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  • राजस्थान की जलवायु PART 4 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    राजस्थान की जलवायु PART 4 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    राजस्थान की जलवायु (Climate of Rajasthan) भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे रोचक और विविध जलवायवीय क्षेत्रों में से एक है। राजस्थान राज्य का क्षेत्रफल और इसकी भौगोलिक विविधता इसे एक अनूठी जलवायवीय पहचान प्रदान करती है। यहाँ इस लेख में हम राजस्थान की जलवायु पर आधारित RPSC Previous Year Questions (PYQs) और Multiple Choice Questions (MCQs) का विश्लेषण करेंगे।

    राजस्थान की जलवायु PART 4 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs
    राजस्थान की जलवायु PART 3 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    राजस्थान की जलवायु MCQs | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs PYQs
    प्रश्न 201 राजस्थान के उष्ण मरूस्थली जलवायु के लिए कोपेन ने किस कूट का प्रयोग किया-
    • (अ) Bshw
    • (ब) Cwg
    • (स) Aw
    • (द) Bwhw
    उत्तर : Bwhw
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    प्रश्न 202 शीतकाल में पश्चिमी विक्षोभों से होने वाली वर्षा का राजस्थान में नाम है-
    • (अ) काल बरखा
    • (ब) आम्र वर्षा
    • (स) मावठ
    • (द) पावस
    उत्तर : मावठ
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
    प्रश्न 203 निम्न कथनों पर विचार कीजिये-
    1. राजस्थान में वर्षा दक्षिण और दक्षिण-पूर्व से उत्तर और उत्तर-पश्चिम में घटती जाती है।
    2. मानसून की अरब सागरीय शाखा राजस्थान में वर्षा का प्रमुख स्त्रोत है।
    3. पश्चिमी राजस्थान केवल शीत काल में वर्षा प्राप्त करता है।
    4. राजस्थान का 50 प्रतिशत भाग शुष्क एवं अर्द्ध-शुष्क जलवायु का है।
    उपर्युक्त कथनों में कोन-सा/से सही है/हैं-
    • (अ) 1 व 2
    • (ब) 1, 2 व 3
    • (स) 1, 2 व 4
    • (द) 3 व 4
    उत्तर : 1, 2 व 4
    व्याख्या :
    राजस्थान में मध्य जून से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है। राजस्थान में सर्वप्रथम अरबसागर का मानसून प्रवेश करता है। राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है। राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर घटती है। अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है।
    प्रश्न 204 राजस्थान को दो भागों में बांटने वाली समवर्षा रेखा है-
    • (अ) 25 सेमी.
    • (ब) 50 सेमी.
    • (स) 100 सेमी.
    • (द) 150 सेमी.
    उत्तर : 50 सेमी.
    व्याख्या :
    राजस्थान को 50 सेमी. रेखा दो भागों में बांटती है। 50 सेमी. वर्षा रेखा की उत्तर-पश्चिम में कम होती है। जबकि दक्षिण पूर्व में वर्षा अधिक होती है। 50 सेमी. मानक रेखा अरावली पर्वत माला को माना जाता है।
    प्रश्न 205 सामान्यतया राजस्थान को कितने जलवायु क्षेत्रों में विभाजित किया जाता है-
    • (अ) पांच
    • (ब) छः
    • (स) सात
    • (द) आठ
    उत्तर : पांच
    व्याख्या :
    राजस्थान को जलवायु की दृष्टि से पांच भागों में बांटा है।
    1. शुष्क जलवायु प्रदेश(0-20 सेमी.)
    2. अर्द्धशुष्क जलवायु प्रदेश(20-40 सेमी.)
    3. उपआर्द्र जलवायु प्रदेश(40-60 सेमी.)
    4. आर्द्र जलवायु प्रदेश(60-80 सेमी.)
    5. अति आर्द्र जलवायु प्रदेश(80-100 सेमी.)
    प्रश्न 206 राजस्थान में जून माह में न्यूनतम वायुदाब जिस जिले में सम्भावित है, वह है-
    • (अ) बून्दी
    • (ब) बारां
    • (स) जैसलमेर
    • (द) राजसमन्द
    उत्तर : जैसलमेर
    व्याख्या :
    ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम की तरफ से गर्म हवाऐं चलती है जिन्हें लू कहते है। इस लू के कारण यहां निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है। इस निम्न वायुदाब की पूर्ती हेतु दुसरे क्षेत्र से (उच्च वायुदाब वाले क्षेत्रों से) तेजी से हवा उठकर आती है जो अपने साथ धुल व मिट्टी उठाकर ले आती है इसे ही आंधी कहते हैं। जैसलमेर जिले में जून माह में न्यूनतम वायुदाब की स्थिती बनती है।
    प्रश्न 207 BWhw से अभिप्राय है
    • (अ) शुष्क शीत जलवायु
    • (ब) शुष्क उष्णाकटिबंधीय मरूस्थल
    • (स) आर्द्र
    • (द) अति आर्द्र
    उत्तर : शुष्क उष्णाकटिबंधीय मरूस्थल
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    प्रश्न 208 वर्षा को जलवायु प्रदेश के वर्गीकरण का आधार माना है-
    • (अ) केन्ड्रयू
    • (ब) ट्रिवार्था
    • (स) थार्नवेट
    • (द) कोपेन
    उत्तर : थार्नवेट
    व्याख्या :
    थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
    प्रश्न 209 वर्षा ऋतु में मानसून हवाओं की दिशा होती है-
    • (अ) दक्षिण से उत्तर
    • (ब) दक्षिण पश्चिमी से उत्तर पूर्व
    • (स) उत्तर से दक्षिण
    • (द) उत्तर पूर्व से दक्षिण पश्चिम
    उत्तर : दक्षिण पश्चिमी से उत्तर पूर्व
    व्याख्या :
    राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
    प्रश्न 210 कोपेन द्वारा प्रस्तुत जलवायु प्रदेशों में से राजस्थान में कौन-सा सुमेलित नहीं है-
    • (अ) Aw-दक्षिणी राजस्थान
    • (ब) Cwg-उत्तरी राजस्थान
    • (स) BWhw-शुष्क मरूस्थल
    • (द) BShw-अर्द्ध शुष्क मरूस्थल
    उत्तर : Cwg-उत्तरी राजस्थान
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    Cwg जलवायु क्षेत्र (उपोष्णकटिबंधीय आर्द्र जलवायु) के अंतर्गत राजस्थान में अरावली पर्वतमाला के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी भाग शामिल है।
    प्रश्न 211 राष्ट्रीय वर्षा सिंचित क्षेत्र प्राधिकरण स्थित है-
    • (अ) पूना
    • (ब) दिल्ली
    • (स) मुम्बई
    • (द) जोधपुर
    उत्तर : दिल्ली
    व्याख्या :
    3 नवंबर, 2006 को केंद्र सरकार ने दिल्‍ली में राष्ट्रीय वर्षा सिंचित क्षेत्र प्राधिकरण की स्थापना की। कृषि मंत्रालय ने देश की शुष्क भूमि और वर्षा आधारित कृषि के व्यवस्थित प्रबंधन और सुधार के बारे में आवश्यक सूचना इनपुट देने के लिए NRAA को एक विशेषज्ञ निकाय के रूप में बनाया।
    प्रश्न 212 निम्न में से राजस्थान के किस भाग में सर्वाधिक वर्षा का परिवर्तिता पाई जाती है-
    • (अ) सुदूर पश्चिमी भाग
    • (ब) दक्षिणी भाग
    • (स) उत्तरी भाग
    • (द) उत्तर-पूर्वी भाग
    उत्तर : सुदूर पश्चिमी भाग
    व्याख्या :
    अरावली पर्वत श्रेणीयों ने जलवायु कि दृष्टि से राजस्थान को दो भागों में विभक्त कर दिया है। अरावली पर्वत श्रेणीयां मानसुनी हवाओं के चलने कि दिशाओं के अनुरूप होने के कारण मार्ग में बाधक नहीं बन पाती अतः मानसुनी पवनें सीधी निकल जाती है और वर्षा नहीं करा पाती। इस प्रकार पश्चिमी क्षेत्र अरावली का दृष्टि छाया प्रदेश होने के कारण अल्प वर्षा प्राप्त करताह है।
    प्रश्न 213 राजस्थान में बहुधा सुखा एवं अकाल पड़ने का आधारभूत कारण है –
    • (अ) अरावली का दक्षिण-पश्चिम से उतर-पूर्व की ओर प्रसार
    • (ब) मिट्टी एवं वनों का अवक्रमण
    • (स) अनिश्ति वर्षा
    • (द) विवेकहीन एवं अवैज्ञानिक ढंग से पानी का उपयोग
    उत्तर : अरावली का दक्षिण-पश्चिम से उतर-पूर्व की ओर प्रसार
    व्याख्या :
    अरावली पर्वत श्रेणीयों ने जलवायु कि दृष्टि से राजस्थान को दो भागों में विभक्त कर दिया है। अरावली पर्वत श्रेणीयां मानसुनी हवाओं के चलने कि दिशाओं के अनुरूप होने के कारण मार्ग में बाधक नहीं बन पाती अतः मानसुनी पवनें सीधी निकल जाती है और वर्षा नहीं करा पाती। इस प्रकार पश्चिमी क्षेत्र अरावली का दृष्टि छाया प्रदेश होने के कारण अल्प वर्षा प्राप्त करताह है।
    राजस्थान में अरावली पर्वतमाला का विस्तार दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व कि ओर है यदि राज्य में अरावली का विस्तार उत्तरी-पश्चिमी से दक्षिणी-पूर्व कि ओर होता तो राजस्थान में सर्वाधिक क्षेत्र में वर्षा होती।
    प्रश्न 214 पूर्वी राजस्थान की जलवायु क्या है-
    • (अ) शुष्क
    • (ब) उष्ण
    • (स) आर्द्र
    • (द) उप-आर्द्र
    उत्तर : आर्द्र
    व्याख्या :
    पूर्वी राजस्थान के हिस्सों में आर्द्र जलवायु परिस्थितियों का अनुभव किया जाता है।
    प्रश्न 215 राजस्थान में दिन के प्रकाश की सर्वाधिक लम्बी अवधि निम्नलिखित में से किस दिन रहती है-
    • (अ) 12 फरवरी
    • (ब) 23 मार्च
    • (स) 21 जून
    • (द) 15 नवम्बर
    उत्तर : 21 जून
    व्याख्या :
    पृथ्वी के परिक्रमण काल में 21 जून को कर्क रेखा पर सूर्य की किरणें लम्बवत् रहती है फलस्वरूप उत्तरी गोलार्द्ध में दिन बड़े व रातें छोटी होती है। इस दौरान राजस्थान में दिन के प्रकाश की सर्वाधिक लम्बी अवधि रहती है।
    प्रश्न 216 राजस्थान में हवाएं किस दिशा में प्रायः प्रवाहित होती हैं-
    • (अ) पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर
    • (ब) उत्तर-पूर्व से दक्षिण की ओर
    • (स) उतर-पश्चिम और पश्चिम की ओर
    • (द) उत्तर-पश्चिम और उत्तर की ओर
    उत्तर : उतर-पश्चिम और पश्चिम की ओर
    व्याख्या :
    राज्य में हवाएं प्राय पश्चिम और उतर-पश्चिम की ओर चलती है।
    प्रश्न 217 राजस्थान के किस जिले में वार्षिक वर्षा में विषमता का प्रतिशत सर्वाधिक है –
    • (अ) जयपुर
    • (ब) अजमेर
    • (स) जैसलमेर
    • (द) जोधपुर
    उत्तर : जैसलमेर
    व्याख्या :
    राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा की विषमता वाला जिला – बाड़मेर और जैसलमेर
    प्रश्न 218 राजस्थान के पश्चिमी भाग में तापमान की अतिशयता का निम्नलिखित में से प्रमुख कारण है।
    • (अ) सूर्याताप की अधिक मात्रा
    • (ब) समुद्र तट से दूरी
    • (स) धरातल का स्वभाव
    • (द) वायु दिशा
    उत्तर : धरातल का स्वभाव
    व्याख्या :
    राजस्थान के पश्चिमी भाग में तापमान की अतिशयता का प्रमुख कारण धरातलीय का स्वभाव है|
    प्रश्न 219 राजस्थान में मावठ सम्बन्धित है –
    • (अ) पश्चिमी विक्षोभों से
    • (ब) दक्षिण-पश्चिम मानसुन से
    • (स) बंगाल की खाड़ी के चक्रवात से
    • (द) उतर-पूर्वी मानसून से
    उत्तर : पश्चिमी विक्षोभों से
    व्याख्या :
    सर्दीयों में पश्चिमी विक्षोभ/भुमध्य सागरिय विक्षोप के कारण भारत में उतरी मैदानी क्षेत्र में जो वर्षा होती है उसे मावठ कहते हैं। यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
    प्रश्न 220 ग्रीष्म ऋतु में सर्वाधिक आंधियां किस जिले में चलती है-
    • (अ) बीकानेर
    • (ब) बाड़मेर
    • (स) गंगानगर
    • (द) जैसलमेर
    उत्तर : गंगानगर
    व्याख्या :
    आंधियों की सर्वाधिक संख्या – श्रीगंगानगर(27 दिन)
    प्रश्न 221 राज्य में सबसे ठण्डा महिना है-
    • (अ) दिसम्बर
    • (ब) जनवरी
    • (स) फरवरी
    • (द) मई
    उत्तर : जनवरी
    व्याख्या :
    राजस्थान के सबसे गर्म महिने मई – जुन (सबसे गर्म) है तथा ठण्डे महिने दिसम्बर – जनवरी (सबसे ठंडा) है।
    प्रश्न 222 राज्य में सबसे गर्म महिना है-
    • (अ) जुन
    • (ब) जुलाई
    • (स) मई
    • (द) अगस्त
    उत्तर : जुन
    व्याख्या :
    राजस्थान के सबसे गर्म महिने मई – जुन (सबसे गर्म) है तथा ठण्डे महिने दिसम्बर – जनवरी (सबसे ठंडा) है।
    प्रश्न 223 राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा किस महिने में होती है-
    • (अ) जुन
    • (ब) जुलाई
    • (स) अगस्त
    • (द) सितम्बर
    उत्तर : जुलाई
    व्याख्या :
    राज्य में होने वाली वर्षा की कुल मात्रा का 34 प्रतिशत जुलाई माह में, 33 प्रतिशत अगस्त माह में होती है।
    राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
    प्रश्न 224 सेम किस स्थिती से सम्बन्धि है-
    • (अ) मृदा अपरदन
    • (ब) पारिस्थिकी में परिपर्वन
    • (स) बालु के टिलों का निर्माण
    • (द) वनीय कटाव
    उत्तर : पारिस्थिकी में परिपर्वन
    व्याख्या :
    सेम एक ऐसा मुद्दा है, जहाँ भूमि का भूजल ऊपर आता है और भूमि दलदल और दलदली क्षेत्र बन जाती है। इससे मृदा की उर्वरता कमजोर होती है और बाद में भूमि बंजर हो जाती है। राजस्थान में बीकानेर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले इस समस्या से प्रभावित हैं।
    प्रश्न 225 राजस्थान में प्रवेश करने वाले पश्चिमी विक्षोभों की उत्पति का क्षेत्र है-
    • (अ) भूमध्यसागर
    • (ब) अरब सागर
    • (स) बंगाल की खाड़ी
    • (द) इनमें से कोई नहीं
    उत्तर : भूमध्यसागर
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
    प्रश्न 226 राज्य में भारतिय मौसम विभाग की वेधशाला कहां है-
    • (अ) जयपुर
    • (ब) जोधपुर
    • (स) जैसलमेर
    • (द) बीकानेर
    उत्तर : जयपुर
    व्याख्या :
    मौसम विज्ञान वेधशाला जयपुर की स्थापना 1875 में रियासत के केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के परिसर में हुई थी। इसे 25.10.1947 को जयपुर हवाई अड्डे (सांगानेर) में स्थानांतरित कर दिया गया था। मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर की स्थापना अक्टूबर 1972 में एक किराए के भवन में हुई थी। इसे 2001 में अपने स्वयं के विभागीय भवन में स्थानांतरित कर दिया गया था, और राजस्थान राज्य की जनता और कृषि, सिंचाई, बिजली, बाढ़ नियंत्रण, राहत और पुनर्वास, रोडवेज और रेलवे आदि केंद्र और राज्य सरकारों के संबंधित विभागों के लिए मौसम संबंधी सेवाएं प्रदान की गईं।
    प्रश्न 227 अरबसागरीय मानसून की दिशा कौन-सी होती है-
    • (अ) दक्षिण से पुर्व की और
    • (ब) दक्षिण से पश्चिम की और
    • (स) दक्षिण से उत्तर की और
    • (द) इनमें से कोई नहीं
    उत्तर : दक्षिण से उत्तर की और
    व्याख्या :
    अरब सागर का मानसून राजस्थान के दक्षिणी-पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है यह मानसून राजस्थान में अधिक वर्षा नहीं कर पाता क्योंकि यह अरावली पर्वतमाला के समान्तर निकल जाता है।
    प्रश्न 228 उपआर्द्र जलवायु क्षेत्र है-
    • (अ) पूर्वी मैदानी भाग
    • (ब) अरावली पर्वतिय प्रदेश
    • (स) द. पूर्वी पठारी भाग
    • (द) लूनी बेसिन
    उत्तर : अरावली पर्वतिय प्रदेश
    व्याख्या :
    अरावली पर्वतीय प्रदेश उपआर्द्र जलवायु क्षेत्र है। इस जलवायु क्षेत्र में अलवर, जयपुर, अजमेर, पाली, जालौर, नागौर, डीडवाना कुचामन व झुझुनू का पूर्वी भाग तथा डीग, दौसा, टोंक, केकड़ी, भीलवाड़ा व सिरोही का उत्तरी-पश्चिमी भाग शामिल है।
    प्रश्न 229 राज्य में सर्वाधिक वर्षा वाला जिला है-
    • (अ) सिरोही
    • (ब) जालौर
    • (स) गंगानगर
    • (द) झालावाड़
    उत्तर : झालावाड़
    व्याख्या :
    राजस्थान का सबसे वर्षा वाला जिला झालावाड़ है।
    वर्षा के दिनों की सर्वाधिक संख्या – झालावाड़(40 दिन), बांसवाड़ा(38 दिन)
    प्रश्न 230 राजस्थान में वर्षा का औसत लगभग कितने सेमी. है-
    • (अ) 52-53 सेमी.
    • (ब) 48-50 सेमी.
    • (स) 57-58 सेमी.
    • (द) 20-23 सेमी.
    उत्तर : 57-58 सेमी.
    व्याख्या :
    राजस्थान में वर्षा का औसत 57-58 सेंटीमीटर होता है। राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा जुलाई – अगस्त महीने में होती है पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में औसत वार्षिक वर्षा क्रमशः लगभग 64.9 सेमी और 32.7 सेमी है।
    प्रश्न 231 राज्य के किस क्षेत्र में वर्षा में अधिक परिवर्तनशीलता दृष्टिकोचर होती है-
    • (अ) आबू खण्ड
    • (ब) मरूस्थलीय क्षेत्र
    • (स) चम्बल बेसिन
    • (द) शेखावटी प्रदेश
    उत्तर : मरूस्थलीय क्षेत्र
    व्याख्या :
    राजस्थान के जैसलमेर जिलों में अधिकतम वार्षिक वर्षा परिवर्तनशीलता है।
    पूर्वी राजस्थान के जिलों में पश्चिम राजस्थान की तुलना में अधिक वर्षा होती है।
    प्रश्न 232 राजस्थान में सर्वाधिक शुष्क जलवायु वाला जिला है-
    • (अ) जयपुर
    • (ब) जोधपुर
    • (स) जैसलमेर
    • (द) पाली
    उत्तर : जैसलमेर
    व्याख्या :
    राज्य का सबसे आर्द्र जिला झालावाड़ है जबकि राज्य का सबसे आर्द्र स्थल सिरोही जिले में स्थित माउंट आबू है जबकि सबसे शुष्क जिला जैसलमेर है।
    प्रश्न 233 राज्य की अधिकांश वर्षा किन पवनों से होती है-
    • (अ) पश्चिमी विक्षोभ
    • (ब) दक्षिणी-पश्चिमी मानसून
    • (स) पछुआ हवाओं
    • (द) इनमें से कोई नहीं
    उत्तर : दक्षिणी-पश्चिमी मानसून
    व्याख्या :
    राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
    प्रश्न 234 राज्य के कौनसे जिले का वार्षिक वर्षा औसत न्युनतम है-
    • (अ) बाड़मेर
    • (ब) जैसलमेर
    • (स) बीकानेर
    • (द) चुरू
    उत्तर : जैसलमेर
    व्याख्या :
    जिला स्तर पर न्यूनतम वर्षा – जैसलमेर(10 सेमी.)
    प्रश्न 235 राज्य का सर्वाधिक औसत वर्षा वाला जिला है-
    • (अ) बाँसवाड़ा
    • (ब) उदयपुर
    • (स) सिरोही
    • (द) झालावाड़
    उत्तर : झालावाड़
    व्याख्या :
    राजस्थान का सबसे वर्षा वाला जिला झालावाड़ है।
    वर्षा के दिनों की सर्वाधिक संख्या – झालावाड़(40 दिन), बांसवाड़ा(38 दिन)
    प्रश्न 236 राज्य का कौनसा भाग अरब सागर से उठे मानसून से सर्वाधिक वर्षा प्राप्त करता है-
    • (अ) उत्तरी-पूर्वी
    • (ब) दक्षिणी-पश्चिमी
    • (स) पूर्वी-पश्चिमी
    • (द) उत्तरी-पश्चिमी
    उत्तर : दक्षिणी-पश्चिमी
    व्याख्या :
    अरब सागर का मानसून राजस्थान के दक्षिणी-पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है यह मानसून राजस्थान में अधिक वर्षा नहीं कर पाता क्योंकि यह अरावली पर्वतमाला के समान्तर निकल जाता है।
    प्रश्न 237 राजस्थान के किस जिले में वर्षा वाले दिनों की संख्या सर्वाधिक होती है-
    • (अ) झालावाड़
    • (ब) सिरोही
    • (स) गंगाानगर
    • (द) कोटा
    उत्तर : झालावाड़
    व्याख्या :
    जिला स्तर पर वर्षा के दिनों की सर्वाधिक संख्या – झालावाड़(40 दिन), बांसवाड़ा(38 दिन)
    राजस्थान का सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान – माउण्ट आबु(120-140 सेमी.) है यहीं पर वर्षा के सर्वाधिक दिन(48 दिन) मिलते हैं।

