राजस्थान की जलवायु PART 2 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

राजस्थान की जलवायु PART 2 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs
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राजस्थान की जलवायु (Climate of Rajasthan) भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे रोचक और विविध जलवायवीय क्षेत्रों में से एक है। राजस्थान राज्य का क्षेत्रफल और इसकी भौगोलिक विविधता इसे एक अनूठी जलवायवीय पहचान प्रदान करती है। यहाँ इस लेख में हम राजस्थान की जलवायु पर आधारित RPSC Previous Year Questions (PYQs) और Multiple Choice Questions (MCQs) का विश्लेषण करेंगे।

राजस्थान की जलवायु PART 2 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs

राजस्थान भौतिक प्रदेश के महत्वपूर्ण PYQs
प्रश्न 51 राज्य के किस जिले में वर्षा के वितरण में सर्वाधिक वर्षा – परिसर देखने को मिलता है –
  • (अ) राजसमन्द
  • (ब) सिरोही
  • (स) अलवर
  • (द) कोटा
उत्तर : कोटा
व्याख्या :
उपरोक्‍त जिलों में कोटा में सर्वाधिक वर्षा देखने को मिलती है। कोटा आर्द्र से अतिआर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है।
प्रश्न 52 किसी भी क्षेत्र को न्यूनतम सूखा ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने के लिए कितनी वार्षिक, वर्षा की मात्रा होनी चाहिए –
  • (अ) 70 से 100 से.मी.
  • (ब) 40 से 50 से.मी.
  • (स) 60 से 80 से.मी.
  • (द) 30 से 40 से.मी.
उत्तर : 70 से 100 से.मी.
व्याख्या :
न्यूनतम सूखा ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने के लिए वार्षिक 70 से 100 से.मी. वर्षा की मात्रा होनी चाहिए।
प्रश्न 53 Bwhw से अभिप्राय है –
  • (अ) शुष्क शीतऋतु जलवायु
  • (ब) शुष्क उष्ण मरुस्थली जलवायु
  • (स) आर्द्र जलवायु
  • (द) अति आर्द्र जलवायु
उत्तर : शुष्क उष्ण मरुस्थली जलवायु
व्याख्या :
कोपेन जलवायु वर्गीकरण राजस्थान के संबंध में जलवायु को चार मुख्य जलवायु समूहों में विभाजित करता है, प्रत्येक समूह को वनस्पति के आधार पर विभाजित किया गया है।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 54 थार्नवेट के अनुसार, DA’w जलवायु प्रदेश के अंतर्गत निम्न में से कौन से जिले आते हैं –
  • (अ) सिरोही, पाली, अजमेर
  • (ब) गंगानगर, जयपुर
  • (स) बीकानेर, चूरू
  • (द) जोधपुर, कोटा
उत्तर : सिरोही, पाली, अजमेर
व्याख्या :
थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
  1. CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
  2. DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
  3. DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
  4. EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
प्रश्न 55 Bwhw जलवायु प्रदेश में कौनसे जिले आते हैं –
  • (अ) जयपुर, दौसा, अलवर
  • (ब) जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर
  • (स) कोटा, बूंदी, झालावाड़
  • (द) नागौर, पाली, जालौर
उत्तर : जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया। कोपेन जलवायु वर्गीकरण राजस्थान के संबंध में जलवायु को चार मुख्य जलवायु समूहों में विभाजित करता है, प्रत्येक समूह को वनस्पति के आधार पर विभाजित किया गया है।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 56 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, गंगानगर जिले में किस प्रकार की जलवायु पायी जाती है –
  • (अ) Bshw
