीयता का परीक्षण कीजिए।
हल :
दिए गए फलन को निम्न प्रकार भी लिख सकते हैं,
यहाँ फलन की अवकलनीयता की जाँच बिन्दु x = 1 पर करेंगे। क्योंकि 1 ∈ [0, 2]
x = 1 पर अवकलनीयता के लिए।
बाएँ पक्ष का अवकलज (Left hand derivative)
L.H.D.
दाएँ पक्ष का अवकलज (Right hand derivative)
R.H.D.
फलन f(x), x = 1 पर अवकलनीय नहीं है तथा x = [0, 2]
अत: दिया हुआ फलन अन्तराल [0, 2] में अवकलनीय नहीं है।
इति सिद्धम्।
प्रश्न 5.
निम्न फलन
की बिन्दु पर अवकलनीयता का परीक्षण कीजिए।
हल :
x = 0 पर अवकलनीयता के लिए,
बाएँ पक्ष का अवकलज (Left hand derivative)
दाएँ पक्ष का अवकलज (Right hand derivative)
अतः x = 0 पर फलन अवकलनीय है।
प्रश्न 6.
फलन
की बिन्दु x = 0 पर अवकलनीयता का परीक्षण कीजिए।
हल :
x = 0 पर अवकलनीयता के लिए,
बाएँ पक्ष का अवकलज (Left hand derivative)
L.H.D.
दाएँ पक्ष का अवकलज (Right hand derivative)
R.H.D.
अतः x = 0 पर फलन अवकलनीय है।
प्रश्न 7.
सिद्ध कीजिए कि निम्न फलन
(a) बिन्दु x = 0 पर सतत है यदि m > 0
(b) बिन्दु x = 0 पर अवकलनीय है यदि m > 1
हल :
(a) x = 0 पर सततता
(i) x = 0 पर फलन का मान f(0) = 0
(ii) x = 0 पर f(x) की बार्थी सीमा
(iii) x = 0 पर f(x) की दायीं सीमा
x = 0 पर फलन f(x) सतत होगा यदि (i) व (iii) अगल-अलग शून्य हों। ,
चूँकि
अत: दोनों सीमाएँ शून्य होंगी यदि m > 0
अतः फलन f(x), x = 0 पर सतत है यदि m> 0
(b) x = 0 पर अवकलनीयता,
x = 0 पर बायाँ अवकलज (left hand derivative)
x = 0 पर दायाँ अवकलज (Right hand derivative)
दिया है कि f(x), x = 0 पर अवलनीय है, तब
f’ (0 – 0) = f’ (0 + 0),
जो कि समीकरण (i) व (ii) से
तभी सम्भव है जबकि m – 1 > 0 या m > 1
अतः दिया गया फलन f(x), x = 0 पर अवकलनीय है, यदि m> 1.
इति सिद्धम्।
प्रश्न 8.
निम्न फलन की x = 0 पर अवकलनीयता का परीक्षण कीजिए :
हल :
x = 0 पर बायाँ अवकलज (Left hand derivative)
x = 0 पर दायाँ अवकलज (Right hand derivation)
अतः फलन x = 0 पर अवकलनीय नहीं है।
प्रश्न 9.
फलन
की बिन्दु x = 0 पर अवकलनीयता का परीक्षण कीजिए।
हल :
x = 0 पर बायाँ अवकलज (Left hand derivative)
x = 0 पर दायाँ अवकलज (Right hand derivative)
यहाँ बायाँ व दायाँ अवकलज विद्यमान नहीं है।
अत: x = 0 पर दिया गया फलन अवकलनीय नहीं है।
प्रश्न 10.
फलन
बिन्दु x =
हल :
x =
पुनः x =
अतः ∴ x =
प्रश्न 11.