    RPSC परीक्षा के लिए तैयारी के सुझाव

    1. NCERT पुस्तकें पढ़ें: कक्षा 6-12 तक की भूगोल की किताबों में राजस्थान की जलवायु से जुड़ी जानकारी है।
    2. पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र हल करें: RPSC के पुराने प्रश्न पत्रों को हल करके आप परीक्षा के पैटर्न को समझ सकते हैं।
    3. शॉर्ट नोट्स बनाएं: जलवायु की विशेषताओं और भौगोलिक क्षेत्रों के लिए छोटे नोट्स बनाकर रिवीजन करें।

    FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

    प्रश्न 1: राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से किस प्रकार की है?

    उत्तर: राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से शुष्क और अर्ध-शुष्क है।

    प्रश्न 2: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है?

    उत्तर: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में होती है।

    प्रश्न 2: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है?

    उत्तर: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में होती है।

    निष्कर्ष

    राजस्थान की जलवायु RPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में एक महत्वपूर्ण विषय है। इस विषय पर गहन अध्ययन और पिछले प्रश्न पत्रों का विश्लेषण आपको परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने में मदद करेगा।

  • राजस्थान की जलवायु PART 4 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    राजस्थान की जलवायु PART 4 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    राजस्थान की जलवायु (Climate of Rajasthan) भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे रोचक और विविध जलवायवीय क्षेत्रों में से एक है। राजस्थान राज्य का क्षेत्रफल और इसकी भौगोलिक विविधता इसे एक अनूठी जलवायवीय पहचान प्रदान करती है। यहाँ इस लेख में हम राजस्थान की जलवायु पर आधारित RPSC Previous Year Questions (PYQs) और Multiple Choice Questions (MCQs) का विश्लेषण करेंगे।

    राजस्थान की जलवायु PART 3 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs
    राजस्थान की जलवायु PART 3 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    राजस्थान की जलवायु MCQs | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs PYQs
    प्रश्न 151 राजस्थान के कौन से जिलों में अधिकतम वर्षा दिनों की संख्या पायी जाती है –
    College Lecturer (Sarangi Instrument) Exam 2018(G.K.)
    • (अ) टोंक, सवाई-माधोपुर एवं करौली
    • (ब) झालावाड़, कोटा एवं बारां
    • (स) सिरोही, उदयपुर एवं राजमन्द
    • (द) जयपुर, दौसा एवं भरतपुर
    उत्तर : झालावाड़, कोटा एवं बारां
    व्याख्या :
    वर्षा के दिनों की सर्वाधिक संख्या – झालावाड़(40 दिन), बांसवाड़ा(38 दिन)
    प्रश्न 152 निम्नलिखित राजस्थान के जिलों में से कौनसा एक अति-आर्द्र जलवायु प्रदेश का भाग है –
    JSA Chemistry-2019(Rajasthan Gk)
    • (अ) अजमेर
    • (ब) राजसमंद
    • (स) बारां
    • (द) दौसा
    उत्तर : बारां
    व्याख्या :
    द.पू. कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाडा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, द.पू. सलूम्‍बर तथा माउण्ट आबू क्षेत्र अति-आर्द्र जलवायु प्रदेश का भाग है।
    प्रश्न 153 राजस्थान के किस क्षेत्र का दैनिक तापान्तर सर्वाधिक रहता है
    • (अ) उत्तरी क्षेत्र
    • (ब) पूर्वी क्षेत्र
    • (स) दक्षिणी क्षेत्र
    • (द) पश्चिमी क्षेत्र
    उत्तर : पश्चिमी क्षेत्र
    व्याख्या :
    राजस्थान का सर्वाधिक दैनिक तापान्तर पश्चिमी क्षेत्र में रहता है।
    राजस्थान का सर्वाधिक दैनिक तापान्तर पश्चिमी क्षेत्र में रहता है।
    प्रश्न 154 निम्न मे से राजस्थान मे मानसून के प्रत्यावर्तन का समय है –
    • (अ) अक्टुबर से मध्य नवम्बर
    • (ब) नवम्बर और दिसम्बर
    • (स) जून और जुलाई
    • (द) इनमे से कोई नही
    उत्तर : अक्टुबर से मध्य नवम्बर
    व्याख्या :
    अक्टूबर और नवंबर के महीने लौटते मॉनसून के लिए जाने जाते हैं।
    प्रश्न 155 राजस्थान में वर्षा का समय कितनी बार होता है –
    • (अ) 2
    • (ब) 1
    • (स) 3
    • (द) 4
    उत्तर : 2
    व्याख्या :
    राजस्थान में मध्य जून से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है। राजस्थान राज्य में वर्षा की निम्नलिखित दो अलग-अलग अवधियाँ होती हैं। राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
    प्रश्न 156 राजस्थान की अधिकांश वर्षा किन मानसूनी पवनों से होती है –
    Agriculture Supervisor Exam 2018
    • (अ) पूर्वी हवाएं
    • (ब) पश्चिमी विक्षोभ
    • (स) दक्षिणी-पश्चिमी हवाएं
    • (द) इनमें से कोई नहीं
    उत्तर : दक्षिणी-पश्चिमी हवाएं
    व्याख्या :
    राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
    प्रश्न 157 अर्द्ध-शुष्क जलवायु वाला जिला है –
    Raj Jail Warder (28-10-18) Shift 3
    • (अ) झालावाड
    • (ब) प्रतापगढ़
    • (स) जयपुर
    • (द) जोधपुर
    उत्तर : जोधपुर
    व्याख्या :
    चुरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, द. बाड़मेर, बालोतरा, जोधपुर, बीकानेर का पूर्वी भाग तथा पाली, जालौर, सीकर,नागौर, डीडवाना कुचामन व झुझुनू का पश्चिमी भाग अर्द्ध-शुष्क जलवायु अंतर्गत आता है।
    प्रश्न 158 कथन – उत्तरी-पश्चिमी रेगिस्तान की जलवायु विषम है।
    कारण – दिन व रात के तापक्रम में भिन्नता पाई जाती है।
    • (अ) कथन सही है लेकिन कारण गलत है।
    • (ब) कथन गलत है लेकिन कारण सही है।
    • (स) कथन गलत है और कारण भी गलत है।
    • (द) कथन सही है और कारण भी सही है।
    उत्तर : कथन सही है और कारण भी सही है।
    व्याख्या :
    त्तर पश्चिम रेगिस्तान में मिट्टी जल्दी गर्म और जल्दी ठंडी होती है जिसके कारण दिन व रात के तापमान में भिन्नता पाई जाती है इसलिए उत्तर-पश्चिम रेगिस्तान की जलवायु विषम है।
    प्रश्न 159 राजस्थान में उष्ण मरूस्थलीय जलवायु के लिए कोपेन ने किस कूट का प्रयोग किया –
    Raj Jail Warder (27-10-18) Shift 3
    • (अ) Aw
    • (ब) Bshw
    • (स) Bwhw
    • (द) Cwg
    उत्तर : Bwhw
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    गंगानगर, हनुमानगढ़,अनूपगढ़, फलौदी, जैसलमेर और बीकानेर में Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु मिलती है।
    प्रश्न 160 कोपन के वर्गीकरण के अनुसार गंगानगर, हनुमानगढ़ और बीकानेर में किस प्रकार की जलवायु मिलती है –
    2nd Grade Teacher (SANSKRIT EDUCATION) Comp. Exam-2018 (Group -A)
    • (अ) Aw
    • (ब) Bwhw
    • (स) Bshw
    • (द) Cwg
    उत्तर : Bwhw
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    गंगानगर, हनुमानगढ़,अनूपगढ़, फलौदी, जैसलमेर और बीकानेर में Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु मिलती है।
    प्रश्न 161 कोपेन वर्गीकरण के हिसाब से राजस्थान का सर्वाधिक क्षेत्र किस प्रकाश के जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है –
    Raj Jail Warder (27-10-18) Shift 1
    • (अ) Aw प्रदेश
    • (ब) Bwhw प्रदेश
    • (स) Cwg प्रदेश
    • (द) Bshw प्रदेश
    उत्तर : Bshw प्रदेश
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    सर्वाधिक क्षेत्र Bshw जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है।राजस्थान की जलवायु PART 4 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs
    प्रश्न 162 बीकानेर शहर किस प्रकार की जलवायु प्रदेश का प्रतिनिध शहर है –
    Raj Jail Warder (21-10-18) Shift 2
    • (अ) Cwg प्रदेश
    • (ब) BShw प्रदेश
    • (स) Aw प्रदेश
    • (द) Bwhw प्रदेश
    उत्तर : Bwhw प्रदेश
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    बीकानेर शहर,उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश का प्रतिनिधि शहर है।
    प्रश्न 163 कथन: पश्चिमी रेगिस्तान में वनस्पति बहुत कम है।
    कारण: थार मरूस्थल में वर्षा कम होती है।

    Raj Jail Warder (21-10-18) Shift 2
    • (अ) कथन सही है और कारण भी सही है
    • (ब) कथन गलत है और कारण भी गलत है
    • (स) कथन सही है लेकिन कारण गलत है
    • (द) कथन गलत है लेकिन कारण सही है
    उत्तर : कथन सही है और कारण भी सही है
    व्याख्या :
    अरावली पर्वत श्रंखला अरब सागर से उठने वाली मानसूनी पवनों के समानांतर हैं और बंगाल की खाड़ी से आने वाली मानसूनी पवनों के लिए अवरोधक हैं इसलिए थार के रेगिस्तान में वर्षा बहुत कम होती हैं। यही कारण है कि थार मरुस्थल में वनस्पति संख्या बहुत कम होती है। यहां केवल कुछ छोटे-छोटे वन होते हैं जो कुछ जानवरों को आश्रय प्रदान करते हैं।
    प्रश्न 164 बांसवाडा शहर किस प्रकार की जलवायु प्रदेश का प्रतिनिधि शहर है –
    Raj Jail Warder (21-10-18) Shift 1
    • (अ) Bshw प्रदेश
    • (ब) Aw प्रदेश
    • (स) Cwg प्रदेश
    • (द) Bwhw प्रदेश
    उत्तर : Aw प्रदेश
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु राजस्‍थान के दक्षिणी भाग में पाई जाती है। इसमें सलूम्‍बर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और झालावाड़ मुख्‍य रूप से शामिल है।
    प्रश्न 165 राजस्थान को दो भागों में बांटने वाली समवर्षा रेखा है –
    Raj Jail Warder (21-10-18) Shift 1
    • (अ) 25 सेमी. की
    • (ब) 150 सेमी. की
    • (स) 100 सेमी. की
    • (द) 50 सेमी. की
    उत्तर : 50 सेमी. की
    व्याख्या :
    राजस्थान को 50 सेमी. रेखा दो भागों में बांटती है। 50 सेमी. वर्षा रेखा की उत्तर-पश्चिम में कम होती है। जबकि दक्षिण पूर्व में वर्षा अधिक होती है। 50 सेमी. मानक रेखा अरावली पर्वत माला को माना जाता है।
    प्रश्न 166 कोपेन वर्गीकरण के आधार पर निम्नलिखित में से कौन-सा डूंगरपुर जिले के लिए है –
    Lab Assistant Exam 2018
    • (अ) Aw
    • (ब) BShw
    • (स) BWhw
    • (द) Cwg
    उत्तर : Aw
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु राजस्‍थान के दक्षिणी भाग में पाई जाती है। इसमें सलूम्‍बर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और झालावाड़ मुख्‍य रूप से शामिल है।
    प्रश्न 167 राजस्थान में निम्नलिखित में से किस जिले में वार्षिक वर्षा में अधिकतम विषमता पायी जाती है –
    Lab Assistant Exam 2018
    • (अ) बाड़मेर
    • (ब) जयपुर
    • (स) जैसलमेर
    • (द) बांसवाड़ा
    उत्तर : जैसलमेर
    व्याख्या :
    राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा की विषमता वाला जिला – जैसलमेर और बाड़मेर
    प्रश्न 168 सुमेलित किजिए –
    प्राकृतिक भाग औसत वर्षा
    अ. उत्तरी-पश्चिमी रेगिस्तान 1. 12 से 15 सेमी.
    ब. पूर्वी मैदान 2. 40 से 80 सेमी.
    स. मध्यवर्ती पहाड़ी प्रदेश 3. 20 से 90 सेमी.
    द. दक्षिण-पूर्वी पठार 4. 75 सेमी.
    अ, ब, स, द