  • (ब) Bwhw
  • (स) Aw
  • (द) Cwg
उत्तर : Bwhw
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया। कोपेन जलवायु वर्गीकरण राजस्थान के संबंध में जलवायु को चार मुख्य जलवायु समूहों में विभाजित करता है, प्रत्येक समूह को वनस्पति के आधार पर विभाजित किया गया है।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 57 कोपेन के वर्गीकरण के अनुसार, निम्नलिखित में से किस जिले में ‘Aw’ प्रकार की जलवायु नहीं पायी जाती है –
  • (अ) झालावाड़
  • (ब) बांसवाड़ा
  • (स) चित्तौड़गढ़
  • (द) सिरोही
उत्तर : सिरोही
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
सिरोही में Bshw प्रकार की जलवायु पायी जाती है।
प्रश्न 58 कोपेन के राजस्थान के जलवायु प्रदेशों के अनुसार, “Aw” जलवायु पाई जाती है –
  • (अ) जयपुर जिले में
  • (ब) भरतपुर जिले में
  • (स) नागौर जिले में
  • (द) डूंगरपुर जिले में
उत्तर : डूंगरपुर जिले में
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 59 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, राजस्थान के किन जिलों में ‘स्टेपी जलवायु’ पायी जाती है –
  • (अ) बाड़मेर, जालौर और जोधपुर
  • (ब) जैसलमेर और बीकानेर
  • (स) गंगानगर और हनुमानगढ़
  • (द) जयपुर, दौसा और टोंक
उत्तर : बाड़मेर, जालौर और जोधपुर
व्याख्या :
कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार ‘स्टेपी जलवायु’ बाड़मेर, जालोर तथा जोधपुर में पाई जाती है। डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया। कोपेन जलवायु वर्गीकरण राजस्थान के संबंध में जलवायु को चार मुख्य जलवायु समूहों में विभाजित करता है, प्रत्येक समूह को वनस्पति के आधार पर विभाजित किया गया है।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 60 राजस्थान का कौनसा जिला औसत वार्षिक वर्षा की मात्रा सर्वाधिक प्राप्त करता है –
  • (अ) झालावाड़
  • (ब) बारां
  • (स) उदयपुर
  • (द) सिरोही
उत्तर : झालावाड़
व्याख्या :
जिला स्तर पर सर्वाधिक वर्षा – झालावाड़(100 सेमी.)
प्रश्न 61 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों में किस प्रकार की जलवायु पाई जाती है –
  • (अ) Aw
  • (ब) Cwg
  • (स) BWhw
  • (द) BShw
उत्तर : Aw
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 62 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, जालौर, सीकर, नागौर और झुन्झुनू, निम्नलिखित में से किस जलवायु प्रदेश में शामिल हैं –
  • (अ) Bwkw
  • (ब) Bwhw
  • (स) Bshw
  • (द) Bskw
उत्तर : Bshw
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
जालौर, सीकर, नागौर और झुन्झुनू Bshw जलवायु प्रदेश में शामिल हैं।
प्रश्न 63 राजस्थान का न्यूनतम वर्षा वाला क्षेत्र है –
  • (अ) उत्तरी-पूर्वी
  • (ब) दक्षिणी-पूर्वी
  • (स) पश्चिमी
  • (द) दक्षिणी
उत्तर : पश्चिमी
व्याख्या :
राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर घटती है। पश्चिमी क्षेत्र में न्‍यूनतम वर्षा होती है। अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है।
प्रश्न 64 राजस्थान की औसत वर्षा है –
  • (अ) 48-52 सेमी
  • (ब) 63-67 सेमी
  • (स) 56-58 सेमी
  • (द) 30-35 सेमी
उत्तर : 56-58 सेमी
व्याख्या :
राजस्थान में वर्षा का औसत 57 सेमी. है जिसका वितरण 10 से 100 सेमी. के बीच होता है। वर्षा का असमान वितरण अपर्याप्त और अनिश्चित मात्रा ही राजस्थान में हर वर्ष सुखे व अकाल का कारण बनती है।