m तथा n के मान ज्ञात कीजिए जबकि फलन
प्रत्येक बिन्दु पर अवकलनीय है।
हल :
दिया है कि फलन f(x), x = 1 अवकलनीय है। हम जानते हैं। कि प्रत्येक अवकलनीय फलन सतत होता है। अतः x = 1 पर फलन f(x) सतत है।
∴ बाय सीमा (Left hand limit)
f(1 – 0) = limh→0 f(1 -h)
= limh→0 (1 + h)² + 3(1 – h) + m
= (1 – 0)² + 3(1 – 0) + m
= 1 + 3 + m
= 4 + m
अब दार्थी सीमा (Right hand limit)
f(1 + 0) = limh→0 f(1 + h)
= limh→0 n(1 + h) + 2
= n(1 + 0) + 2
= n + 2
∴ फलन x = 1 पर सतत है, तब
f(1 – 0) = f(1 + 0)
तब 4 + m = n + 2
या m – n = – 2
पुनः x = 1 पर f(x) अवकलनीय है।
तब x = 1 पर बायाँ अवकलज (Left hand derivative)
तथा x = 1 पर दायाँ अवकलज (Right hand derivative)
∴ x = 1 पर फलन अवकलनीय है।
तब f’ (1 – 0) = f’ (1 + 0)
5 = n ⇒ n = 5
n का मान समीकरण (i) में रखने पर,
⇒ m – 5 = – 2
⇒ m = – 2 + 5
m = 3
अतः m = 3 तथा n = 5
प्रश्न 1.
यदि फलन f(x) =
(a) 6
(b) 3
(c) 1
(d) 0
हल :
f(x) =
दाँय सीमा (RHL.)
फलन x = 3 पर संतत है इसलिए
f(3) = f(3 + 0)
f(3) = 6
अतः विकल्प (a) सही है।
प्रश्न 2.
यदि
x = 0 पर संतत है तब m का मान होगा :
(a) 3
(b)
(c) 1
(d) 0
हल :
= 3 × 1
= 3
फलन x = 0 पर संतत है इसलिए
f(0) = f(0 + 0)
m = m
अतः विकल्प (a) सही है।
प्रश्न 3.
यदि
बिन्दु x = 0 पर सतत है, तब k का मान होगा :
(a) 0
(b) m + n
(c) m – n
(d) m.n
हल :
∴ फलन x = 0 पर सतत है।
⇒ m + n = λ
⇒ λ = m + n
अतः विकल्प (c) सही है।
प्रश्न 4.
यदि
बिन्दु x = 3 पर सतत है तब λ का मान होगा :
(a) 4
(b) 3
(c) 2
(d) 1
हल :
बाय सीमा (Left hand limit)
f(3 – 0) = limh→0 f(3 – h)
= limh→0 (3 – h) + λ.
= (3 – 0) + λ
= 3 + λ
∵ x = 3 पर फलन सतत है, तब
f(3 – 0) = f(3)
3 + λ = 4
λ = 4 – 3
λ = 1
अतः विकल्प (d) सही है।
प्रश्न 5.
यदि f(x) = cot x, x =
(a) n ∈ Z
(b) n ∈ N
(c)
(d) n = 0
हल :
∵ फलन x =
अतः विकल्प (c) सही है।
प्रश्न 6.
फलन f(x) = x |x| के उन बिन्दुओं का समुच्चय, जिन पर वह अक्कलनीय होगा :
(a) (0, ∞)
(b) (-∞,∞)
(c) (-∞, 0)
(d) (-∞, 0) ∩ (0, ∞)
हल :
दिए गए फलन को निम्न प्रकार से लिख सकते हैं,
अतः फलन x = 0 अवकलनीय है।
अतः फलन अन्तराल (- ∞, ∞) में अवकलनीय है।
अतः विकल्प (b) सही है।
प्रश्न 7.
निम्न फलनों में से कौन-सा x = 0 पर अवकलनीय नहीं है:
(a) x |x|
(b) tan x
(c) e-x
(d) x + |x|
हल :
x = 0 पर बायाँ अवकलज
x = 0 पर बायाँ अवकलज
∴ f’ (0 – 0) ≠ f’ (0 + 0)
अतः फलन (x) = x + |x|
x = 0 पर अवकलनीय नहीं है।
अतः विकल्प (d) सही है।
छात्र इसी प्रकार अन्य तीनों विकल्पों की जाँच करें।
प्रश्न 8.
फलन
के लिए f(x) का x = 2 पर बाएँ अवकलज का मान होगा
(a) -1
(b) 1
(c)-2
(d) 2
हल :
x = 2 पर बायाँ अवकलज
अतः विकल्प (b) सही है।
प्रश्न 9.