    Raj Jail Warder (20-10-18) Shift 1
    • (अ) 4, 3, 2, 1
    • (ब) 2, 3, 4, 1
    • (स) 2, 3, 1, 4
    • (द) 1, 2, 3, 4
    उत्तर : 1, 2, 3, 4
    व्याख्या :
    राजस्थान में मध्य जून से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है। राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
    प्राकृतिक भाग औसत वर्षा
    अ. उत्तरी-पश्चिमी रेगिस्तान 1. 12 से 15 सेमी.
    ब. पूर्वी मैदान 2. 40 से 80 सेमी.
    स. मध्यवर्ती पहाड़ी प्रदेश 3. 20 से 90 सेमी.
    द. दक्षिण-पूर्वी पठार 4. 75 सेमी.
    प्रश्न 169 Cwg प्रदेश के अन्तर्गत आने वाला राजस्थान का भूभाग कौनसा है –
    Raj Jail Warder (20-10-18) Shift 1
    • (अ) अरावली पर्वत के उत्तरी तथा उत्तरी पश्चिमी भाग
    • (ब) अरावली पर्वत के पश्चिमी भाग केवल
    • (स) इस जलवायु प्रकार में राजस्थान का कोई भूभाग नहीं है
    • (द) अरावली पर्वत के दक्षिणी पूर्वी एवं पूर्वी भाग
    उत्तर : अरावली पर्वत के दक्षिणी पूर्वी एवं पूर्वी भाग
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश अरावली पर्वत के दक्षिणी पूर्वी एवं पूर्वी भाग में स्थित है।
    प्रश्न 170 राजस्थान के मरूस्थल में अति-उच्च दैनिक एवं वार्षिक तापान्तर हेतु उत्तरदायी सर्वप्रमुख कारण निम्नलिखित में से कौनसा है –
    Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1
    • (अ) मानसून ऋतु में उच्च आर्द्रता
    • (ब) शुष्क ऋतु में अतिन्यून आर्द्रता
    • (स) वर्ष भर उच्च शुष्कता दशाएं
    • (द) इनमें से कोई नहीं
    उत्तर : वर्ष भर उच्च शुष्कता दशाएं
    व्याख्या :
    राजस्थान में वर्ष भर उच्च शुष्कता दशाएं अति-उच्च दैनिक एवं वार्षिक तापान्तर हेतु उत्तरदायी है। राजस्थान का सर्वाधिक दैनिक तापान्तर पश्चिमी क्षेत्र में रहता है।
    प्रश्न 171 राजस्थान में ‘मावट’ की वर्षा द्वारा निम्नलिखित में से कौनसी फसल लाभान्वित हैं –
    Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1
    • (अ) बाजरा
    • (ब) ज्वार
    • (स) गेहूं
    • (द) चावल
    उत्तर : गेहूं
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
    प्रश्न 172 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के जिलों में निम्नलिखित समूहों में ‘Aw’ प्रकार की जलवायु पायी जाती है। –
    Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1
    • (अ) डूंगरपुर, उदयपुर और राजसमन्द में
    • (ब) भीलवाड़ा, टोंक और जयपुर में
    • (स) सवाई माधोपुर, धोलपुर और झालावाड में
    • (द) डूंगरपुर, बांसवाड़ा और झालावाड में
    उत्तर : डूंगरपुर, बांसवाड़ा और झालावाड में
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु राजस्‍थान के दक्षिणी भाग में पाई जाती है। इसमें सलूम्‍बर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और झालावाड़ मुख्‍य रूप से शामिल है।
    प्रश्न 173 निम्नांकित में से कौन सा राजस्थान की जलवायु को प्रभावित करने वाला आधारभूत तत्त्व है –
    Livestock Assistant Exam 2018
    • (अ) समुद्र से दूरी
    • (ब) समुद्र तल से ऊंचाई
    • (स) तापमान
    • (द) वनस्पति
    उत्तर : तापमान
    व्याख्या :
    जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक – अक्षांशीय स्थिती, समुद्रतल से दुरी, समुद्र तल से ऊंचाई, अरावली पर्वत श्रेणियों कि स्थिति एवं दिशा आदि। किसी क्षेत्र की जलवायु में दो सबसे महत्वपूर्ण कारक तापमान और वर्षा हैं।
    प्रश्न 174 थाॅर्नवेट जलवायु वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान का अधिकांश भाग जिस जलवायु प्रदेश में पाया जाता है, वह है –
    • (अ) EA′d
    • (ब) CA′w
    • (स) DA′w
    • (द) DB′w
    उत्तर : DA′w
    व्याख्या :
    थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
    1. CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
    3. DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
    राजस्थान का अधिकांश भाग DA’w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है।
    प्रश्न 175 कोपेन द्वारा प्रस्तुत जलवायु वर्गीकरण के अनुसार कौनसा युग्म सुमेलित नहीं है –
    • (अ) Aw – बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, झालावाड़
    • (ब) Bwhw – बीकानेर, जैसलमेर, हनुमानगढ़
    • (स) Cwg – चित्तौड़गढ़, कोटा, सवाईमाधोपुर
    • (द) Bshw – दौसा, करौली, बांरा
    उत्तर : Bshw – दौसा, करौली, बांरा
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु चुरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, द. बाड़मेर, बालोतरा, जोधपुर व बीकानेर का पूर्वी भाग तथा पाली, जालौर, सीकर,नागौर, डीडवाना कुचामन व झुझुनू का पश्चिमी भाग में पाई जाती है। दौसा, करौली, बांरा में Cwg जलवायु पााई जाती है।
    प्रश्न 176 राज्य में वर्षा की मात्रा घटती है –
    • (अ) दक्षिणी-पूर्व से उत्तर-पश्चिम
    • (ब) उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व
    • (स) दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पूर्व
    • (द) उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पश्चिम
    उत्तर : दक्षिणी-पूर्व से उत्तर-पश्चिम
    व्याख्या :
    राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर घटती है। अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है।
    प्रश्न 177 सूर्य के उत्तरायण होने पर –
    • (अ) तापमान में वृद्धि होती है।
    • (ब) वायुदाब में कमी होती है।
    • (स) तापमान में कमी होती है।
    • (द) 1 व 2 दोनों
    उत्तर : 1 व 2 दोनों
    व्याख्या :
    23 1/20 उत्तरी अक्षांश से 23 1/20 दक्षिणी अक्षांश के मध्य का भु-भाग जहां वर्ष में कभी न कभी सुर्य की किरणें सीधी चमकती है आयन कहलाता है यह दो होते हैं।
    उत्तरी आयन(उत्तरायण) – 0 अक्षांश से 23 1/20 उत्तरी अक्षांश के मध्य।
    दक्षीण आयन(दक्षिणायन) – 0 अक्षांश से 23 1/20 दक्षिणी अक्षांश के मध्य।
    सूर्य के उत्तरायण होने के साथ-साथ तापमान में वृद्धि होती है तथा तटीय क्षेत्रों में हल्की बारिश भी होती है। गर्मियों के मौसम में/गर्मियों के दौरान जब सूर्य की किरणें कर्क रेखा पर लंबवत् पड़ती है तब मध्य एशिया में निम्न वायुदाब का विकास होता है।
    प्रश्न 178 राजस्थान कौनसे कटिबन्ध में स्थित है –
    • (अ) शीतोष्ण
    • (ब) उपोष्ण
    • (स) शीत
    • (द) उष्ण
    उत्तर : उपोष्ण
    व्याख्या :
    कोई भी दो अक्षांश के मध्य का भु-भाग कटिबंध कहलाता है। भारत दो कटिबन्धों में स्थित है।
    उष्ण कटिबंध और शीतोष्ण कटिबंध
    राजस्थान उष्ण कटिबंध के निकट वास्तव में उपोष्ण कटिबंध में स्थित है।
    प्रश्न 179 भभूल्या क्या है –
    • (अ) एक प्रकार की वर्षा
    • (ब) एक प्रकार की वनस्पति
    • (स) दक्षिणी राजस्थान की रिवाज
    • (द) एक प्रकार की आंधी
    उत्तर : एक प्रकार की आंधी
    व्याख्या :
    भभूल्या, राजस्थान में गर्मियों में बनने वाले धूल भरे बवंडर को कहते हैं। इसे अंग्रेज़ी में Sphulia कहते हैं। यह एक प्रकार की आंधी है। ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम की तरफ से गर्म हवाऐं चलती है जिन्हें लू कहते है। इस लू के कारण यहां निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है। इस निम्न वायुदाब की पूर्ती हेतु दुसरे क्षेत्र से (उच्च वायुदाब वाले क्षेत्रों से) तेजी से हवा उठकर आती है जो अपने साथ धुल व मिट्टी उठाकर ले आती है इसे ही आंधी कहते हैं।
    प्रश्न 180 राजस्थान में सम्भावित वाष्पोत्सर्जन की सर्वाधिक दर है –
    • (अ) कोटा
    • (ब) बीकानेर
    • (स) जैसलमेर
    • (द) झालावाड़
    उत्तर : जैसलमेर
    व्याख्या :
    राजस्थान में सर्वाधिक आर्द्रता वाला जिला झालावाड़ तथा न्यूनतम जिला जैसलमेर है। सम्भावित वाष्पोत्सर्जन की सर्वाधिक दर जैसलमेर में है।
    प्रश्न 181 निम्न में से कौनसा जिला उप-आर्द्र जलवायु प्रदेश के अन्तर्गत नहीं आता –
    • (अ) टोंक
    • (ब) जोधपुर
    • (स) भीलवाड़ा
    • (द) कोटा
    उत्तर : जोधपुर
    व्याख्या :
    उपआर्द्ध जलवायु प्रदेश क्षेत्र में अलवर, जयपुर, अजमेर, पाली, जालौर, नागौर, डीडवाना कुचामन व झुझुनू का पूर्वी भाग तथा डीग, दौसा, टोंक, केकड़ी, भीलवाड़ा व सिरोही का उत्तरी-पश्चिमी भाग शामिल है। जोधपुर अर्द्धशुष्क जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है।
    प्रश्न 182 राजस्थान का कौनसा क्षेत्र नगण्य वर्षा वाला है –
    • (अ) उत्तरी-पश्चिमी
    • (ब) उत्तरी-पूर्वी
    • (स) दक्षिणी-पूर्वी
    • (द) दक्षिणी-पश्चिमी
    उत्तर : उत्तरी-पश्चिमी
    व्याख्या :
    राजस्थान का उत्तरी-पश्चिमी क्षेत्र नगण्य वर्षा वाला है। उत्तर-पश्चिमी जिलों में जैसलमेर जिले में सबसे कम वर्षा होती है।
    प्रश्न 183 कोपने के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के किस प्रदेश में Aw प्रकार की जलवायु पाई जाती है –
    • (अ) दक्षिणतम प्रदेश
    • (ब) उत्तर-पूर्वी प्रदेश
    • (स) पश्चिमी प्रदेश
    • (द) उत्तरतम प्रदेश
    उत्तर : दक्षिणतम प्रदेश
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत राजस्‍थान का दक्षिणी भाग आता है।
    प्रश्न 184 राजस्थान में मई-जून महीनों में उत्पन्न होने वाली धूलभरी आंधियों के लिए उत्तरदायी है –
    अ. कुछ स्थानों पर संवहनीय धाराओं की उत्पत्ति
    ब. अरावली पहाड़ियां दक्षिण-पश्चिम हवाओं के समांतर है।
    स. अति तीव्रगामी पूर्वी हवाओं की उत्पत्ति

    RAS/RTS Comb. Comp. (Pre) Exam 2018
    • (अ) अ एवं स
    • (ब) अ, ब एवं स
    • (स) अ एवं ब
    • (द) केवल अ
    उत्तर : केवल अ
    व्याख्या :
    ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम की तरफ से गर्म हवाऐं चलती है जिन्हें लू कहते है। इस लू के कारण यहां निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है। इस निम्न वायुदाब की पूर्ती हेतु दुसरे क्षेत्र से (उच्च वायुदाब वाले क्षेत्रों से) तेजी से हवा उठकर आती है जो अपने साथ धुल व मिट्टी उठाकर ले आती है इसे ही आंधी कहते हैं। गर्म हवा हल्की होकर संवहनीय धाराओं के रूप में ऊपर उठती है।
    प्रश्न 185 निम्न में से राजस्थान के किस भाग में सर्वाधिक वर्षा परिवत्र्तिता पाई जाती है –
    Sr Teacher Gr II Special Edu. Comp. Exam 2015 (G.K.)
    • (अ) सुदूर पश्चिमी भाग
    • (ब) उत्तर-पूर्वी भाग
    • (स) दक्षिणी भाग
    • (द) उत्तरी भाग
    उत्तर : सुदूर पश्चिमी भाग
    व्याख्या :
    सुदूर पश्चिमी भाग में सर्वाधिक वर्षा परिवत्र्तिता पाई जाती है।
    प्रश्न 186 राजस्थान की जलवायु दशाओं के सम्बन्ध में निम्न में से कौन सा कथन सत्य है –
    • (अ) राजस्थान की जलवायु दशाएं तापमान और वर्षा की चरम सीमाओं से युक्त हैं।
    • (ब) राज्य की जलवायु उष्ण-शुष्क प्रकार की है।
    • (स) राज्य में वर्षा की मात्रा दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ती जाती है
    • (द) राज्य की जलवायु उष्ण-आर्द्र प्रकार की है
    उत्तर : राजस्थान की जलवायु दशाएं तापमान और वर्षा की चरम सीमाओं से युक्त हैं।
    व्याख्या :
    राजस्थान की जलवायु दशाएं तापमान और वर्षा की चरम सीमाओं से युक्त है अर्थात राजस्थान में तापमान उच्चतम सीमा (50 डिग्री सेल्सियस) तक और वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में 150 सेमी से भी अधिक (उच्चतम सीमा) वहीं जैसलमेर में 5 सेमी से भी कम (निम्नतम सीमा) होती है। राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर घटती है। अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है। राजस्थान की जलवायु शुष्क से उपआर्द्र मानसूनी जलवायु है अरावली के पश्चिम में न्यून वर्षा, उच्च दैनिक एवं वार्षिक तापान्तर निम्न आर्द्रता तथा तीव्रहवाओं युक्त जलवायु है। दुसरी और अरावली के पुर्व में अर्द्रशुष्क एवं उपआर्द्र जलवायु है।
    प्रश्न 187 EA’d जलवायु पाई जाती है –
    • (अ) बाड़मेर-जैसलमेर
    • (ब) अलवर-भरतपुर
    • (स) टोंक-जयपुर
    • (द) कोटा-बूंदी
    उत्तर : बाड़मेर-जैसलमेर
    व्याख्या :
    थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
    1. CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
    3. DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
    EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु राजस्‍थान के पश्चिमी क्षेृ में पाई जाती है। जिसमें जैसलमेर, फलौदी, बाड़मेर, बीकानेर, अनूपगढ़ शामिल हैं।
    प्रश्न 188 वार्षिक वर्षा की प्रतिशत मात्रा में अधिक उतार-चढ़ाव वाला जिला है –
    • (अ) झालावाड़
    • (ब) जैसलमेर
    • (स) उदयपुर
    • (द) बीकानेर
    उत्तर : जैसलमेर
    व्याख्या :
    राजस्थान में वार्षिक वर्षा की प्रतिशत मात्रा में सबसे ज़्यादा उतार-चढ़ाव वाला ज़िला जैसलमेर है। राजस्थान में सबसे ज़्यादा औसत वार्षिक वर्षा झालावाड़ ज़िले में होती है।
    प्रश्न 189 कोपेन द्वारा प्रस्तुत जलवायु प्रदेशों में से राजस्थान में कौन सा सुमेलित नहीं है –
    RSMSSB Lab Assistant Exam 2016
    • (अ) Aw – राजस्थान का दक्षिणी भाग
    • (ब) Cwg – राजस्थान का उत्तरी भाग
    • (स) BWhw – शुष्क मरूस्थल
    • (द) BShw – अर्द्ध-शुष्क मरूस्थल
    उत्तर : Cwg – राजस्थान का उत्तरी भाग
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    Cwg जलवायु क्षेत्र के अंतर्गत राजस्थान में अरावली पर्वतमाला के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी भाग को शामिल किया गया है।
    प्रश्न 190 राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ चक्रवातों को ……….. कहते हैं –
    • (अ) लू
    • (ब) गरज बौछार
    • (स) मावठ
    • (द) ओलावृष्टि
    उत्तर : मावठ
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
    प्रश्न 191 निम्न में से कौन-सा क्षेत्र राजस्थान में Bshw प्रकार की जलवायु को कोपेन वर्गीकरण के अनुसार दर्शाता है –
    • (अ) अरावली के उत्तर का भाग
    • (ब) अरावली के दक्षिण का भाग
    • (स) अरावली के पूर्व का भाग
    • (द) अरावली के पश्चिम का भाग
    उत्तर : अरावली के पश्चिम का भाग
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    Bshw जलवायु क्षेत्र अर्ध-शुष्क है, जहां सर्दियों में सूखा पड़ता है और गर्मियों में भी पर्याप्त मात्रा में वर्षा नहीं होती है। इस क्षेत्र में अरावली के पश्चिम का भाग शामिल है।
    प्रश्न 192 राजस्थान में सर्दी की वर्षा कहलाती है –
    Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-B)
    • (अ) काल बैसाखी
    • (ब) आम्र वर्षा
    • (स) मावठ
    • (द) नार्वेस्टर
    उत्तर : मावठ
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
    प्रश्न 193 ‘मावट’ वर्षा जिनसे होती है, वह है –
    Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-A)
    • (अ) उष्णकटिबन्धीय चक्रवात
    • (ब) दक्षिणी-पश्चिमी मानसून
    • (स) पश्चिमी विक्षोभ
    • (द) लौटता मानसून
    उत्तर : पश्चिमी विक्षोभ
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
    प्रश्न 194 राजस्थान में किस ऋतु में सर्वाधिक धूल भरी आंधियां चलती है –
    Asstt. Agriculture Officer Exam 2015 Paper 1
    • (अ) ग्रीष्म ऋतु
    • (ब) वर्षा ऋतु
    • (स) शीत ऋतु
    • (द) बसंत ऋतु
    उत्तर : ग्रीष्म ऋतु
    व्याख्या :
    ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम की तरफ से गर्म हवाऐं चलती है जिन्हें लू कहते है। इस लू के कारण यहां निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है। इस निम्न वायुदाब की पूर्ती हेतु दुसरे क्षेत्र से (उच्च वायुदाब वाले क्षेत्रों से) तेजी से हवा उठकर आती है जो अपने साथ धुल व मिट्टी उठाकर ले आती है इसे ही आंधी कहते हैं।
    राजस्थान के उत्तरी भागों में धुल भरी आधियां जुन माह में और दक्षिणी भागों में मई माह में आति है।
    राजस्थान में सर्वाधिक धुल भरी आधियां चलती है – गंगानर में
    प्रश्न 195 राजस्थान में वर्षा के लिए निम्न में से कौन उत्तरदायी नहीं है –
    Asstt. Agriculture Officer Exam 2015 Paper 1
    • (अ) मानसून की अरब सागर की शाखा
    • (ब) मानसून की बंगाल की खाड़ी की शाखा
    • (स) पश्चिमी विक्षोभ
    • (द) लौटता हुआ मानसून
    उत्तर : लौटता हुआ मानसून
    व्याख्या :
    राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
    प्रश्न 196 राजस्थान के उष्ण शुष्क जलवायु प्रदेश हेतु कोपेन ने कौनसे जलवायु प्रतीकों का समूह दिया –
    Asstt. Agriculture Officer Exam 2015 Paper 1
    • (अ) Bshw
    • (ब) Bwhw
    • (स) Bshs
    • (द) Bwhs
    उत्तर : Bwhw
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    प्रश्न 197 निम्न में से कौनसी राजस्थान की मुख्य विशेषताएं है।
    अ. अतिशुष्क दशाएं
    ब. तापमान का अतिरेक
    स. न्यून औसत वार्षिक वर्षा
    द. कम तथा छितरा हुआ वनस्पति आवरण

    Asstt. Agriculture Officer Exam 2015 Paper 1
    • (अ) अ, ब एवं द
    • (ब) अ, स एवं द
    • (स) अ, ब एवं स
    • (द) अ, ब, स एवं द
    उत्तर : अ, ब, स एवं द
    व्याख्या :
    राजस्थान की जलवायु कि प्रमुख विशेषताएं –
    1. शुष्क एवं आर्द्र जलवायु कि प्रधानता
    2. अपर्याप्त एंव अनिश्चित वर्षा
    3. वर्षा का अनायस वितरण
    4. अधिकांश वर्षा जुन से सितम्बर तक
    5. वर्षा की परिर्वतनशीलता एवं न्यूनता के कारण सुखा एवं अकाल कि स्थिती अधिक होना।
    प्रश्न 198 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार निम्नलिखित में से किन जिलों में BShw प्रकार का जलवायु पाई जाती है –
    • (अ) बाड़मेर, जोधपुर, नागौर, सीकर
    • (ब) भीलवाड़ा, नागौर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़
    • (स) झालावाड़, बाँसवाड़ा, डूंगरपुर, बारा
    • (द) जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर
    उत्तर : बाड़मेर, जोधपुर, नागौर, सीकर
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश : चुरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, द. बाड़मेर, बालोतरा, जोधपुर, बीकानेर का पूर्वी भाग तथा पाली, जालौर, सीकर,नागौर, डीडवाना कुचामन व झुझुनू का पश्चिमी भाग।
    प्रश्न 199 राजस्थान में होने वाली वर्षा के लिए उत्तरदायी ग्रीष्मकालीन मानसूनी पवनें किस महासागर से आती है-
    • (अ) प्रशांत महासागर
    • (ब) हिन्द महासागर
    • (स) अटलांटिक महासागर
    • (द) आर्कटिक महासागर
    उत्तर : हिन्द महासागर
    व्याख्या :
    राजस्थान में होने वाली वर्षा के लिए उत्तरदायी ग्रीष्मकालीन मानसूनी पवनें हिंद महासागर से आती हैं। ये पवनें दक्षिण-पश्चिमी मानसून के रूप में उत्पन्न होती हैं। ये पवनें दो शाखाओं में राज्य में प्रवेश करती हैं:
    1. बंगाल की खाड़ी की शाखा
    2. अरब सागर की शाखा
    प्रश्न 200 राजस्थान की जलवायु PART 4 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs
    राजस्थान के उक्त मानचित्र में कोपेन के जलवायु प्रदेशों को (i), (ii), (iii) और (iv) से अंकित किया गया है। नीचे दी गई क्रमावली से इनका सही अनुक्रम पहचानिए-
    • (अ) BWhw, BShw, Cwg, Aw
    • (ब) Aw, Cwg, BShw, BWhw
    • (स) BShw, BWhw, Aw, Cwg
    • (द) Cwg, BWhw, BShw, Aw
    उत्तर : BWhw, BShw, Cwg, Aw
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    राजस्थान की जलवायु PART 4 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    RPSC परीक्षा के लिए तैयारी के सुझाव

    1. NCERT पुस्तकें पढ़ें: कक्षा 6-12 तक की भूगोल की किताबों में राजस्थान की जलवायु से जुड़ी जानकारी है।
    2. पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र हल करें: RPSC के पुराने प्रश्न पत्रों को हल करके आप परीक्षा के पैटर्न को समझ सकते हैं।
    3. शॉर्ट नोट्स बनाएं: जलवायु की विशेषताओं और भौगोलिक क्षेत्रों के लिए छोटे नोट्स बनाकर रिवीजन करें।

    FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

    प्रश्न 1: राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से किस प्रकार की है?

    उत्तर: राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से शुष्क और अर्ध-शुष्क है।

    प्रश्न 2: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है?

    उत्तर: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में होती है।

    प्रश्न 2: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है?

    उत्तर: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में होती है।

    निष्कर्ष

    राजस्थान की जलवायु RPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में एक महत्वपूर्ण विषय है। इस विषय पर गहन अध्ययन और पिछले प्रश्न पत्रों का विश्लेषण आपको परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने में मदद करेगा।

  • राजस्थान की जलवायु PART 3 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    राजस्थान की जलवायु PART 3 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    राजस्थान की जलवायु (Climate of Rajasthan) भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे रोचक और विविध जलवायवीय क्षेत्रों में से एक है। राजस्थान राज्य का क्षेत्रफल और इसकी भौगोलिक विविधता इसे एक अनूठी जलवायवीय पहचान प्रदान करती है। यहाँ इस लेख में हम राजस्थान की जलवायु पर आधारित RPSC Previous Year Questions (PYQs) और Multiple Choice Questions (MCQs) का विश्लेषण करेंगे।

    राजस्थान की जलवायु PART 3 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    राजस्थान की जलवायु | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs
    प्रश्न 101 राजस्थान में मई और जून में सर्वाधिक धूल भरी आंधियाँ किस जिले में आती हैं –
    VDO Exam 1st Shift 27 Dec 2021
    • (अ) जैसलमेर
    • (ब) बीकानेर
    • (स) गंगानगर
    • (द) बाड़मेर
    उत्तर : गंगानगर
    व्याख्या :
    आंधियों की सर्वाधिक संख्या – श्रीगंगानगर(27 दिन)
    प्रश्न 102 राजस्थान में शीतकाल में होने वाली वर्षा (मावठ) किन कारणों से होती है –
    • (अ) दक्षिणी-पश्चिमी मानसूनी हवाओं के कारण
    • (ब) पश्चिमी विक्षोभ के कारण
    • (स) हिमालय से टकराकर वापस लौटती मानसूनी हवाओं के कारण
    • (द) पछुआ हवाओं के कारण
    उत्तर : पश्चिमी विक्षोभ के कारण
    व्याख्या :
    सर्दीयों में पश्चिमी विक्षोभ/भुमध्य सागरिय विक्षोप के कारण भारत में उतरी मैदानी क्षेत्र में जो वर्षा होती है उसे मावठ कहते हैं।
    प्रश्न 103 ‘राज्य का आर्द्र जिला’ कहलाता है-
    • (अ) बांसवाड़ा
    • (ब) झालावाड़
    • (स) उदयपुर
    • (द) डूंगरपुर
    उत्तर : झालावाड़
    व्याख्या :
    राजस्थान का सबसे आर्द्र जिला झालावाड़ है।
    प्रश्न 104 राजस्थान में मई और जून महीनों में उत्पन्न होने वाले धूल भरी आंधी के कारण होते हैं-
    A. कुछ स्थानों पर संवहन धाराएँ उत्पन्न करना।
    B. अरावली की पहाड़ियाँ दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के सामानांतर हैं।
    C. तेज गति वाली पूर्वी हवाओं की उत्पत्ति।
    • (अ) (A) और (C)
    • (ब) (A), (B) और (C)
    • (स) (A) और (B)
    • (द) केवल (A)
    उत्तर : केवल (A)
    व्याख्या :
    राजस्थान में मार्च से मध्य जून तक ग्रीष्म ऋतु होती है। इसमें मई व जून के महीने में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है। अधिक गर्मी के वायु मे नमी समाप्त हो जाती है। परिणाम स्वरूप वायु हल्की होकर उपर चली जाती है। अतः राजस्थान में निम्न वायुदाब का क्षेत्र बनता है परिणामस्वरूप उच्च वायुदाब से वायु निम्न वायुदाब की और तेजगति से आती है इससे गर्मियों में आंधियों का प्रवाह बना रहता है। धूल भरी आंधियां बहुत तेज हवाओं या संवहन धाराओं के कारण होती हैं।
    प्रश्न 105 कोपेन के वर्गीकरण के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन डूंगरपुर जिले को दर्शाता है –
    • (अ) Aw
    • (ब) BShw
    • (स) BWhw
    • (द) Cwg
    उत्तर : Aw
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    प्रश्न 106 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार निम्न में से कौन से सही सुमेलित हैं?
    (A) Cwg – भरतपुर
    (B) Bwhw – बाड़मेर
    (C) Bshw – गंगानगर
    (D) Aw – डूंगरपुर

    RPSC Ras Pre. Exam 2021
    • (अ) (B) एवं (C)
    • (ब) (A), (C) एवं (D)
    • (स) (B), (C) एवं (D)
    • (द) (A) एवं (D)
    उत्तर : (A) एवं (D)
    व्याख्या :
    Aw या उष्णकटिबंधीय आर्द्र क्षेत्र : डूंगरपुर जिले के दक्षिणी भाग और बांसवाड़ा इस क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं।
    Cwg जलवायु क्षेत्र : अरावली के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र इस क्षेत्र का हिस्सा हैं। भरतपुर, बूंदी, भीलवाड़ा, करौली, चित्तौड़, धौलपुर, दौसा, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सिरोही, टोंक, उदयपुर और जयपुर।
    Bwhw जलवायु क्षेत्र : इस क्षेत्र में बहुत कम वर्षा के साथ शुष्क-गर्म मरुस्थली जलवायु है। उत्तर-पश्चिमी जोधपुर, जैसलमेर, पश्चिमी बीकानेर इस श्रेणी में शामिल हैं।
    Bshw जलवायु क्षेत्र : यह जलवायु क्षेत्र अर्ध-शुष्क है, जहाँ सर्दियाँ शुष्क होती हैं और यहाँ तक कि गर्मियों में भी पर्याप्त मात्रा में वर्षा नहीं होती है। इस क्षेत्र में बाड़मेर, जालोर, जोधपुर, नागौर, चुरू, सीकर, झुंझुनू और हनुमानगढ़ जिले शामिल हैं।
    प्रश्न 107 थार्नथ्वेट ने जलवायु वर्गीकरण किस आधार पर किया –
    • (अ) वर्षा
    • (ब) वनस्पति
    • (स) मृदा
    • (द) तापमान
    उत्तर : वनस्पति
    व्याख्या :
    थार्नथ्वेट ने अपना जलवायु वर्गीकरण हेतु वनस्पति, तापमान और वर्षा को आधार बनाया। थार्नथ्वेट के अनुसार वनस्पति जलवायु का वायुदाब (बैरोमीटर) मापक यंत्र होता है। अर्थात वनस्पति की विशेषता को जानने के लिए तापमान एवं वर्षा के उन गुणों को जानना आवश्यक है जो वनस्पति के विकास, उनके प्रकार एवं विशेषताओं को निर्धारित करता है।
    प्रश्न 108 अति आर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत राज्य के कौन-से जिले आते हैं –
    • (अ) झालावाड़ एवं बांसवाड़ा
    • (ब) बूंदी एवं सिरोही
    • (स) अलवर एवं भरतपुर
    • (द) भरतपुर एवं धौलपुर
    उत्तर : झालावाड़ एवं बांसवाड़ा
    व्याख्या :
    द.पू. कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाडा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, द.पू. सलूम्‍बर तथा माउण्ट आबू क्षेत्र अति आर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आते हैं।
    प्रश्न 109 निम्नलिखित जलवायु को राजस्थान के सम्बंधित जलवायु से मिलान कीजिए –
    जलवायु विभाजन
    1. मरुस्थल A .उत्तर – पश्चिम राजस्थान
    2. उप आर्द्र B. केन्द्रीय आरावली
    3. आर्द्र C. राजस्थान का उत्तर पूर्वीय मैदान
    4. अति आर्द्र D. राजस्थान का दक्षिण- पश्चिमीय पठार
    • (अ) 1-A, 2-B, 3-C, 4-D
    • (ब) 1-A, 2-B, 3-D, 4-C
    • (स) 1-B, 2-C, 3-A, 4-D
    • (द) 1-A, 2-C, 3-B, 4-D
    उत्तर : 1-A, 2-B, 3-C, 4-D
    व्याख्या :
    जलवायु विभाजन
    1. मरुस्थल A .उत्तर – पश्चिम राजस्थान
    2. उप आर्द्र B. केन्द्रीय आरावली
    3. आर्द्र C. राजस्थान का उत्तर पूर्वीय मैदान
    4. अति आर्द्र D. राजस्थान का दक्षिण- पश्चिमीय पठार
    प्रश्न 110 निम्नलिखित में से कौन से जिलों का समूह सर्वाधिक औसत वार्षिक वर्षा प्राप्त करता है –
    • (अ) झालावाड़ तथा बांसवाड़ा
    • (ब) उदयपुर तथा भीलवाड़ा
    • (स) बूंदी तथा कोटा
    • (द) भरतपुर तथा करौली
    उत्तर : झालावाड़ तथा बांसवाड़ा
    व्याख्या :
    जिला स्तर पर सर्वाधिक वर्षा – झालावाड़(100 सेमी.)
    वर्षा के दिनों की सर्वाधिक संख्या – झालावाड़(40 दिन), बांसवाड़ा(38 दिन)
    राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
    प्रश्न 111 सामान्यतः राजस्थान में दक्षिण-पश्चिम मानसून की अवधि होती है –
    • (अ) जून से अक्टूबर
    • (ब) जून से सितम्बर
    • (स) जुलाई से अक्टूबर
    • (द) मई से अगस्त
    उत्तर : जून से सितम्बर
    व्याख्या :
    राजस्थान में मध्य जून से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है।
    प्रश्न 112 निम्न में से कौन सा, राजस्थान में प्रचलित तौर पर ‘मावठ’ के रूप में जाना जाता है –
    • (अ) पर्वतीय लवण
    • (ब) मरूस्थलीय मृदा
    • (स) शीतकालीन वर्षा
    • (द) लोकनृत्य
    उत्तर : शीतकालीन वर्षा
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
    प्रश्न 113 राजस्थान में जून माह में न्यूनतम वायुदाब जिस जिले में सम्भावित है, वह है –
    • (अ) नागौर
    • (ब) झुन्झुनू
    • (स) जैसलमेर
    • (द) उदयपुर
    उत्तर : जैसलमेर
    व्याख्या :
    ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम क्षेत्र क्षेत्र का वायुदाब पूर्वी क्षेत्र से कम होता है। ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम की तरफ से गर्म हवाऐं चलती है जिन्हें लू कहते है। इस लू के कारण यहां निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है। इस निम्न वायुदाब की पूर्ती हेतु दुसरे क्षेत्र से (उच्च वायुदाब वाले क्षेत्रों से) तेजी से हवा उठकर आती है जो अपने साथ धुल व मिट्टी उठाकर ले आती है इसे ही आंधी कहते हैं।
    प्रश्न 114 निम्न में से कौन सी समवर्षा रेखा राजस्थान को दो भागों में विभक्त करती है –
    • (अ) 50 सेंटीमीटर
    • (ब) 55 सेंटीमीटर
    • (स) 110 सेंटीमीटर
    • (द) 100 सेंटीमीटर
    उत्तर : 50 सेंटीमीटर
    व्याख्या :
    राजस्थान को 50 सेमी. रेखा दो भागों में बांटती है। 50 सेमी. वर्षा रेखा की उत्तर-पश्चिम में कम होती है। जबकि दक्षिण पूर्व में वर्षा अधिक होती है। यह 50 सेमी. मानक रेखा अरावली पर्वत माला को माना जाता है।
    प्रश्न 115 निम्नलिखित युग्मों में से कौन सा युग्म सुमेल नहीं है –
    कोपेन के अनुसार जलवायु प्रदेश जिला
    • (अ) Aw – बांसवाड़ा
    • (ब) Bwhw – बाड़मेर
    • (स) Bshw – पाली
    • (द) Cwg – टोंक
    उत्तर : Bwhw – बाड़मेर
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    बाड़मेर Bshw जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है।
    प्रश्न 116 ‘थार्नथ्वेट’ के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार निम्नलिखित में से कौन सा जैसलमेर की जलवायु को प्रस्तुत करता है –
    • (अ) EA′d
    • (ब) DA′w
    • (स) CA′w
    • (द) DB′w
    उत्तर : EA′d
    व्याख्या :
    थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
    1. CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
    3. DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
    जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनूपगढ़ EA′d जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आते हैं।
    प्रश्न 117 राजस्थान में शीतकालीन वर्षा उन चक्रवातों के परिणामस्वरूप होती है, जो उत्पन्न होते हैं –
    • (अ) लाल सागर में
    • (ब) काला सागर में
    • (स) अरब सागर में
    • (द) भूमध्य सागर में
    उत्तर : भूमध्य सागर में
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
    प्रश्न 118 राजस्थान में शीत ऋतु में होने वाली भूमध्यसागरीय चक्रवातीय वर्षा कहलाती है –
    Agriculture Research Officer – 2020
    • (अ) उत्तर पूर्वी मानसून
    • (ब) मावट
    • (स) आम्र वर्षा
    • (द) खेजड़ी वर्षा
    उत्तर : मावट
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
    प्रश्न 119 निम्नलिखित में से राजस्थान का कौन सा जिला अति-आर्द्र जलवायु क्षेत्र में स्थित है –
    Agriculture Research Officer – 2020
    • (अ) अजमेर
    • (ब) राजसमंद
    • (स) दौसा
    • (द) बारां
    उत्तर : बारां
    व्याख्या :
    द.पू. कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाडा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, द.पू. सलूम्‍बर तथा माउण्ट आबू क्षेत्र अति-आर्द्र जलवायु क्षेत्र में स्थित है।
    प्रश्न 120 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार बाड़मेर एवं झुंझुनू जिले किस जलवायु प्रदेश में समाहित हैं –
    Agriculture Officer 2020
    • (अ) Bwhw
    • (ब) Bshw
    • (स) Cwg
    • (द) Aw
    उत्तर : Bshw
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    बाड़मेर एवं झुंझुनू जिले Bshw जलवायु प्रदेश में समाहित हैं।
    प्रश्न 121 कोपेन के वर्गीकरण के अनुसार निम्न में से किन जिलों में ‘Aw’ प्रकार की जलवायु पायी जाती है –
    Agriculture Officer 2020
    • (अ) भरतपुर एवं अलवर
    • (ब) बांसवाड़ा एवं झालावाड़
    • (स) सीकर एवं नागौर
    • (द) हनुमानगढ़ एवं बीकानेर
    उत्तर : बांसवाड़ा एवं झालावाड़
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया। कोपेन के अनुसार स्थानीय वनस्पति ही मौसम की सर्वश्रेष्ठ अभिव्यक्ति है, हालांकी कोपेन ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वर्षा एवं तापमान को भी महत्व दिया है क्योंकि परोक्ष रूप से वनस्पति वर्षा और तापमान पर निर्भर होती है अत: कोपेन ने राजस्थान की जलवायु को वनस्पति के आधार पर चार सांकेतिक शब्दो में वर्णीत किया है।
    Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    प्रश्न 122 ग्रीष्म ऋतु में राजस्थान के किन जिलों में वायु की गति अधिक होगी –
    • (अ) पूर्वी
    • (ब) पश्चिमी
    • (स) उत्तरी
    • (द) दक्षिणी
    उत्तर : पश्चिमी
    व्याख्या :
    राजस्थान में मार्च से मध्य जून तक ग्रीष्म ऋतु होती है। इसमें मई व जून के महीने में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है। अधिक गर्मी के वायु मे नमी समाप्त हो जाती है। परिणाम स्वरूप वायु हल्की होकर उपर चली जाती है। अतः पश्चिमी राजस्थान में निम्न वायुदाब का क्षेत्र बनता है परिणामस्वरूप उच्च वायुदाब से वायु निम्न वायुदाब की और तेजगति से आती है इससे गर्मियों में आंधियों का प्रवाह बना रहता है।
    प्रश्न 123 राजस्थान में औसत वार्षिक वर्षा की सर्वाधिक परिवर्तनशीलता आलेखित करने वाले जिले हैं –
    • (अ) अलवर, भरतपुर
    • (ब) अजमेर, टोंक
    • (स) जैसलमेर, बाड़मेर
    • (द) बाँसवाड़ा, डूँगरपुर
    उत्तर : जैसलमेर, बाड़मेर
    व्याख्या :
    राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा की विषमता वाला जिला – बाड़मेर और जैसलमेर
    प्रश्न 124 जलवायु की दृष्टि से अधिकांशतः राजस्थान स्थित है –
    • (अ) उष्ण कटिबन्ध में
    • (ब) उपोष्ण कटिबन्ध में
    • (स) शीत कटिबन्ध में
    • (द) शीतोष्ण कटिबन्ध में
    उत्तर : उपोष्ण कटिबन्ध में
    व्याख्या :
    कोई भी दो अक्षांश के मध्य का भु-भाग कटिबंध कहलाता है। राजस्थान उष्ण कटिबंध के निकट वास्तव में उपोष्ण कटिबंध में स्थित है।
    प्रश्न 125 राजस्थान की अधिकांश वर्षा किन मानसूनी पवनों से होती है –
    Agriculture Supervisor Exam 2018
    • (अ) पूर्वी हवाएँ
    • (ब) पश्चिमी विक्षोभ
    • (स) दक्षिणी-पश्चिमी हवाएँ
    • (द) इनमें से कोई नहीं
    उत्तर : दक्षिणी-पश्चिमी हवाएँ
    व्याख्या :
    राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
    प्रश्न 126 1000 मिलिबार की समदाब रेखा जुलाई माह में गुजरती है –
    • (अ) सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़ और झालावाड़ से
    • (ब) सिरोही, चित्तौड़गढ़, कोटा और बांरा से
    • (स) जालोर, पाली, अजमेर एवं करौली से
    • (द) उदयपुर, चित्तौड़गढ़, कोटा एवं बारां से
    उत्तर : सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़ और झालावाड़ से
    व्याख्या :
    1000 मिलीबार समदाब रेखा का मतलब है कि इस रेखा पर स्थित सभी जिलों में समान दाब (1000 मिलीबार) होगा। राजस्थान में जुलाई माह की 1000 मिलीबार समदाब रेखा सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़ और झालावाड़ से गुजरती है।
    प्रश्न 127 कोपेन ने जलवायु प्रदेश के वर्गीकरण का आधार माना है –
    • (अ) वनस्पति
    • (ब) वर्षा
    • (स) तापमान
    • (द) वायुदाब
    उत्तर : वनस्पति
    व्याख्या :
    व्लादिमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया। कोपेन के अनुसार स्थानीय वनस्पति ही मौसम की सर्वश्रेष्ठ अभिव्यक्ति है, हालांकी कोपेन ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वर्षा एवं तापमान को भी महत्व दिया है क्योंकि परोक्ष रूप से वनस्पति वर्षा और तापमान पर निर्भर होती है अत: कोपेन ने राजस्थान की जलवायु को वनस्पति के आधार पर चार सांकेतिक शब्दो में वर्णीत किया है।
    प्रश्न 128 राजस्थान में शीतकालीन वर्षा का कारण है –
    Lect. College Edu. EXAM 2014(GK)
    • (अ) स्थानीय हवायें
    • (ब) द. पूर्वी मानसून
    • (स) उ. पूर्वी मानसून
    • (द) पश्चिमी विक्षोभ
    उत्तर : पश्चिमी विक्षोभ
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है।
    प्रश्न 129 राजस्थान में अरावली का कौन सा भाग सर्वाधिक वर्षा प्राप्त करता है –
    • (अ) उत्तर-पूर्वी
    • (ब) मध्य
    • (स) दक्षिणी
    • (द) शेखावाटी पहाड़ियां
    उत्तर : दक्षिणी
    व्याख्या :
    अरावली पहाड़ियों के दक्षिणी भाग सर्वाधिक वर्षा प्राप्त करते हैं। राजस्थान का सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान – माउण्ट आबु(120-140 सेमी.) है यहीं पर वर्षा के सर्वाधिक दिन(48 दिन) मिलते हैं।
    प्रश्न 130 राजस्थान में न्यूनतम ग्रीष्मकालीन तापमान वला क्षेत्र है –
    • (अ) दक्षिणी-पूर्वी
    • (ब) उत्तरी-पश्चिमी
    • (स) दक्षिणी-पश्चिमी
    • (द) उत्तरी-पूर्वी
    उत्तर : दक्षिणी-पश्चिमी
    व्याख्या :
    राजस्थान का दक्षिण-पश्चिम भाग (सिरोही) अधिक ऊंचाई पर होने के कारण गर्मियों में तापमान अपेक्षाकृत कम रहता है, क्योंकि ऊंचाई बढ़ने पर तापमान घटता है।
    प्रश्न 131 राजस्थान में लौटते मानसून ऋतु की अवधि है –
    • (अ) जुलाई से अगस्त
    • (ब) मार्च से जून
    • (स) अक्टूबर से दिसम्बर
    • (द) जनवरी से फरवरी
    उत्तर : अक्टूबर से दिसम्बर
    व्याख्या :
    राजस्थान में लौटता मानसून का मौसम अक्टूबर से दिसंबर है।
    राजस्थान में मध्य जून से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है।
    प्रश्न 132 राजस्थान में थार्नवेट के जलवायु प्रदेश EA’d में कौनसा क्षेत्र नहीं आता –
    • (अ) बाड़मेर
    • (ब) जैसलमेर
    • (स) फलौदी
    • (द) हनुमानगढ़
    उत्तर : हनुमानगढ़
    व्याख्या :
    थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
    1. CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
    3. DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
    EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु प्रदेश में अनुपगढ, बीकानेर, फलौदी, बाड़मेर, जैसलमेर आदि पश्चिमी जिले आते हैं।
    प्रश्न 133 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार झुंझुनू जिले की जलवायु किस कोटि में रखी जा सकती है –
    • (अ) Aw
    • (ब) Bshw
    • (स) Bwhw
    • (द) Cwg
    उत्तर : Bshw
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    चूरू, सीकर झुन्‍झुनू, नीमा का थाना, नागौर, ब्‍यावर, जोधपुर, जोधपुर ग्रामीण, बालोतरा, जालौर, सांचौर, बाड़मेर आदि Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आते हैं।
    प्रश्न 134 पूर्व दिशा से राजस्थान में चलने वाली हवा को क्या कहा जाता है –
    • (अ) पुरवाई
    • (ब) लू
    • (स) पछुआ
    • (द) पश्चिमी विक्षोभ
    उत्तर : पुरवाई
    व्याख्या :
    बंगाल की खाड़ी का मानसून राजस्थान में पूर्वी दिशा से प्रवेश करता है। पूर्वी दिशा से प्रवेश करने के कारण मानसूनी हवाओं को पूरवइयां के नाम से जाना जाता है यह मानसून राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा करवाता है इस मानसून से राजस्थान के उत्तरी, उत्तरी-पूर्वी, दक्षिणी-पूर्वी क्षेत्रों में वर्षा होती है।
    पूर्व की ओर से आने वाली हवा – पूरवईयां, पूरवाई, पूरवा, आगुणी
    प्रश्न 135 राजस्थान में किस दिशा में वर्षा कम होती जाती है –
    • (अ) उत्तर से दक्षिण
    • (ब) पश्चिम से पूर्व
    • (स) उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व
    • (द) दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व
    उत्तर : दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व
    व्याख्या :
    राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर घटती है। अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है। वर्षा की मात्रा दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की ओर भी घटती है।
    प्रश्न 136 थार मरूस्थल में रात्रि का तापमान गर्मियों में अचानक गिर जाता है क्योंकि –
    • (अ) निम्न सापेक्षिक आर्द्रता, दिन में ऊंचा तापक्रम एवं बादलों का अभाव
    • (ब) झीलों की उपस्थिति, अधिवासों की विरलाता एवं उच्च वायुवेग
    • (स) वातावरण की शुष्कता, स्वच्छ आकाश, मिट्टी की बलुई प्रकृति, वनस्पति का अभाव
    • (द) वायुमण्डलीय दबाव के कम होने, नग्न चट्टानों की उपस्थित, बालू के टिलों की उपस्थिति के कारण
    उत्तर : वातावरण की शुष्कता, स्वच्छ आकाश, मिट्टी की बलुई प्रकृति, वनस्पति का अभाव
    व्याख्या :
    थार मरुस्थल में दिन और रात के तापमान में बहुत अंतर होता है। गर्मियों में दिन का तापमान 50°C तक हो सकता है, जबकि रात में यह 15°C तक गिर सकता है। तापमान में भारी बदलाव का मुख्य कारण रेगिस्तानी हवा का अत्यधिक शुष्क होना है। विश्व एटलस के अनुसार, हवा में मौजूद जलवाष्प एक विशाल अदृश्य कंबल की तरह जमीन के करीब गर्मी को पकड़ लेता है और इसे वायुमंडल में फैलने से रोकता है।उच्च आर्द्रता वाली हवा को भी गर्म होने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, अर्थात उस ऊर्जा को नष्ट होने और आसपास के वातावरण को ठंडा होने में भी अधिक समय लगता है।इसलिए, रेगिस्तानों में नमी की कमी इन शुष्क स्थानों को जल्दी गर्म होने के साथ-साथ तेजी से ठंडा भी करती है।
    प्रश्न 137 राजस्थान में प्रवेश करने वाले पश्चिम विक्षोभ की उत्पत्ति कौन से क्षेत्र से होती है –
    • (अ) अरब सागर
    • (ब) हिन्द महासागर
    • (स) बंगाल की खाड़ी
    • (द) भूमध्य सागर
    उत्तर : भूमध्य सागर
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है।
    प्रश्न 138 मानचित्र में छायांकित क्षेत्र प्रदर्शित करता है –
    rajasthan state