फलन f(x) = |x| अवकलनीय नहीं है
(a) प्रत्येक पूर्णाक पर
(b) प्रत्येक परिमेय संख्या पर
(c) मूल बिन्दु पर
(d) सर्वत्र
हल :
∵ [x] महत्तम पूर्णांक फलन सभी पूर्णाकों पर असतत होता है।
तथा हम जानते हैं कि प्रत्येक असतत फलन अवकलनीय नहीं होता है :
अत: विकल्प (a) सही है।
प्रश्न 10.
फलन
बिन्दु x = 0 पर अवकलनीय है, तब x = 0 पर f(x) का दायाँ अवकलज का मान होगा-
(a) -1
(b) 1
(c) 0
(d) अपरिमित
हल :
x = 0 पर दायाँ अवकलज
अतः विकल्प (b) सही है।
प्रश्न 11.
फलन f(x) = | sin x | + | cos x | + |x|, ∀ x ∈ R की सततता का परीक्षण कीजिए।
हल :
माना x = c कोई स्वेच्छ वास्तविक संख्या है, तब x = c पर फलन (x) की सततता के लिए,
बार्यी सीमा (Left hand limit)
f(c – 0) = limh→0 f(c – h)
= limh→0 | sin (c – h) | + | cos (c – h) | + | (c – h) |
= | sin (c – 0) | + | cos (c – 0) | + | (c – 0) |
= | sin c | + | cos c| + | c |
= sin c + cos c + c
दाय सीमा (Right hand limit)
f(c + 0) = limh→0 f(c + h)
= limh→0 | sin (c + h)| + | cos (c + h) | + | (c – h) |
= | sin (c + 0) | + | cos (c + 0) | + | c + 0 |
= | sin c | + | cos c | + | c |
= sin c + cos c + c
x = c पर फलन का मान
f(c) = | sin c | + | cos c | + | c |
= sin c + cos c + c
∴ f(c – 0) = (c + 0) = f(c)
अतः फलन x = c पर सतत है।
अत: फलन f(x), R में सर्वत्र सतत है।
प्रश्न 12.
यदि फलन
बिन्दु x = 0 पर सतत है, तब m का मान ज्ञात कीजिए।
हल :
x = 0 बायीं सीमा
प्रश्न 13.
m तथा n के मान ज्ञात कीजिए जबकि निम्न फलन सतत हो-
हल :
x = 2 पर सततता के लिए।
बार्यी सीमा (Left hand limit)
f(2 – 0) = limh→0 f(2 – h)
= limh→0 [(2 – h)² + m(2 – h) + n]
= (2 – 0)² + m(2 – 0) + n
= 4 + 2m + n
दाय सीमा (Right hand limit)
f(2 + 0) = limh→0 f(2 + h)
= limh→0 [4(2 + h) – 1]
= 4(2 + 0) – 1
= 8 – 1
= 7
x = 2 पर फलन का मान,
f(2) = 4 x 2 – 1 = 8 – 1 = 7
दिया है, x = 2 पर फलन सतत है, तब
f(2 – 0) = f(2 + 0) = f(2)
4 + 2m + n = 7 = 7
4 + 2m + n = 7
2m + n = 7 – 4
2m + n = 3
अब x = 4 पर सतता के लिए,
बार्यी सीमा (Left hand limit)
f(4 – 0) = limh→0 f(4 – h)
= limh→0 [4(4 – h) – 1]
= 4(4 – (0) – 1.
= 16 – 1
= 15
दार्थी सीमा (Right hand limit)
f(4 + 0) = limh→0 f(4 + a)
= limh→0 [m(4 + h)² + 17n]
= m(4 + 0)² + 17n
= 16 + 17n
x = 4 पर फलन का मान
f(4) = 4 x 4 – 1 = 16 – 1 = 15
दिया है, x = 4 पर फलन सतत है
f(4 – 0) = f(4 + 0) = f(4)
15 = 16m + 17n = 15
⇒ 16m + 17n = 15
समीकरण (i) से n = 3 – 2m समीकरण (ii) में रखने पर,
16m + 17(3 – 2m) = 15
16m + 51 – 34m = 15
– 18m = 15 – 51
– 18m = – 36
m = 2
m का मान समीकरण (i) में रखने पर,
2 x 2 + n = 3
n = 3 – 4
अतः m = 2, n = – 1.
प्रश्न 14.