    COMPILER Exam 2016
    • (अ) 80 से.मी. से अधिक वर्षा के क्षेत्र
    • (ब) 60 से 70 से.मी. वर्षा के क्षेत्र
    • (स) 50 से 60 से. मी. वर्षा के क्षेत्र
    • (द) 50 से. मी. से कम वर्षा के क्षेत्र
    उत्तर : 80 से.मी. से अधिक वर्षा के क्षेत्र
    व्याख्या :
    मानचित्र में छायांकित क्षेत्र 80 से.मी. से अधिक वर्षा क्षेत्र को प्रदर्शित करता है।
    प्रश्न 139 निम्नलिखित में से किस स्थान पर राजस्थान में साधारणतः सर्वाधिक वर्षा दर्ज की जाती है –
    JSA Serology-2019(Rajasthan Gk)
    • (अ) नाथद्वारा
    • (ब) मा. आबु
    • (स) प्रतापगढ़
    • (द) रावतभाटा
    उत्तर : मा. आबु
    व्याख्या :
    राजस्थान का सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान – माउण्ट आबु(120-140 सेमी.) है यहीं पर वर्षा के सर्वाधिक दिन(48 दिन) मिलते हैं।
    प्रश्न 140 उत्तर-पूर्वी राजस्थान की जलवायु है –
    JSA Ballistic-2019(Rajasthan Gk)
    • (अ) अर्द्ध-शुष्क
    • (ब) आर्द्र
    • (स) उप-आर्द्र
    • (द) अति-आर्द्र
    उत्तर : अर्द्ध-शुष्क
    व्याख्या :
    उत्तर-पूर्वी राजस्थान की जलवायु अर्द्ध-शुष्क है। इसमें चुरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, द. बाड़मेर, बालोतरा, जोधपुर व बीकानेर का पूर्वी भाग तथा पाली, जालौर, सीकर,नागौर, डीडवाना कुचामन व झुझुनू का पश्चिमी भाग शामिल है।
    प्रश्न 141 थोर्नट्वेट के वर्गीकरण के अनुसार निम्न में से कौन-सी ऊष्णकटिबन्धीय मरूस्थलीय जलवायु को दर्शाता है –
    Junior Instructor(fitter)
    • (अ) DB′W
    • (ब) EA′d
    • (स) DA′w
    • (द) CA′w
    उत्तर : EA′d
    व्याख्या :
    थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
    1. CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
    3. DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
    प्रश्न 142 राजस्थान के चूरू जिले में कोपेन वर्गीकरण के अनुसार किस प्रकार की जलवायु स्थित है –
    Junior Instructor(fitter)
    • (अ) Aw
    • (ब) Bwhw
    • (स) Cwg
    • (द) Amw
    उत्तर : Bwhw
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    गंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू, अनूपगढ़, फलौदी, जैसलमेर और बीकानेर में Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु मिलती है।
    प्रश्न 143 30 वर्ष से अधिक समयावधी की औसत वायुमण्डलीय दशाओं को कहते हैं –
    Junior Instructor(fitter)
    • (अ) मौसम
    • (ब) जलवायु
    • (स) ऋतु
    • (द) चक्रवात
    उत्तर : जलवायु
    व्याख्या :
    किसी भू-भाग पर लंबी अवधि (30 वर्ष से अधिक) के दौरान विभिन्न समूहों में विविध मौसमों की औसत अवस्था उस भू- भाग की जलवायु कहलाती है।
    प्रश्न 144 सूखा सम्भावित क्षेत्र कार्यक्रम कब लागू किया गया –
    Junior Instructor(copa)
    • (अ) 1974-75
    • (ब) 1977-78
    • (स) 1985-86
    • (द) 1966-67
    उत्तर : 1974-75
    व्याख्या :
    सूखा संभावित क्षेत्र विकास कार्यक्रम चौथी पंचवर्षीय योजना (1969-74) के दौरान शुरू किया गया था।
    प्रश्न 145 निम्न में से किस प्रदेश में स्टेपी प्रकार की वनस्पति पायी जाती है –
    Junior Instructor(copa)
    • (अ) शुष्क
    • (ब) अर्द्ध शुष्क
    • (स) आर्द्र
    • (द) उप-आर्द्र
    उत्तर : अर्द्ध शुष्क
    व्याख्या :
    अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश में स्टेपी प्रकार की वनस्पति व घास के मैदान पाये जाते है। इस क्षेत्र में राजस्थान के बाड़मेर, जालौर, जोधपुर, नागौर, चूरू, सीकर, झुंझुनू और हनुमानगढ़ जिले शामिल हैं।
    प्रश्न 146 थोर्नट्वेट वर्गीकरण के अनुसार निम्नलिखित में से कौन-सा बांसवाड़ा व डूंगरपुर की जलवायु को दर्शाता है –
    Junior Instructor(Eco. Investigator)
    • (अ) EA′d
    • (ब) CA′w
    • (स) DB′W
    • (द) DA′w
    उत्तर : CA′w
    व्याख्या :
    थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
    1. CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
    3. DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
    बांसवाड़ा, डूंगरपुर, सलूम्‍बर, प्रतापगढ़, झालावाड़, बारां CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आते हैं।
    प्रश्न 147 निम्नलिखित में से कौन-सा Bshw प्रकार की जलवायु दर्शाता है –
    Junior Instructor(Eco. Investigator)
    • (अ) जालौर
    • (ब) गंगानगर
    • (स) बीकानेर
    • (द) डूंगरपुर
    उत्तर : जालौर
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    जालौर, संचौर, सिरोही, पाली बालोतरा, बाड्मेर, जोधपुर, जोधपुर ग्रामीण, नाागौर,सीकर, डीडवाना कुचामन, झुन्‍झुनू, चूरू आदि जिले Bshw प्रकार की जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आते हैं।
    प्रश्न 148 कोपेन वर्गीकरण के अनुसार जैसलमेर व बीकानेर के पश्चिमी भागों में निम्नलिखित में से किस प्रकार की जलवायु है –
    Junior Instructor(electrician)
    • (अ) Bwhw
    • (ब) Cwg
    • (स) Aw
    • (द) Bshw
    उत्तर : Bwhw
    व्याख्या :
    जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
    गंगानगर, हनुमानगढ़,अनूपगढ़, फलौदी, जैसलमेर और बीकानेर में Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु मिलती है।
    प्रश्न 149 निम्नलिखित जिलों में से किस जिले में अधिकतम वर्षा होती है –
    Junior Instructor(electrician)
    • (अ) जोधपुर
    • (ब) अजमेर
    • (स) बीकानेर
    • (द) सीकर
    उत्तर : अजमेर
    व्याख्या :
    उपरोक्‍त जिलों में अजमेर में अधिकतम वर्षा होती है। अजमेर उपआर्द्र जलवायु प्रदेश में आता है।
    प्रश्न 150 राजस्थान में शुष्कतम जिला कौनसा है –
    JSA Toxicology-2019(Rajasthan Gk)
    • (अ) जोधपुर
    • (ब) जैसलमेर
    • (स) बाड़मेर
    • (द) बीकानेर
    उत्तर : जैसलमेर
    व्याख्या :
    राजस्थान का सबसे शुष्क जिला जैसलमेर है, लेकिन सबसे शुष्क स्थान फलोदी है।

    RPSC परीक्षा के लिए तैयारी के सुझाव

    1. NCERT पुस्तकें पढ़ें: कक्षा 6-12 तक की भूगोल की किताबों में राजस्थान की जलवायु से जुड़ी जानकारी है।
    2. पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र हल करें: RPSC के पुराने प्रश्न पत्रों को हल करके आप परीक्षा के पैटर्न को समझ सकते हैं।
    3. शॉर्ट नोट्स बनाएं: जलवायु की विशेषताओं और भौगोलिक क्षेत्रों के लिए छोटे नोट्स बनाकर रिवीजन करें।

    FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

    प्रश्न 1: राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से किस प्रकार की है?

    उत्तर: राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से शुष्क और अर्ध-शुष्क है।

    प्रश्न 2: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है?

    उत्तर: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में होती है।

    प्रश्न 2: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है?

    उत्तर: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में होती है।

    निष्कर्ष

    राजस्थान की जलवायु RPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में एक महत्वपूर्ण विषय है। इस विषय पर गहन अध्ययन और पिछले प्रश्न पत्रों का विश्लेषण आपको परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने में मदद करेगा।

  • राजस्थान की जलवायु PART 2 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    राजस्थान की जलवायु PART 2 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    राजस्थान की जलवायु (Climate of Rajasthan) भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे रोचक और विविध जलवायवीय क्षेत्रों में से एक है। राजस्थान राज्य का क्षेत्रफल और इसकी भौगोलिक विविधता इसे एक अनूठी जलवायवीय पहचान प्रदान करती है। यहाँ इस लेख में हम राजस्थान की जलवायु पर आधारित RPSC Previous Year Questions (PYQs) और Multiple Choice Questions (MCQs) का विश्लेषण करेंगे।

    राजस्थान की जलवायु PART 2 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    राजस्थान भौतिक प्रदेश के महत्वपूर्ण PYQs
    प्रश्न 51 राज्य के किस जिले में वर्षा के वितरण में सर्वाधिक वर्षा – परिसर देखने को मिलता है –
    • (अ) राजसमन्द
    • (ब) सिरोही
    • (स) अलवर
    • (द) कोटा
    उत्तर : कोटा
    व्याख्या :
    उपरोक्‍त जिलों में कोटा में सर्वाधिक वर्षा देखने को मिलती है। कोटा आर्द्र से अतिआर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है।
    प्रश्न 52 किसी भी क्षेत्र को न्यूनतम सूखा ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने के लिए कितनी वार्षिक, वर्षा की मात्रा होनी चाहिए –
    • (अ) 70 से 100 से.मी.
    • (ब) 40 से 50 से.मी.
    • (स) 60 से 80 से.मी.
    • (द) 30 से 40 से.मी.
    उत्तर : 70 से 100 से.मी.
    व्याख्या :
    न्यूनतम सूखा ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने के लिए वार्षिक 70 से 100 से.मी. वर्षा की मात्रा होनी चाहिए।
    प्रश्न 53 Bwhw से अभिप्राय है –
    • (अ) शुष्क शीतऋतु जलवायु
    • (ब) शुष्क उष्ण मरुस्थली जलवायु
    • (स) आर्द्र जलवायु
    • (द) अति आर्द्र जलवायु
    उत्तर : शुष्क उष्ण मरुस्थली जलवायु
    व्याख्या :
    कोपेन जलवायु वर्गीकरण राजस्थान के संबंध में जलवायु को चार मुख्य जलवायु समूहों में विभाजित करता है, प्रत्येक समूह को वनस्पति के आधार पर विभाजित किया गया है।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 54 थार्नवेट के अनुसार, DA’w जलवायु प्रदेश के अंतर्गत निम्न में से कौन से जिले आते हैं –
    • (अ) सिरोही, पाली, अजमेर
    • (ब) गंगानगर, जयपुर
    • (स) बीकानेर, चूरू
    • (द) जोधपुर, कोटा
    उत्तर : सिरोही, पाली, अजमेर
    व्याख्या :
    थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
    1. CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
    3. DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
    प्रश्न 55 Bwhw जलवायु प्रदेश में कौनसे जिले आते हैं –
    • (अ) जयपुर, दौसा, अलवर
    • (ब) जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर
    • (स) कोटा, बूंदी, झालावाड़
    • (द) नागौर, पाली, जालौर
    उत्तर : जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया। कोपेन जलवायु वर्गीकरण राजस्थान के संबंध में जलवायु को चार मुख्य जलवायु समूहों में विभाजित करता है, प्रत्येक समूह को वनस्पति के आधार पर विभाजित किया गया है।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 56 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, गंगानगर जिले में किस प्रकार की जलवायु पायी जाती है –
    • (अ) Bshw
    • (ब) Bwhw
    • (स) Aw
    • (द) Cwg
    उत्तर : Bwhw
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया। कोपेन जलवायु वर्गीकरण राजस्थान के संबंध में जलवायु को चार मुख्य जलवायु समूहों में विभाजित करता है, प्रत्येक समूह को वनस्पति के आधार पर विभाजित किया गया है।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 57 कोपेन के वर्गीकरण के अनुसार, निम्नलिखित में से किस जिले में ‘Aw’ प्रकार की जलवायु नहीं पायी जाती है –
    • (अ) झालावाड़
    • (ब) बांसवाड़ा
    • (स) चित्तौड़गढ़
    • (द) सिरोही
    उत्तर : सिरोही
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    सिरोही में Bshw प्रकार की जलवायु पायी जाती है।
    प्रश्न 58 कोपेन के राजस्थान के जलवायु प्रदेशों के अनुसार, “Aw” जलवायु पाई जाती है –
    • (अ) जयपुर जिले में
    • (ब) भरतपुर जिले में
    • (स) नागौर जिले में
    • (द) डूंगरपुर जिले में
    उत्तर : डूंगरपुर जिले में
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 59 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, राजस्थान के किन जिलों में ‘स्टेपी जलवायु’ पायी जाती है –
    • (अ) बाड़मेर, जालौर और जोधपुर
    • (ब) जैसलमेर और बीकानेर
    • (स) गंगानगर और हनुमानगढ़
    • (द) जयपुर, दौसा और टोंक
    उत्तर : बाड़मेर, जालौर और जोधपुर
    व्याख्या :
    कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार ‘स्टेपी जलवायु’ बाड़मेर, जालोर तथा जोधपुर में पाई जाती है। डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया। कोपेन जलवायु वर्गीकरण राजस्थान के संबंध में जलवायु को चार मुख्य जलवायु समूहों में विभाजित करता है, प्रत्येक समूह को वनस्पति के आधार पर विभाजित किया गया है।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 60 राजस्थान का कौनसा जिला औसत वार्षिक वर्षा की मात्रा सर्वाधिक प्राप्त करता है –
    • (अ) झालावाड़
    • (ब) बारां
    • (स) उदयपुर
    • (द) सिरोही
    उत्तर : झालावाड़
    व्याख्या :
    जिला स्तर पर सर्वाधिक वर्षा – झालावाड़(100 सेमी.)
    प्रश्न 61 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों में किस प्रकार की जलवायु पाई जाती है –
    • (अ) Aw
    • (ब) Cwg
    • (स) BWhw
    • (द) BShw
    उत्तर : Aw
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 62 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, जालौर, सीकर, नागौर और झुन्झुनू, निम्नलिखित में से किस जलवायु प्रदेश में शामिल हैं –
    • (अ) Bwkw
    • (ब) Bwhw
    • (स) Bshw
    • (द) Bskw
    उत्तर : Bshw
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    जालौर, सीकर, नागौर और झुन्झुनू Bshw जलवायु प्रदेश में शामिल हैं।
    प्रश्न 63 राजस्थान का न्यूनतम वर्षा वाला क्षेत्र है –
    • (अ) उत्तरी-पूर्वी
    • (ब) दक्षिणी-पूर्वी
    • (स) पश्चिमी
    • (द) दक्षिणी
    उत्तर : पश्चिमी
    व्याख्या :
    राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर घटती है। पश्चिमी क्षेत्र में न्‍यूनतम वर्षा होती है। अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है।
    प्रश्न 64 राजस्थान की औसत वर्षा है –
    • (अ) 48-52 सेमी
    • (ब) 63-67 सेमी
    • (स) 56-58 सेमी
    • (द) 30-35 सेमी
    उत्तर : 56-58 सेमी
    व्याख्या :
    राजस्थान में वर्षा का औसत 57 सेमी. है जिसका वितरण 10 से 100 सेमी. के बीच होता है। वर्षा का असमान वितरण अपर्याप्त और अनिश्चित मात्रा ही राजस्थान में हर वर्ष सुखे व अकाल का कारण बनती है।
    प्रश्न 65 निम्नलिखित में से कौन सी जलवायु राजस्थान में नहीं पायी जाती है –
    • (अ) BWhw
    • (ब) BSKw
    • (स) Cwg
    • (द) Aw
    उत्तर : BSKw
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 66 निम्नलिखित में से कौन-से कारक राजस्थान की जलवायु को प्रभावित करते हैं –
    (A) अक्षांशीय अवस्थिति
    (B) देशान्तरीय अवस्थिति
    (C) अरब सागर से दूरी
    (D) उच्चावच विशेषताएं
    • (अ) A और D
    • (ब) A, B और C
    • (स) A, C और D
    • (द) B, C और D
    उत्तर : A, C और D
    व्याख्या :
    जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक – अक्षांशीय स्थिती, समुद्रतल से दुरी, समुद्र तल से ऊंचाई, अरावली पर्वत श्रेणियों कि स्थिति एवं दिशा आदि।
    प्रश्न 67 समवर्षा रेखा जो राजस्थान को लगभग दो समान भागों में विभाजित करती है, वह है –
    • (अ) 50 सेमी
    • (ब) 75 सेमी
    • (स) 100 सेमी
    • (द) 25 सेमी
    उत्तर : 50 सेमी
    व्याख्या :
    राजस्थान को 50 सेमी. रेखा दो भागों में बांटती है। 50 सेमी. वर्षा रेखा की उत्तर-पश्चिम में कम होती है। जबकि दक्षिण पूर्व में वर्षा अधिक होती है। यह 50 सेमी. मानक रेखा अरावली पर्वत माला को माना जाता है।
    प्रश्न 68 राजस्थान में शीतकालीन वर्षा उन चक्रवातों के परिणाम स्वरूप होती है, जो ____ में उत्पन्न होते हैं।
    • (अ) लाल सागर
    • (ब) अरब सागर
    • (स) भूमध्य सागर
    • (द) काला सागर
    उत्तर : भूमध्य सागर
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है।
    प्रश्न 69 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, राजस्थान में ‘Cwg’ जलवायु पाई जाती है –
    • (अ) शुष्क प्रदेश में
    • (ब) अर्द्ध शुष्क प्रदेश में
    • (स) दक्षिणी-पूर्वी प्रदेश में
    • (द) हाड़ौती पठारी प्रदेश में
    उत्तर : दक्षिणी-पूर्वी प्रदेश में
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 70 निम्नलिखित में से राजस्थान के किन जिलों में उप आर्द्र जलवायु पायी जाती है –
    • (अ) गंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर, चूरू
    • (ब) उदयपुर, राजसमंद, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़
    • (स) कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़
    • (द) जयपुर, अजमेर, अलवर, टोंक
    उत्तर : जयपुर, अजमेर, अलवर, टोंक
    व्याख्या :
    अलवर, जयपुर, अजमेर, पाली, जालौर, नागौर, डीडवाना कुचामन व झुझुनू का पूर्वी भाग तथा डीग, दौसा, टोंक, केकड़ी, भीलवाड़ा व सिरोही का उत्तरी-पश्चिमी भाग में उप आर्द्र जलवायु पायी जाती है।
    प्रश्न 71 कोपेन वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के जलवायु कौनसे जिले ‘Aw’ प्रकार की जलवायु में सम्मिलित है –
    • (अ) उदयपुर – सिरोही – जालौर – राजसमन्द
    • (ब) जयपुर – अलवर – दौसा – भरतपुर
    • (स) बांसवाड़ा – डूंगरपुर – झालावाड़ – प्रतापगढ़
    • (द) कोटा – बूंदी – झालावाड़ – सवाई माधोपुर
    उत्तर : बांसवाड़ा – डूंगरपुर – झालावाड़ – प्रतापगढ़
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 72 कौनसा युग्म सही सुमेलित नहीं है –
    • (अ) Aw – सीकर, चूरू
    • (ब) Bshw- बाड़मेर, जालौर
    • (स) Bwhw – जैसलमेर, पश्चिमी बीकानेर
    • (द) Cwg -अरावली के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र
    उत्तर : Aw – सीकर, चूरू
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 73 राजस्थान की जलवायु के बारे में निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही कूट चुनिए –
    (i) पूर्व से पश्चिम की ओर एवं दक्षिण से उत्तर की ओर वर्षा की मात्रा घटती जाती है।
    (ii) रेत की अधिकता के कारण दैनिक व वार्षिक तापान्तर अधिक पाया जाता है।
    (iii) ग्रीष्म ऋतु में उच्च दैनिक तापमान 49°C तक पहुंच जाता है।
    कूट –
    • (अ) (i) तथा (ii) सत्य हैं
    • (ब) (i) तथा (iii) सत्य हैं
    • (स) (ii) तथा (iii) सत्य हैं
    • (द) (i), (ii) तथा (iii) सत्य हैं
    उत्तर : (i), (ii) तथा (iii) सत्य हैं
    व्याख्या :
    राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर घटती है। अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है। रेत की अधिकता के कारण राजस्थान का सर्वाधिक दैनिक तापान्तर पश्चिमी क्षेत्र में रहता है। ग्रीष्म ऋतु में उच्च दैनिक तापमान 49°C तक पहुंच जाता है।
    प्रश्न 74 थार्नवेट के वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के कौनसे जिले DB’w प्रकार की जलवायु में सम्मिलित हैं –
    • (अ) गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर
    • (ब) बाड़मेर, जैसलमेर, जालौर, पाली
    • (स) जोधपुर, पाली, नागौर, अजमेर
    • (द) सीकर, झुंझुनूँ, नागौर, जयपुर
    उत्तर : गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर
    व्याख्या :
    थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
    1. CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
    3. DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
    गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर और अनूपगढ़ DB’w प्रकार की जलवायु में सम्मिलित हैं।
    प्रश्न 75 झालावाड़ और बांसवाड़ा जिले किस जलवायु खण्ड में सम्मिलित है –
    • (अ) आर्द्र प्रदेश
    • (ब) अर्द्ध-शुष्क प्रदेश
    • (स) अति-आर्द्र प्रदेश
    • (द) उप-आर्द्र प्रदेश
    उत्तर : अति-आर्द्र प्रदेश
    व्याख्या :
    द.पू. कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाडा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, द.पू. सलूम्‍बर तथा माउण्ट आबू क्षेत्र अति-आर्द्र प्रदेश में सम्मिलित है।
    प्रश्न 76 निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए –
    कोपेन के जलवायु प्रदेश
    (A) AW (B) BShw
    (C) BWhw (D) Cwg
    जिले
    (I) बांसवाडा (II) गंगानगर
    (III) धौलपुर (IV) सीकर
    कूट है –
    • (अ) A-1, B-IV, C-II, D-III
    • (ब) A-I, B-IV,C-III, D-II
    • (स) A-IV, B-I, C-II, D-III
    • (द) A-III, B-IV, C-II, D-I
    उत्तर : A-1, B-IV, C-II, D-III
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 77 राजस्थान मरुस्थल में ग्रीष्मकाल की रात्रि में तापमान में आकस्मिक गिरावट होती है, जिसका कारण है :
    • (अ) वायुमण्डल में उच्च शुष्कता, स्वच्छ आसमान, रेतीली मिट्टी एवं वनस्पति की कमी
    • (ब) उच्च वायुमण्डलीय दाब, नम्र चट्टानों की उपस्थिति एवं रेत के टीले का पाया जाना
    • (स) झीलों की उपस्थिति, बिखरे अधिवास एवं तीव्र वायु की गति
    • (द) निम्न सापेक्षिक आर्द्रता, दिन में अधिक तापमान पचं तेज वायु की गति
    उत्तर : वायुमण्डल में उच्च शुष्कता, स्वच्छ आसमान, रेतीली मिट्टी एवं वनस्पति की कमी
    व्याख्या :
    थार मरुस्थल में दिन और रात के तापमान में बहुत अंतर होता है। गर्मियों में दिन का तापमान 50°C तक हो सकता है, जबकि रात में यह 15°C तक गिर सकता है। तापमान में भारी बदलाव का मुख्य कारण रेगिस्तानी हवा का अत्यधिक शुष्क होना है। विश्व एटलस के अनुसार, हवा में मौजूद जलवाष्प एक विशाल अदृश्य कंबल की तरह जमीन के करीब गर्मी को पकड़ लेता है और इसे वायुमंडल में फैलने से रोकता है।उच्च आर्द्रता वाली हवा को भी गर्म होने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, अर्थात उस ऊर्जा को नष्ट होने और आसपास के वातावरण को ठंडा होने में भी अधिक समय लगता है।इसलिए, रेगिस्तानों में नमी की कमी इन शुष्क स्थानों को जल्दी गर्म होने के साथ-साथ तेजी से ठंडा भी करती है।
    प्रश्न 78 ग्रीष्म ऋतु में राजस्थान में कम वायुदाब का क्षेत्र होता है –
    • (अ) पूर्वीक्षेत्र में
    • (ब) उत्तरी पूर्वी क्षेत्र में
    • (स) दक्षिण क्षेत्र में
    • (द) उ. पश्चिम क्षेत्र में
    उत्तर : उ. पश्चिम क्षेत्र में
    व्याख्या :
    ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम क्षेत्र क्षेत्र का वायुदाब पूर्वी क्षेत्र से कम होता है। ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम की तरफ से गर्म हवाऐं चलती है जिन्हें लू कहते है। इस लू के कारण यहां निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है। इस निम्न वायुदाब की पूर्ती हेतु दुसरे क्षेत्र से (उच्च वायुदाब वाले क्षेत्रों से) तेजी से हवा उठकर आती है जो अपने साथ धुल व मिट्टी उठाकर ले आती है इसे ही आंधी कहते हैं।
    प्रश्न 79 कोपेन के Aw प्रकार की जलवायु वाला जिला है –
    • (अ) बाँसवाड़ा
    • (ब) सीकर
    • (स) बाड़मेर
    • (द) नागौर
    उत्तर : बाँसवाड़ा
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 80 कोपेन के अनुसार श्रीगंगानगर _________ जलवायु प्रदेश में स्थित है।
    • (अ) Cwg
    • (ब) Aw
    • (स) BShw
    • (द) Bwhw
    उत्तर : Bwhw
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 81 मौसम विज्ञान के अनुसार सामान्य वर्षा से 51% व अधिक वर्षा में कमी होने पर ____ सूखा कहते हैं।
    • (अ) सामान्य
    • (ब) भयंकर
    • (स) मध्यम
    • (द) नहीं
    उत्तर : भयंकर
    व्याख्या :
    मौसम संबंधी सूखा तब होता है जब शुष्क मौसम का स्वरूप किसी क्षेत्र पर हावी हो जाता है। वर्षा की कमी (RD) के आधार पर इसे आगे तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है।
    RD > 50% – भयंकर सूखा
    25% ≤ RD ≤ 50% – मध्यम सूखा
    RD < 25% - सूखा
    प्रश्न 82 राजस्थान के निम्नलिखित में से कौन से जिले 50 सेमी समवर्षा रेखा के पश्चिम में अवस्थित हैं – नीचे दिये गये कूटों में से सही उत्तर चुनिये :
    A. दौसा
    B. चुरू
    C. हनुमानगढ़
    D. भीलवाड़ा
    • (अ) A, B एवं C
    • (ब) A, C एवं D
    • (स) B एवं D
    • (द) B एवं C
    उत्तर : B एवं C
    व्याख्या :
    राजस्थान को 50 सेमी. रेखा दो भागों में बांटती है। 50 सेमी. वर्षा रेखा की उत्तर-पश्चिम में कम होती है। जबकि दक्षिण पूर्व में वर्षा अधिक होती है। यह 50 सेमी. मानक रेखा अरावली पर्वत माला को माना जाता है। चुरू और हनुमानगढ़ 50 सेमी समवर्षा रेखा के पश्चिम में अवस्थित है।
    प्रश्न 83 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण में Bwhw जलवायु प्रदेश की कौन सी एक विशेषता है –
    • (अ) आर्द्र एवं गर्म
    • (ब) कम वाष्पीकरण
    • (स) शुष्क एवं उष्ण दशाएँ
    • (द) कम वर्षा और ठंडी जलवायु दशाएँ
    उत्तर : शुष्क एवं उष्ण दशाएँ
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 84 सूखे का प्रकार जब किसी क्षेत्र में मौसमी वर्षा दीर्घकालिक औसत से 75 प्रतिशत कम होती है –
    • (अ) मौसमी सूखा
    • (ब) जलीय सूखा
    • (स) कृषिगत सूखा
    • (द) सामाजिक-आर्थिक सूखा
    उत्तर : मौसमी सूखा
    व्याख्या :
    ‘सूखे’ की तीन स्थितियाँ होती हैं-
    (i) मौसमी सूखाः किसी बड़े क्षेत्र में अपेक्षा से 75% कम वर्षा होने पर उत्पन्न हुई स्थिति।
    (ii) जलीय सूखाः जब ‘मौसम विज्ञानी सूखे’ की अवधि अधिक लंबी हो जाती है तो नदियों, तालाब, झीलों जैसे जल क्षेत्र सूखने से यह स्थिति बनती है।
    (iii) कृषिगत सूखाः इस स्थिति में फसल के लिये अपेक्षित वर्षा से काफी कम वर्षा होने पर मिट्टी की नमी फसल विकास के लिये अपर्याप्त होती है।
    प्रश्न 85 कोपेन के अनुसार, राजस्थान में कौन सा जलवायु प्रकार उष्ण कटिबंधीय शुष्क (मरुस्थलीय) जलवायु को दर्शाता है –
    ASSI. TESTING OFFICER 2021
    • (अ) Aw
    • (ब) Cwg
    • (स) Bshw
    • (द) Bwhw
    उत्तर : Bwhw
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 86 थॉर्नवेट के वर्गीकरण के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन उष्णकटिबंधीय मरुस्थलीय जलवायु का प्रतिनिधित्व करता है –
    Librarian Grade III 2022 (Paper 1)
    • (अ) DA’W
    • (ब) EA’d
    • (स) DB’W
    • (द) CA’w
    उत्तर : EA’d
    व्याख्या :
    थॉर्नवेट के वर्गीकरण के अनुसार, EA’d उष्णकटिबंधीय मरुस्थलीय जलवायु का प्रतिनिधित्व करता है। इस क्षेत्र में गर्म और शुष्क जलवायु होती है, जिसमें हर मौसम में बारिश की कमी होती है। इस क्षेत्र में जेरोफाइटिक वनस्पतियां पाई जाती हैं।
    प्रश्न 87 कोपेन के वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के कौन से भागों में ‘Aw’ प्रकार का जलवायु प्रदेश पाया जाता है –
    Superintendent Gar. 2021 (GK)
    • (अ) दक्षिणी एवं दक्षिणी-पूर्वी भाग
    • (ब) मध्यवर्ती एवं उत्तरी भाग
    • (स) उत्तरी एवं उत्तरी-पूर्वी भाग
    • (द) पश्चिमी एवं दक्षिणी-पश्चिमी भाग
    उत्तर : दक्षिणी एवं दक्षिणी-पूर्वी भाग
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़ (दक्षिणी एवं दक्षिणी-पूर्वी भाग)
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 88 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान का कौन सा क्षेत्र ‘Aw’ प्रकार की जलवायु का अनुभव करता है –
    RSMSSB LSA 2022
    • (अ) सबसे दक्षिणी क्षेत्र
    • (ब) उत्तर पूर्वी क्षेत्र
    • (स) पश्चिमी क्षेत्र
    • (द) सबसे उत्तरी क्षेत्र
    उत्तर : सबसे दक्षिणी क्षेत्र
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़(सबसे दक्षिणी क्षेत्र)
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 89 निम्नलिखित में से कौनसा (जलवायु प्रकार – जिला) सुमेलित नहीं है –
    JEN 2022: Civil Degree (GK)
    • (अ) Bwhw – गंगानगर
    • (ब) Bshw – जयपुर
    • (स) Cwg – अलवर
    • (द) AW – कोटा
    उत्तर : Bshw – जयपुर
    व्याख्या :
    जयपुर Cwg जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है।
    प्रश्न 90 कौनसा युग्म सही सुमेलित नहीं है –
    Basic Computer Instructor Exam 2022 Paper 1
    • (अ) EA’d जलवायु प्रदेश – पूर्वी राजस्थान
    • (ब) DB’w जलवायु प्रदेश – उत्तरी राजस्थान
    • (स) Da’w जलवायु प्रदेश – मध्य राजस्थान
    • (द) CA’w जलवायु प्रदेश – दक्षिण-पूर्वी राजस्थान
    उत्तर : EA’d जलवायु प्रदेश – पूर्वी राजस्थान
    व्याख्या :
    थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
    1. CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
    3. DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
    EA’d जलवायु प्रदेश में पश्चिमी राजस्‍थान का क्षेत्र शामिल है।
    प्रश्न 91 उपआर्द्र जलवायु का क्षेत्र है –
    • (अ) अरावली पर्वतीय प्रदेश
    • (ब) दक्षिणी पूर्वी पठारी भाग
    • (स) पूर्वी मैदानी भाग
    • (द) लूनी बेसिन
    उत्तर : अरावली पर्वतीय प्रदेश
    व्याख्या :
    अरावली पर्वतीय प्रदेश उपआर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है। इसमें अलवर, जयपुर, अजमेर, पाली, जालौर, नागौर, डीडवाना कुचामन व झुझुनू का पूर्वी भाग तथा डीग, दौसा, टोंक, केकड़ी, भीलवाड़ा व सिरोही का उत्तरी-पश्चिमी भाग शामिल है।
    प्रश्न 92 निम्नलिखित जिलों एवं जलवायु प्रदेशों को सुमेलित कीजिए :
    जिला जलवायु प्रदेश
    (1) जैसलमेर (a) अति-आर्द्र
    (2) जयपुर (b) आर्द्र
    (3) सवाई माधोपुर (c) उप-आर्द्र
    (4) झालावाड़ (d) शुष्क
    (1) (2) (3) (4)
    • (अ) (c) (b) (a) (d)
    • (ब) (d) (c) (a) (b)
    • (स) (d) (b) (c) (a)
    • (द) (d) (c) (b) (a)
    उत्तर : (d) (c) (b) (a)
    व्याख्या :
    जिला जलवायु प्रदेश
    (1) जैसलमेर शुष्क
    (2) जयपुर उप-आर्द्र
    (3) सवाई माधोपुर आर्द्र
    (4) झालावाड़ अति-आर्द्र
    प्रश्न 93 थार्नथ्वेट के वर्गीकरण के अनुसार निम्नलिखित में से किस जलवायु वर्ग में जैसलमेर अवस्थित है –
    Lab Assistant Exam 2022 (Science) 28 June 2022 Paper-1
    • (अ) DB’w
    • (ब) EA’d
    • (स) CA’w
    • (द) DA’w
    उत्तर : EA’d
    व्याख्या :
    EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनूपगढ़ में पाई जाती है।
    प्रश्न 94 कोपेन वर्गीकरण का निम्नलिखित में से कौनसा कोड झालावाड़ जिले की जलवायु को निरूपित करता है –
    Lab Assistant Exam 2022 (Science) 28 June 2022 Paper-1
    • (अ) Bwhw
    • (ब) Cwg
    • (स) Aw
    • (द) Bshw
    उत्तर : Aw
    व्याख्या :
    डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 95 राजस्थान के निम्नलिखित किस स्थान पर सर्वाधिक वर्षा होती है –
    Police Constable Exam (13 May 2022 Shift-2)
    • (अ) जयपुर
    • (ब) कोटा
    • (स) माउंट आबू
    • (द) बृजराजनगर
    उत्तर : माउंट आबू
    व्याख्या :
    राजस्थान का सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान – माउण्ट आबु(120-140 सेमी.) है यहीं पर वर्षा के सर्वाधिक दिन(48 दिन) मिलते हैं।
    प्रश्न 96 निम्नलिखित में से मावठ द्वारा लाभार्थी फसल कौन सी नहीं है –
    RSMSSB VDO Mains 2022
    • (अ) गेहूँ
    • (ब) सरसों
    • (स) चना
    • (द) मूंगफली
    उत्तर : मूंगफली
    व्याख्या :
    मावठ (शीतकालीन वर्षा) द्वारा रबी की फसल जैसे गेहूं, चना, सरसों को सर्वाधिक लाभ होता है। वहीं मूंगफली खरीफ की फसल है।
    प्रश्न 97 राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभों से वर्षा किन महीनों में होती है –
    RSMSSB VDO Mains 2022
    • (अ) सितम्बर और अक्टूबर
    • (ब) अप्रैल और मई
    • (स) दिसम्बर और जनवरी
    • (द) जुलाई और अगस्त
    उत्तर : दिसम्बर और जनवरी
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है।
    प्रश्न 98 राजस्थान का कौन सा क्षेत्र अर्द्धशुष्क अथवा स्टेपी जलवायु प्रदेश के अन्तर्गत आता है –
    Police SI 13 September 2021 (Gk)
    • (अ) जालौर, पाली, जोधपुर, नागौर, सीकर, झुन्झुनू
    • (ब) प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, कोटा, बूंदी, बारां
    • (स) गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चुरू
    • (द) उदयपुर, डूंगरपुर, बाँसवाड़ा
    उत्तर : जालौर, पाली, जोधपुर, नागौर, सीकर, झुन्झुनू
    व्याख्या :
    चुरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, द. बाड़मेर, बालोतरा, जोधपुर व बीकानेर का पूर्वी भाग तथा पाली, जालौर, सीकर,नागौर, डीडवाना कुचामन व झुझुनू का पश्चिमी भाग अर्द्धशुष्क अथवा स्टेपी जलवायु प्रदेश के अन्तर्गत आता है।
    प्रश्न 99 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन सही सुमेलित हैं –
    (A) Cwg – भरतपुर
    (B) Bwhw – बाड़मेर
    (C) Bshw – गंगानगर
    (D) Aw – डूंगरपुर
    • (अ) (A), (C), एवं (D)
    • (ब) (B), (C) एवं (D)
    • (स) (B) एवं (C)
    • (द) (A) एवं (D)
    उत्तर : (A) एवं (D)
    व्याख्या :
    श्रीगंगानगर Bwhw के अंतर्गत आता है और बाड़मेर Bshw के अंतर्गत आता है।
    प्रश्न 100 निम्न में से राजस्थान के किस भाग में सर्वाधिक वर्षा की परिवर्तिता पाई जाती है –
    • (अ) सुदूर पश्चिमी भाग
    • (ब) उत्तर-पूर्वी भाग
    • (स) दक्षिणी भाग
    • (द) उत्तरी भाग
    उत्तर : सुदूर पश्चिमी भाग
    व्याख्या :
    राजस्थान के सुदूर पश्चिमी भाग में वर्षा की परिवर्तिता सबसे ज़्यादा पाई जाती। पश्चिमी राजस्थान में अल्प वर्षा होती है, जिसके कारण वर्षा में थोड़ा सा परिवर्तन ही अधिक प्रतिशत परिवर्तन हो जाता है।