फलन
के लिए बिन्दु. x = 0 पर सततता का परीक्षण कीजिए।
हल :
x = 0 पर सततता के लिए
बार्यी सीमा (Left hand limit)
दार्थी सीमा (Right hand limit)
x = 0 पर फलन का मान,
f(0) = 1
∴ f(0 – 0) = f(0 + 0) = f(0) = 1
अत: फलन f(x), x = 0 पर सतत है।
प्रश्न 15.
फलन
के लिए बिन्दु x = 1 तथा 3 पर सततता का परीक्षण कीजिए।
हल :
x = 1 पर सातत्यता की जाँच
बार्यी सीमा (Left hand limit)
दायीं सीमा (Right hand limit)
f(1 – 0) = limh→0 f(1 – h)
= limh→0 | 1 + h – 3 |
= | 1 + 0 – 3 |
= | – 2 |
= 2
x = 1 पर फलन का मान
f(1) = | 1 – 3 |
= | – 2 |
= 2
∴ f(1 – 0) = f(1 + 0) = f(1) = 2
अतः फलन f(x), x = 1 पर सतत है।
x = 3 पर सातत्यता की जाँच
बाय सीमा (Left hand limit)
f(3 – 0) = limh→0 f(3 – a)
= limh→0 – {(3 – h) – 3}
= limh→0 (3 – 3 + h)
= 0
दायीं सीमा (Right hand limit)
f(3 + 0) = limh→0 f(3 + h)
= limh→0 (3 + h – 3)
= 0
f(3) = 3 – 3 = 0
∴ f(3 – 0) = f(3 + 0) = f(0) = 0
अतः फलन f(x), x = 3 पर सतत है।
प्रश्न 16.
यदि
बिन्दु x = 0 पर सतत है, तब a, b तथा c के मान ज्ञात कीजिए।
हल :
x = 0 पर दिया गया फलन सतत है, तब
बायीं सीमा (Left hand limit)
दायीं सीमा (Right hand limit)
प्रश्न 17.
फलन f(x) =
हल :
बायीं सीमा (Left hand limit)
दायीं सीमा (Right hand limit)
अत: फलन
प्रश्न 18.
अन्तराल [-1,2] के फलन f(x) = |x| + |x – 1| के सतत होने की जाँच कीजिए।
हल :
दिया गया फलन f(x) = | x | + | x – 1 |
दिए गए फलन को निम्न प्रकार भी लिख सकते हैं
यहाँ केवल x = 0 तथा 1 पर सततता का परीक्षण करेंगे।
x = 0 पर सततता का परीक्षण
यहाँ f(0) = 1
बायीं सीमा (Left hand limit)
f(0 – 0) = limh→0 f(0 – h)
= limh→0 1 – 2(0 – h)
= 1
दायीं सीमा (Right hand limit)
f(0 + 0) = limh→0 f(0 + h)
= 1
f(0) = f(0 – c) = f(0 + 0)
अतः x = 0 पर फलन f(x) सतत है।
अब x = 1 पर सततता का परीक्षण
यहाँ f(1) = 2 x 1 – 1 = 1
बायीं सीमा (1 – 0) = limh→0 f(1 – h)
= limh→0 1
दायीं सीमा f(1 + 0) = limh→0 f(1 + h)
= limh→0 2(1 + h) – 1
= 2(1 + 0) – 1
= 2 – 1
= 1
∴ f(1) = (1 – 0) = f(1 + 0)
अतः x = 1 पर फलन f(x) सतत है।
∴ फलन x = 0 तथा 1 पर सतत है।
अतः फलन f(x), अन्तराल [-1, 2] में सतत है।
प्रश्न 19.
यदि फलन
बिन्दु x = 0 पर सतत है, तब f(0) का मान ज्ञात कीजिए।
हल :
∵ फलन x = 0 पर सतत है।
प्रश्न 20.
फलन
का x = 0 पर सततता का परीक्षण कीजिए।
हल :
दिया गया फलन
अर्थात् फलन की सीमा का x = 0 पर अस्तित्व नहीं है।
अतः फलन x = 0 पर सतत नहीं है।
प्रश्न 21.
फलन f(x) = sin x, x के किन मानों के लिए अवकलनीय है।
हल :
दिया गया फलन, (x) = sinx
f का प्रान्त R है अर्थात् डोमेन (f) = R
जहाँ R वास्तविक संख्याओं का समुच्चय है।
माना a ∈ R कोई स्वेच्छ वास्तविक संख्या है,
तब x = a पर बायाँ अवकलज
अत: sin x, a ∈ R में अवकलनीय है।
∵ a समुच्चय R का एक स्वेच्छ अवयव है।
∴ sin x, x ∈ R में अवकलनीय है।
प्रश्न 22.
फलन
की x ∈ R के लिए अवकलनीयता की जाँच कीजिए तथा f’ (0) का मान ज्ञात कीजिए।
हल :
x = 0 पर बायाँ अवकलज
x = 0 पर दायाँ अवकलज
अतः फलन x = 0 पर अवकलनीय है।
∴ x ∈ R, तब फलन प्रत्येक x ∈ R के लिए अवकलनीय है तथा
f’ (0) = 0.
प्रश्न 23.
फलन
बिन्दु x = a पर अवकलनीयता का परीक्षण कीजिए।
हल :
x = a पर बायाँ अवकलज = L.H.D.
x = a पर दायाँ अवकलज = R.H.D.
अतः फलन x = a पर अवकलनीय है।
प्रश्न 24.
सिद्ध कीजिए कि फलन
बिन्दु x = 1 पर अवकलनीय नहीं है।
हल :
x = 1 पर बायाँ अवकलज (L.H.D.)
x = 1 पर दायाँ अवकलज (R.H.D.)
अतः फलन x = 1 पर अवकलनीय है।
प्रश्न 25.
फलन
की बिन्दु x = 0 अवकलनीयता की जाँच कीजिए।
हल :
x = 0 पर बायाँ अवकलज (L.H.D.)
x = 0 पर दायाँ अवकलज (R.H.D.)
अतः फलन x = 0 पर अवकलनीय है।
इति सिद्धम्।
प्रश्न 26.
सिद्ध कीजिए कि फलन
बिन्दु x = 0 पर अवकलनीय है।
हल :
x = 0 पर बायाँ अवकलज
x = 0 पर बायाँ अवकलज
अत: फलन x = 0 पर अवकलनीय नहीं है।
प्रश्न 27.
फलन f(x) = | x – 2 | + 2| x – 3 | की अन्तराल [1, 3] में अवकलनीयता की जाँच कीजिए।
हल :
दिए गए फलन को निम्न प्रकार लिख सकते हैं
यहाँ x = 2 पर अवकलनीय की जाँच करेंगे; क्योंकि
2 ∈ [1, 3]
x = 2 पर बाय सीमा (Left hand limit)
x = 2 पर दायीं सीमा (Right hand limit)
अत: फलन x = 2 पर अवकलनीय नहीं है। स्पष्ट है कि फलन अन्तराल [1, 3] में अवकलनीय नहीं है।
प्रश्न 28.
यदि फलन (x) = x³, x = 2 पर अवकलनीय है, तब f’(2) ज्ञात कीजिए।
हल :
x = 2 पर बायीं सीमा (Left hand limit)
x = 2 पर दायीं सीमा (Right hand limit)
अतः फलन x = 2 पर अवकलनीय है।
तथा f’ (2) = 12.
प्रश्न 29.
सिद्ध कीजिए कि महत्तम मान फलन f(x) = [x], बिन्दु x = 2 पर अवकलनीय नहीं है।
हल :
x = 2 पर बाय सीमा (Left hand limit)
x = 2 पर दार्थी सीमा (Right hand limit)
अत: x = 2 पर फलन अवकलनीय नहीं है।
इति सिद्धम्।
प्रश्न 30.
फलन
तब f’ (2 – 0) ज्ञात कीजिए।
हल :
Hemchandracharya North Gujarat University (HNGU) has announced the results for various UG and PG courses,…
Are you interested in learning about the Indian Army Ordnance Corps (AOC) Salary, Allowances, and…
RMLAU Result 2024 Declared: Check UG and PG Odd Semester Results at rmlau.ac.in The Dr.…
Rupal Rana's achievement of securing All India Rank 26 in the UPSC exams is not…
UPSC Calendar 2025 Released at upsc.gov.in: Check CSE, NDA, CDS, and Other Exam Notification, Application,…
JSSC Teacher Admit Card 2024 Released at jssc.nic.in: Download JPSTAACCE Call Letter Here The Jharkhand…