    RPSC परीक्षा के लिए तैयारी के सुझाव

    1. NCERT पुस्तकें पढ़ें: कक्षा 6-12 तक की भूगोल की किताबों में राजस्थान की जलवायु से जुड़ी जानकारी है।
    2. पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र हल करें: RPSC के पुराने प्रश्न पत्रों को हल करके आप परीक्षा के पैटर्न को समझ सकते हैं।
    3. शॉर्ट नोट्स बनाएं: जलवायु की विशेषताओं और भौगोलिक क्षेत्रों के लिए छोटे नोट्स बनाकर रिवीजन करें।

    FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

    प्रश्न 1: राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से किस प्रकार की है?

    उत्तर: राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से शुष्क और अर्ध-शुष्क है।

    प्रश्न 2: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है?

    उत्तर: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में होती है।

    प्रश्न 2: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है?

    उत्तर: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में होती है।

    निष्कर्ष

    राजस्थान की जलवायु RPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में एक महत्वपूर्ण विषय है। इस विषय पर गहन अध्ययन और पिछले प्रश्न पत्रों का विश्लेषण आपको परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने में मदद करेगा।

  • राजस्थान की जलवायु | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    राजस्थान की जलवायु | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

    राजस्थान की जलवायु (Climate of Rajasthan) भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे रोचक और विविध जलवायवीय क्षेत्रों में से एक है। राजस्थान राज्य का क्षेत्रफल और इसकी भौगोलिक विविधता इसे एक अनूठी जलवायवीय पहचान प्रदान करती है। यहाँ इस लेख में हम राजस्थान की जलवायु पर आधारित RPSC Previous Year Questions (PYQs) और Multiple Choice Questions (MCQs) का विश्लेषण करेंगे।

    राजस्थान की जलवायु | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs के साथ विस्तृत गाइड

    राजस्थान भौतिक प्रदेश के महत्वपूर्ण PYQs
    प्रश्न 1 नोचे दो कथन दिए गए हैं :
    कथन (I): बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के मानसून से राजस्थान में वर्षा होती है।
    कथन (II): बंगाल की खाड़ी का मानसून राजस्थान में बिना वर्षा किए गुजरता है, क्योंकि इसके गुजरने के मार्ग में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं है।
    उपरोक्त कथनों के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर चुनें।

    CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-2
    • (अ) कथन (I) गलत है, लेकिन कथन (II) सही है।
    • (ब) कथन (I) और कथन (II) दोनों सही हैं।
    • (स) कथन (I) और कथन (II) दोनों गलत हैं।
    • (द) कथन (I) सही है, लेकिन कथन (II) गलत है।
    उत्तर : कथन (I) सही है, लेकिन कथन (II) गलत है।
    व्याख्या :
    बंगाल की खाड़ी और अरब सागर का मानसून राजस्थान में वर्षा करता है।
    बंगाल की खाड़ी का मानसून यह मानसून राजस्थान में पूर्वी दिशा से प्रवेश करता है। पूर्वी दिशा से प्रवेश करने के कारण मानसूनी हवाओं को पूरवइयां के नाम से जाना जाता है यह मानसून राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा करवाता है इस मानसून से राजस्थान के उत्तरी, उत्तरी-पूर्वी, दक्षिणी-पूर्वी क्षेत्रों में वर्षा होती है।
    प्रश्न 2 निम्नलिखित में से कौन सा कथन, राजस्थान के शरदीय मानसून के संदर्भ में सही नहीं है –
    CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-1
    • (अ) स्थलीय उत्पत्ति के कारण हवाएँ शुष्क होती हैं, जिससे वर्षा प्रभावित होती है।
    • (ब) इस अवधि में कुछ हवाएँ भूमध्यसागरीय चक्रवातों के सम्पर्क में आने के बाद वर्षा लाती हैं।
    • (स) हिमालय के उत्तर में एक अत्यधिक विकसित दबाव केंद्र सर्दियों में वर्षा को प्रभावित करता है।
    • (द) समुद्री उच्च दबाव क्षेत्र से स्थलीय निम्न दबाव क्षेत्र की ओर हवाएँ चलने लगती हैं, जिससे बारिश होती है।
    उत्तर : समुद्री उच्च दबाव क्षेत्र से स्थलीय निम्न दबाव क्षेत्र की ओर हवाएँ चलने लगती हैं, जिससे बारिश होती है।
    व्याख्या :
    राजस्थान में अंतर मानसून की विशेषता स्थल से आने वाली शुष्क हवाएं हैं, नमी से भरी समुद्री हवाएं नहीं।
    प्रश्न 3 औसत वार्षिक वर्षा के आधार पर “दक्षिण-पूर्वी कोटा, बारां और झालावाड़” के लिए सही जलवायु क्षेत्र की पहचान करें –
    • (अ) अर्ध-शुष्क जलवायु क्षेत्र
    • (ब) शुष्क जलवायु क्षेत्र
    • (स) उप-आर्द्र जलवायु क्षेत्र
    • (द) अत्यंत आर्द्र जलवायु क्षेत्र
    उत्तर : अत्यंत आर्द्र जलवायु क्षेत्र
    व्याख्या :
    अति आर्द्र जलवायु प्रदेश (औसत वर्षा – 60-80 सेमी.) : क्षेत्र – द.पू. कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाडा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, द.पू. सलूम्‍बर तथा माउण्ट आबू क्षेत्र।
    प्रश्न 4 राजस्थान में निम्नलिखित में से कौन सा क्षेत्र 0-20 सेमी औसत वर्षा के साथ “शुष्क जलवायु क्षेत्र” के अंतर्गत आता है –
    • (अ) चूरू, हनुमानगढ़
    • (ब) जैसलमेर, अनूपगढ़
    • (स) अलवर, जयपुर
    • (द) भरतपुर, कोटा
    उत्तर : जैसलमेर, अनूपगढ़
    व्याख्या :
    शुष्क प्रदेश (औसत वर्षा – 0-20 सेमी.) : जैसलमेर, उत्तरी बाड़मेर, फलौदी, दक्षिणी गंगानगर, अनूपगढ़ तथा बीकानेर व जोधपुर का पश्चिमी भाग।
    प्रश्न 5 निम्नलिखित में से राजस्थान के किस जिले में जून का औसत न्यूनतम तापमान दर्ज किया जाता है –
    Asst. Prof. (Sanskrit College Edu.) – 2024 (Rajasthan Gk)
    • (अ) कोटा
    • (ब) सिरोही
    • (स) झालावाड़
    • (द) गंगानगर
    उत्तर : सिरोही
    व्याख्या :
    सिरोही जिले का तापमान जून में राजस्थान के अन्य जिलों की तुलना में कम रहता है। यह जिला अरावली पर्वत श्रेणी के नजदीक है, जिससे यहां ठंडक बनी रहती है।
    प्रश्न 6 राजस्थान में सबसे सूखा हुआ जिला कौन सा है –
    Rajasthan Police Constable Exam 2024 ( SHIFT – K1)
    • (अ) पाली
    • (ब) जोधपुर
    • (स) जालौर
    • (द) जैसलमेर
    उत्तर : जैसलमेर
    व्याख्या :
    राज्य में सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान सिरोही जिले का माउंट आबू है। जबकि सबसे शुष्क जिला जैसलमेर है।
    प्रश्न 7 ‘मावठ’ वर्षा है-
    Supervisor(Women) – 2024
    • (अ) ग्रीष्मकालीन वर्षा
    • (ब) शरद् ऋतु वर्षा
    • (स) शीतकालीन वर्षा
    • (द) मानसून पूर्व वर्षा
    उत्तर : शीतकालीन वर्षा
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
    प्रश्न 8 राजस्थान सरकार ने जलवायु परिवर्तन नीति की शुरुआत की –
    • (अ) 2018
    • (ब) 2021
    • (स) 2010
    • (द) 2023
    उत्तर : 2023
    व्याख्या :
    राजस्थान सरकार ने जलवायु परिवर्तन नीति की शुरुआत 2023 में की है।
    प्रश्न 9 निम्नलिखित में से किन जिलों के समूह को उनकी औसत वार्षिक वर्षा के अनुसार आरोही क्रम में व्यवस्थित किया गया है –
    • (अ) जयपुर, चुरू, अजमेर
    • (ब) जोधपुर, राजसमन्द, उदयपुर
    • (स) बाड़मेर, बूँदी, सीकर
    • (द) जोधपुर, उदयपुर, राजसमन्द
    उत्तर : जोधपुर, राजसमन्द, उदयपुर
    व्याख्या :
    जोधपुर(सबसे कम), राजसमन्द, उदयपुर (सर्वाधिक) औसत वार्षिक वर्षा के अनुसार आरोही क्रम में व्यवस्थित है।
    प्रश्न 10 दक्षिणा पश्चिम मानसून निम्नलिखित में से किस क्षेत्र में पहले आता है –
    • (अ) सवाई माधोपुर तथा करौली में
    • (ब) नागौर तथा जोधपुर में
    • (स) पाली तथा चुरू में
    • (द) गंगानगर तथा हनुमानगढ़ में
    उत्तर : सवाई माधोपुर तथा करौली में
    व्याख्या :
    दक्षिण-पश्चिम मानसून, अरब सागर में बनता है और जून से सितंबर तक सक्रिय रहता है। पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, अलवर, दौसा, जयपुर, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, धौलपुर में मानसून पहले आता है।
    प्रश्न 11 शीत ऋतु में पश्चिमी राजस्थान में अधिक ठंड पड़ने का प्रमुख कारण क्या है-
    • (अ) रेतीला धरातल होना
    • (ब) वन क्षेत्र का अधिक होना
    • (स) बर्फबारी होना
    • (द) अधिक वर्षा होना
    उत्तर : रेतीला धरातल होना
    व्याख्या :
    शीत ऋतु में पश्चिमी राजस्थान में अधिक ठंड पड़ने के प्रमुख कारणों में से एक है रेतीला धरातल। चूँकि रेत मैदान की तुलना में अधिक तेज़ी से ऊष्मा का विकिरण करती है, इसलिए ऊष्मा मैदान की तुलना में बहुत तेज़ी से विकीर्ण होती है जो रेगिस्तान को ठंडा बनाती है।
    प्रश्न 12 राजस्थान में सम्भाव्य वाष्पीकरण-वाष्पोत्सर्जन की वार्षिक दर सर्वाधिक किस जिले में है –
    • (अ) गंगानगर
    • (ब) कोटा
    • (स) डूंगरपुर
    • (द) जैसलमेर
    उत्तर : जैसलमेर
    व्याख्या :
    जैसलमेर में राजस्थान में संभावित वाष्पीकरण की उच्चतम वार्षिक दर है।
    प्रश्न 13 पश्चिमी राजस्थान में ‘पश्चिमी रेतीला मैदान’ की पूर्वी सीमा निम्न में से कौन सी सम वर्षा रेखा बताती है –
    • (अ) 15 सेमी
    • (ब) 25 सेमी
    • (स) 40 सेमी
    • (द) 80 सेमी
    उत्तर : 40 सेमी
    व्याख्या :
    डॉ हरी मोहन सक्सैना की ‘राजस्थान की भूगोल’ की पुस्तक और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ‘राजस्थान अध्ययन’ कक्षा 9 की पुस्तक के अनुसार 40 सेमी सम वर्षा रेखा राजस्थान को दो भागों में बांटती है। अत: पश्चिमी रेतीला मैदान की पूर्व सीमा 40 सेमी सम वर्षा रेखा होगी।
    प्रश्न 14 राजस्थान के रेतीले शुष्क मैदान और अर्द्ध शुष्क मैदान किस सम वर्षा रेखा द्वारा पृथक किए गए हैं –
    • (अ) 20 सेमी
    • (ब) 30 सेमी
    • (स) 10 सेमी
    • (द) 25 सेमी
    उत्तर : 25 सेमी
    व्याख्या :
    शुष्क और अर्द्ध शुष्क मरुस्थल को 25 सेमी सम वर्षा रेखा द्वारा पृथक किया गया है।
    प्रश्न 15 राजस्थान में समवर्षा रेखा का मान किस दिशा की ओर कम होता जाता है –
    • (अ) दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पश्चिम की ओर
    • (ब) दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर
    • (स) दक्षिण से उत्तर की ओर
    • (द) पूर्व से पश्चिम की ओर
    उत्तर : दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर
    व्याख्या :
    राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर कम होती जाती है, इसलिए सम वर्षा रेखा का मान भी कम होता जाएगा।
    प्रश्न 16 सवाना वनस्पति राजस्थान के किस जलवायु खंड में पाई जाती है –
    • (अ) अर्ध-शुष्क
    • (ब) अति आर्द्र
    • (स) उप-आर्द्र
    • (द) आर्द
    उत्तर : अति आर्द्र
    व्याख्या :
    अति आर्द्र जलवायु खंड के अंतर्गत द.पू. कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाडा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, द.पू. सलूम्‍बर तथा माउण्ट आबू क्षेत्र सम्मिलित है। यहाँ घनी मानसून सवाना वनस्पति पाई जाती है जिसमे शीशम, आम, सागवान, जामुन, शहतूत, खरी, बांस शामिल है।
    प्रश्न 17 राजस्थान के किस जिले में सबसे अधिक दैनिक तापांतर पाया जाता है –
    • (अ) श्रीगंगानगर
    • (ब) चूरू
    • (स) जैसलमेर
    • (द) जोधपुर
    उत्तर : जैसलमेर
    व्याख्या :
    सर्वाधिक दैनिक तापांतर वाला जिला जैसलमेर है तथा सर्वाधिक वार्षिक तापांतर वाला जिला चूरु है।
    प्रश्न 18 राजस्थान में न्यूनतम दैनिक तापांतर कौन से महीनों में पाया जाता है –
    • (अ) जनवरी एवं फरवरी
    • (ब) मई एवं जून
    • (स) जुलाई एवं अगस्त
    • (द) अक्टूबर एवं नवंबर
    उत्तर : जुलाई एवं अगस्त
    व्याख्या :
    राजस्थान में ग्रीष्म ऋतु में दैनिक तापांतर अधिक और वर्षा ऋतु में दैनिक तापांतर न्यूनतम होता है।
    प्रश्न 19 निम्नलिखित में से कौन से जिलों का समूह प्राप्त मॉनसूनी वर्षा की मात्रा के अनुसार अवरोही क्रम में सही ढंग से व्यवस्थित है –
    • (अ) धौलपुर, राजसमंद, जालौर
    • (ब) भीलवाड़ा, बारां, सीकर
    • (स) राजसमंद, जालौर, धौलपुर
    • (द) पाली, जयपुर, भरतपुर
    उत्तर : धौलपुर, राजसमंद, जालौर
    व्याख्या :
    पूर्वी राजस्थान के जिलों में पश्चिम राजस्थान की तुलना में अधिक वर्षा होती है। धौलपुर आर्द्र जलवायु प्रदेश में आता है यहां औसत वर्षा 60 से 80 सेमी. होती है। वहीं राजसमंद का कुछ भाग उपआर्द्र और जालौर अर्द्ध शुष्क प्रदेश में आते हैं।
    प्रश्न 20 भारत मौसम विज्ञान विभाग (I.M.D.) की परिभाषा के अनुसार भयंकर सूखा (Severe Drought) होता है – जब वर्षा में कमी होती है
    • (अ) 40% से 65% के बीच
    • (ब) 50% से अधिक
    • (स) 50% से कम
    • (द) 25% से 49% के बीच
    उत्तर : 50% से अधिक
    व्याख्या :
    भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, किसी क्षेत्र में मौसम संबंधी सूखा उस स्थिति के रूप में परिभाषित की जाती है जब क्षेत्र में प्राप्त मौसमी वर्षा इसके दीर्घकालिक औसत से 75 फीसदी से कम होती है। यदि वर्षा की कमी 26 से 50 फीसदी होती है तो मध्यम सूखे के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।
    प्रश्न 21 राजस्थान में वर्षा की परिवर्तिता सबसे कम है –
    • (अ) पश्चिमी भाग में
    • (ब) उत्तर-पश्चिमी भाग में
    • (स) दक्षिण-पूर्वी भाग में
    • (द) जैसलमेर तथा आसपास के क्षेत्र में
    उत्तर : दक्षिण-पूर्वी भाग में
    व्याख्या :
    दक्षिण राजस्थान में वर्षा की परिवर्तिता सबसे कम है।
    प्रश्न 22 निम्नलिखित में से कौन सा जिला न्यूनतम औसत वार्षिक वर्षा प्राप्त करता है –
    • (अ) उदयपुर
    • (ब) दौसा
    • (स) नागौर
    • (द) चित्तौड़गढ़
    उत्तर : नागौर
    व्याख्या :
    उदयपुर – 64.5 सेमी.
    दौसा – 56.10 सेमी.
    नागौर – 31.17 सेमी.
    चित्तौड़गढ़ – 86.15 सेमी.
    प्रश्न 23 मेवात एवं डांग क्षेत्र निम्नलिखित में से कोपेन के किस जलवायु प्रदेश में सम्मिलित हैं –
    • (अ) Aw
    • (ब) BShw
    • (स) Bwhw
    • (द) Cwg
    उत्तर : Cwg
    व्याख्या :
    राजस्थान राज्य के पूर्वी एवं दक्षिण पूर्वी जिले मेवात एवं डांग क्षेत्र के नाम से जाने जाते हैं। ये जिले कोपेन के Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग के अंतर्गत आते हैं।
    प्रश्न 24 निम्नलिखित में से राजस्थान के जिलों का कौन सा समूह दक्षिण पश्चिम मानसून से औसत वर्षा की मात्रा के अनुसार आरोही क्रम में सही ढंग से व्यवस्थित हैं –
    • (अ) जयपुर, हनुमानगढ़, बून्दी, बाँसवाड़ा
    • (ब) हनुमानगढ़, जयपुर, बून्दी, बाँसवाड़ा
    • (स) बून्दी, हनुमानगढ़, जयपुर, बाँसवाड़ा
    • (द) बाँसवाड़ा, बून्दी, जयपुर, हनुमानगढ़
    उत्तर : हनुमानगढ़, जयपुर, बून्दी, बाँसवाड़ा
    व्याख्या :
    अरब सागर का मानसून राजस्थान के दक्षिणी-पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है यह मानसून राजस्थान में अधिक वर्षा नहीं कर पाता क्योंकि यह अरावली पर्वतमाला के समान्तर निकल जाता है। बाँसवाड़ा में दक्षिण पश्चिम मानसून से सर्वाधिक वर्षा होती है।
    प्रश्न 25 निम्नलिखित में से किस क्षेत्र की जलवायु बहुत आर्द्र है –
    • (अ) सिरोही
    • (ब) बीकानेर
    • (स) बाड़मेर
    • (द) जैसलमेर
    उत्तर : सिरोही
    व्याख्या :
    राजस्थान में सर्वाधिक आर्द्रता वाला जिला झालावाड़ तथा न्यूनतम जिला जैसलमेर है। राजस्थान में सर्वाधिक आर्द्रता वाला स्थान माउण्ट आबू (सिरोही) तथा कम आर्द्रता फलौदी(जोधपुर) है।
    प्रश्न 26 तापमान एवं वर्षा के आधार पर राजस्थान को कितने प्रमुख जलवायु प्रदेशों में बाँटा जा सकता है –
    • (अ) चार
    • (ब) पाँच
    • (स) दो
    • (द) तीन
    उत्तर : पाँच
    व्याख्या :
    राजस्थान को जलवायु की दृष्टि से पांच भागों में बांटा है।
    1. शुष्क जलवायु प्रदेश(0-20 सेमी.)
    2. अर्द्धशुष्क जलवायु प्रदेश(20-40 सेमी.)
    3. उपआर्द्र जलवायु प्रदेश(40-60 सेमी.)
    4. आर्द्र जलवायु प्रदेश(60-80 सेमी.)
    5. अति आर्द्र जलवायु प्रदेश(80-100 सेमी.)
    प्रश्न 27 राजस्थान के किस जिले में शुष्क प्रकार की जलवायु पायी जाती है –
    • (अ) सवाई माधोपुर
    • (ब) राजसमंद
    • (स) सिरोही
    • (द) बीकानेर
    उत्तर : बीकानेर
    व्याख्या :
    जैसलमेर, उत्तरी बाड़मेर, फलौदी, दक्षिणी गंगानगर, अनूपगढ़ तथा बीकानेर व जोधपुर का पश्चिमी भाग में शुष्क प्रकार की जलवायु पायी जाती है।
    प्रश्न 28 सर्दियों में, भू-मध्य सागर में चक्रवातों के कारण राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी भाग में वर्षा होती है, जिसे __ कहा जाता है ।
    • (अ) माघा
    • (ब) वृष
    • (स) मावट
    • (द) रब्शा
    उत्तर : मावट
    व्याख्या :
    भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है।
    प्रश्न 29 पश्चिम की तुलना में पूर्वी राजस्थान में जलवायु चरम सीमाएँ ______ हैं ।
    • (अ) निम्नतर
    • (ब) उच्चतर
    • (स) समान
    • (द) अप्रत्याशित
    उत्तर : निम्नतर
    व्याख्या :
    राजस्थान के पूर्वी हिस्से में जलवायु की चरम सीमाएं निम्नतम है अर्थात पूर्वी हिस्से में तापमान और वर्षा की मात्रा न अत्यधिक कम होती है न अत्यधिक ज्यादा होती है, जबकि पश्चिमी राजस्थान में तापमान अधिकतम व वर्षा न्यूनतम होती है अर्थात जलवायु चरम सीमाओं को छूती है।
    प्रश्न 30 राजस्थान में जनवरी में न्यूनतम तापमान निम्नलिखित में से किस जिले में अंकित किया जाता है –
    • (अ) जैसलमेर जिले में
    • (ब) पाली जिले में
    • (स) गंगानगर जिले में
    • (द) भीलवाड़ा जिले में
    उत्तर : गंगानगर जिले में
    व्याख्या :
    राजस्थान में नम्बर से फरवरी तक शीत ऋतु होती है। इन चार महीनों में जनवरी माह में सर्वाधिक सर्दी पड़ती है। राज्य के गंगानगर, चुरु, बीकानेर, और सीकर जिलों में कड़ाके की सर्दी पड़ती है। इस ॠतु में सुबह के समय ओस पड़ना तथा प्रात: आठ बजे के बाद तक कोहरा रहना एक समान्य लक्षण है।
    प्रश्न 31 राजस्थान के दक्षिण – पूर्वी पठारी भाग में औसत वार्षिक वर्षा होती है –
    • (अ) 80 सेमी. से 120 सेमी. के मध्य
    • (ब) 70 सेमी. से 80 सेमी. के मध्य
    • (स) 10 सेमी. से 20 सेमी. के मध्य
    • (द) 40 सेमी. से 70 सेमी. के मध्य
    उत्तर : 80 सेमी. से 120 सेमी. के मध्य
    व्याख्या :
    राजस्थान का दक्षिणी-पूर्वी भाग एक पठारी भाग है, जिसे ‘दक्षिणी-पूर्वी पठार एवं हाडौती के पठार’ के नाम से जाना जाता है। यह मालवा के पठार का विस्तार है। राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी पठारी भाग में औसत वार्षिक वर्षा 80 सेमी से 120 सेमी के बीच होती है
    प्रश्न 32 राजस्थान के जलवायु प्रदेशों को उनसे सम्बन्धित जिलों से सुमेलित कीजिए :
    (जलवायु प्रदेश) (जिले)
    (i) शुष्क (a) अलवर
    (ii) अर्द्ध-शुष्क (b) झालावाड़
    (iii) उप-आर्द्र (c) जैसलमेर
    (iv) आर्द्र (d) चूरू
    कूट : (i) (ii) (iii) (iv)
    • (अ) b a c d
    • (ब) d c b a
    • (स) c d a b
    • (द) a b d c
    उत्तर : c d a b
    व्याख्या :
    राजस्थान के जलवायु प्रदेशों को उनसे सम्बन्धित जिलों से सुमेलित कीजिए :
    (जलवायु प्रदेश) (जिले)
    उप-आर्द्रअलवर
    आर्द्र झालावाड़
    शुष्क जैसलमेर
    अर्द्ध-शुष्कचूरू
    प्रश्न 33 राजस्थान के निम्नलिखित में से किस जिले में दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्यतः 1 जुलाई से पूर्व आ जाता है –
    • (अ) हनुमानगढ़
    • (ब) गंगानगर
    • (स) बीकानेर
    • (द) पाली
    उत्तर : पाली
    व्याख्या :
    अरब सागर का मानसून राजस्थान के दक्षिणी-पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है यह मानसून राजस्थान में अधिक वर्षा नहीं कर पाता क्योंकि यह अरावली पर्वतमाला के समान्तर निकल जाता है। सबसे पहले दक्षिण पश्चिमी मानसून 1 जुलाई से पूर्व दक्षिण पश्चिमी राजस्‍थान (पाली, सिरोही, उदयपुर आदि) में वर्षा करता है।
    प्रश्न 34 कोपेन के अनुसार राजस्थान में निम्नलिखित में से कौन सा जलवायु प्रकार नहीं पाया जाता है –
    • (अ) Cwg
    • (ब) Bshw
    • (स) BWkw
    • (द) Aw
    उत्तर : BWkw
    व्याख्या :
    कोपेन जलवायु वर्गीकरण राजस्थान के संबंध में जलवायु को चार मुख्य जलवायु समूहों में विभाजित करता है, प्रत्येक समूह को वनस्पति के आधार पर विभाजित किया गया है।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 35 गर्मियों में माउन्ट आबू का तापमान, राजस्थान के अन्य स्थानों की तुलना में कम रहता है, क्योंकि –
    • (अ) राजस्थान में माउन्ट आबू की समुद्र तट से दूरी सर्वाधिक है।
    • (ब) माउन्ट आबू में मानसूनी हवाओं का प्रभाव अधिक रहता है।
    • (स) माउन्ट आबू उच्चतर ऊंचाई पर अवस्थित है।
    • (द) माउन्ट आबू पर वायुमण्डलीय दबाव कम है।
    उत्तर : माउन्ट आबू उच्चतर ऊंचाई पर अवस्थित है।
    व्याख्या :
    माउंट आबू की ऊंचाई अधिक होने के कारण वहाँ तापमान कम रहता है क्योंकि प्रति 165 मीटर की ऊंचाई पर जाने पर तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस की कमी होती जाती है।
    प्रश्न 36 औसत वार्षिक वर्षा के संदर्भ में निम्न में से कौन सा अवरोही क्रम में सुव्यवस्थित है –
    • (अ) भरतपुर, गंगानगर, जयपुर, जोधपुर
    • (ब) उदयपुर, बीकानेर, पाली, जैसलमेर
    • (स) भरतपुर, जोधपुर, जयपुर, गंगानगर
    • (द) उदयपुर, पाली, बीकानेर, जैसलमेर
    उत्तर : उदयपुर, पाली, बीकानेर, जैसलमेर
    व्याख्या :
    राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर घटती है। अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है। उदयपुर 60 से 80 सेमी इसके बाद पाली 40 से 60 सेमी बीकानेर 20 से 40 सेमी और जैसलमेर 20 सेमीसे कम औसत वार्षिक वर्षा प्राप्‍त करता है।
    प्रश्न 37 ‘लू’ है –
    • (अ) गर्मियों की स्थानीय गर्म हवा
    • (ब) उद्योग
    • (स) वनस्पति
    • (द) खनिज
    उत्तर : गर्मियों की स्थानीय गर्म हवा
    व्याख्या :
    ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम की तरफ से गर्म हवाऐं चलती है जिन्हें लू कहते है। इस लू के कारण यहां निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है। इस निम्न वायुदाब की पूर्ती हेतु दुसरे क्षेत्र से (उच्च वायुदाब वाले क्षेत्रों से) तेजी से हवा उठकर आती है जो अपने साथ धुल व मिट्टी उठाकर ले आती है इसे ही आंधी कहते हैं।
    प्रश्न 38 राजस्थान का कौन-सा ज़िला अति आर्द्र जलवायु प्रदेश का भाग है –
    • (अ) कोटा
    • (ब) जयपुर
    • (स) बीकानेर
    • (द) अजमेर
    उत्तर : कोटा
    व्याख्या :
    द.पू. कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाडा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, द.पू. सलूम्‍बर तथा माउण्ट आबू क्षेत्र अति आर्द्र जलवायु प्रदेश में स्थित है।
    प्रश्न 39 अति आर्द्र जलवायु प्रदेश में कौन-सा जिला स्थित नहीं है –
    • (अ) उत्तरी चित्तौड़गढ़
    • (ब) बांसवाड़ा
    • (स) बारां
    • (द) सिरोही
    उत्तर : उत्तरी चित्तौड़गढ़
    व्याख्या :
    उत्तरी चित्तौड़गढ़ आर्द्र जलवायु प्रदेश में स्थित है। द.पू. कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाडा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, द.पू. सलूम्‍बर तथा माउण्ट आबू क्षेत्र अति आर्द्र जलवायु प्रदेश में स्थित है।
    प्रश्न 40 थार्नथवेट के वर्गीकरण के अनुसार निम्नलिखित में से कौन सा जैसलमेर की जलवायु को प्रस्तुत करता है –
    • (अ) CA’w
    • (ब) DA’w
    • (स) DB’w
    • (द) EA’d
    उत्तर : EA’d
    व्याख्या :
    थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
    1. CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
    2. DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
    3. DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
    4. EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
    EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु के अंतर्गत जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर,अनूपगढ़ का क्षेत्र सम्मिलित हैं।
    प्रश्न 42 राजस्थान में निम्नलिखित जलवायु प्रदेशों में से कौनसा सबसे कम वार्षिक वर्षा प्राप्त करता है –
    • (अ) Aw
    • (ब) BShw
    • (स) Cwg
    • (द) Bwhw
    उत्तर : Bwhw
    व्याख्या :
    कोपेन जलवायु वर्गीकरण राजस्थान के संबंध में जलवायु को चार मुख्य जलवायु समूहों में विभाजित करता है, प्रत्येक समूह को वनस्पति के आधार पर विभाजित किया गया है।
    1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
    2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
    3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
    4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
    प्रश्न 43 राजस्थान के निम्नलिखित जिलों में से कौन सा अतिआर्द्र जलवायु प्रदेश का भाग है –
    • (अ) अजमेर
    • (ब) भरतपुर
    • (स) झालावाड़
    • (द) जयपुर
    उत्तर : झालावाड़
    व्याख्या :
    द.पू. कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाडा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, द.पू. सलूम्‍बर तथा माउण्ट आबू क्षेत्र अतिआर्द्र जलवायु प्रदेश का भाग है।
    प्रश्न 44 राजस्थान में ‘लौटते मानसून’ की अवधि है।
    • (अ) मार्च से जून
    • (ब) अक्टूबर से दिसंबर
    • (स) जनवरी से मार्च
    • (द) जुलाई से सितंबर
    उत्तर : अक्टूबर से दिसंबर
    व्याख्या :
    राजस्थान में मध्य जून से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है। राजस्थान में लौटता मानसून का मौसम अक्टूबर से दिसंबर है।
    प्रश्न 45 निम्नलिखित में से किस स्थान पर राजस्थान में साधारणतः सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई –
    • (अ) किशनगढ़
    • (ब) चित्तौड़गढ़
    • (स) शाहबाद
    • (द) माउंट आबू
    उत्तर : माउंट आबू
    व्याख्या :
    राजस्थान का सबसे वर्षा वाल स्थान माउण्ट आबू है।
    प्रश्न 46 निम्नांकित में से 20वीं शताब्दी में सर्वाधिक तापमान ______ में अंकित किया गया।
    • (अ) फलौदी
    • (ब) चूरू
    • (स) धौलपुर
    • (द) अलवर
    उत्तर : अलवर
    व्याख्या :
    अलवर में अब तक का उच्चतम तापमान 50.6 डिग्री सेल्सियस (123.1 डिग्री फारेनहाइट) 10 मई 1956 को दर्ज किया गया था।
    प्रश्न 47 कितने सेंटीमीटर की समवर्षा रेखा राजस्थान राज्य की भूमि को लगभग दो बराबर भागों में बाँटती है –
    • (अ) 75
    • (ब) 100
    • (स) 50
    • (द) 25
    उत्तर : 50
    व्याख्या :
    राजस्थान को 50 सेमी. रेखा दो भागों में बांटती है। 50 सेमी. वर्षा रेखा की उत्तर-पश्चिम में कम होती है। जबकि दक्षिण पूर्व में वर्षा अधिक होती है। यह 50 सेमी. मानक रेखा अरावली पर्वत माला को माना जाता है।
    प्रश्न 48 राजस्थान में दक्षिण-पश्चिमी मानसून ऋतु की अवधि रहती है-
    • (अ) जून से सितम्बर
    • (ब) जुलाई से अक्टूबर
    • (स) मई से सितम्बर
    • (द) जून से अक्टूबर
    उत्तर : जून से सितम्बर
    व्याख्या :
    राजस्थान में मध्य जून से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है।
    प्रश्न 49 जून से सितम्बर माह में वर्षा में अधिकतम भिन्नता ______ जिले में अभिलिखित की जाती है।
    • (अ) जैसलमेर
    • (ब) बीकानेर
    • (स) श्रीगंगानगर
    • (द) जालौर
    उत्तर : जैसलमेर
    व्याख्या :
    राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा की विषमता वाला जिला – बाड़मेर और जैसलमेर
    प्रश्न 50 निम्नलिखित में से राजस्थान का कौन सा क्षेत्र मानसून के अरब सागर शाखा से अधिकतम वर्षा प्राप्त करता है –
    • (अ) उत्तर तथा उत्तर-पूर्वी क्षेत्र
    • (ब) पूर्वी क्षेत्र
    • (स) मध्य अरावली
    • (द) दक्षिण तथा दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र
    उत्तर : दक्षिण तथा दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र
    व्याख्या :
    अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है। राजस्थान में सर्वप्रथम अरबसागर का मानसून प्रवेश करता है। यह मानसून राजस्थान के दक्षिणी-पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है यह मानसून राजस्थान में अधिक वर्षा नहीं कर पाता क्योंकि यह अरावली पर्वतमाला के समान्तर निकल जाता है।

    RPSC परीक्षा के लिए तैयारी के सुझाव

    1. NCERT पुस्तकें पढ़ें: कक्षा 6-12 तक की भूगोल की किताबों में राजस्थान की जलवायु से जुड़ी जानकारी है।
    2. पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र हल करें: RPSC के पुराने प्रश्न पत्रों को हल करके आप परीक्षा के पैटर्न को समझ सकते हैं।
    3. शॉर्ट नोट्स बनाएं: जलवायु की विशेषताओं और भौगोलिक क्षेत्रों के लिए छोटे नोट्स बनाकर रिवीजन करें।

    FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

    प्रश्न 1: राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से किस प्रकार की है?
    उत्तर: राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से शुष्क और अर्ध-शुष्क है।

    प्रश्न 2: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है?
    उत्तर: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में होती है।

    प्रश्न 3: राजस्थान के पश्चिमी और पूर्वी भागों की जलवायु में क्या अंतर है?
    उत्तर: पश्चिमी भाग में शुष्क और गर्म जलवायु होती है, जबकि पूर्वी भाग में अर्ध-शुष्क और अधिक वर्षा वाला क्षेत्र होता है।


    निष्कर्ष

    राजस्थान की जलवायु RPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में एक महत्वपूर्ण विषय है। इस विषय पर गहन अध्ययन और पिछले प्रश्न पत्रों का विश्लेषण आपको परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने में मदद करेगा।