प्रश्न 65 निम्नलिखित में से कौन सी जलवायु राजस्थान में नहीं पायी जाती है –
  • (अ) BWhw
  • (ब) BSKw
  • (स) Cwg
  • (द) Aw
उत्तर : BSKw
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 66 निम्नलिखित में से कौन-से कारक राजस्थान की जलवायु को प्रभावित करते हैं –
(A) अक्षांशीय अवस्थिति
(B) देशान्तरीय अवस्थिति
(C) अरब सागर से दूरी
(D) उच्चावच विशेषताएं
  • (अ) A और D
  • (ब) A, B और C
  • (स) A, C और D
  • (द) B, C और D
उत्तर : A, C और D
व्याख्या :
जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक – अक्षांशीय स्थिती, समुद्रतल से दुरी, समुद्र तल से ऊंचाई, अरावली पर्वत श्रेणियों कि स्थिति एवं दिशा आदि।
प्रश्न 67 समवर्षा रेखा जो राजस्थान को लगभग दो समान भागों में विभाजित करती है, वह है –
  • (अ) 50 सेमी
  • (ब) 75 सेमी
  • (स) 100 सेमी
  • (द) 25 सेमी
उत्तर : 50 सेमी
व्याख्या :
राजस्थान को 50 सेमी. रेखा दो भागों में बांटती है। 50 सेमी. वर्षा रेखा की उत्तर-पश्चिम में कम होती है। जबकि दक्षिण पूर्व में वर्षा अधिक होती है। यह 50 सेमी. मानक रेखा अरावली पर्वत माला को माना जाता है।
प्रश्न 68 राजस्थान में शीतकालीन वर्षा उन चक्रवातों के परिणाम स्वरूप होती है, जो ____ में उत्पन्न होते हैं।
  • (अ) लाल सागर
  • (ब) अरब सागर
  • (स) भूमध्य सागर
  • (द) काला सागर
उत्तर : भूमध्य सागर
व्याख्या :
भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है।
प्रश्न 69 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, राजस्थान में ‘Cwg’ जलवायु पाई जाती है –
  • (अ) शुष्क प्रदेश में
  • (ब) अर्द्ध शुष्क प्रदेश में
  • (स) दक्षिणी-पूर्वी प्रदेश में
  • (द) हाड़ौती पठारी प्रदेश में
उत्तर : दक्षिणी-पूर्वी प्रदेश में
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 70 निम्नलिखित में से राजस्थान के किन जिलों में उप आर्द्र जलवायु पायी जाती है –
  • (अ) गंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर, चूरू
  • (ब) उदयपुर, राजसमंद, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़
  • (स) कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़
  • (द) जयपुर, अजमेर, अलवर, टोंक
उत्तर : जयपुर, अजमेर, अलवर, टोंक
व्याख्या :
अलवर, जयपुर, अजमेर, पाली, जालौर, नागौर, डीडवाना कुचामन व झुझुनू का पूर्वी भाग तथा डीग, दौसा, टोंक, केकड़ी, भीलवाड़ा व सिरोही का उत्तरी-पश्चिमी भाग में उप आर्द्र जलवायु पायी जाती है।
प्रश्न 71 कोपेन वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के जलवायु कौनसे जिले ‘Aw’ प्रकार की जलवायु में सम्मिलित है –
  • (अ) उदयपुर – सिरोही – जालौर – राजसमन्द
  • (ब) जयपुर – अलवर – दौसा – भरतपुर
  • (स) बांसवाड़ा – डूंगरपुर – झालावाड़ – प्रतापगढ़
  • (द) कोटा – बूंदी – झालावाड़ – सवाई माधोपुर
उत्तर : बांसवाड़ा – डूंगरपुर – झालावाड़ – प्रतापगढ़
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 72 कौनसा युग्म सही सुमेलित नहीं है –
  • (अ) Aw – सीकर, चूरू
  • (ब) Bshw- बाड़मेर, जालौर
  • (स) Bwhw – जैसलमेर, पश्चिमी बीकानेर
  • (द) Cwg -अरावली के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र
उत्तर : Aw – सीकर, चूरू
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 73 राजस्थान की जलवायु के बारे में निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही कूट चुनिए –
(i) पूर्व से पश्चिम की ओर एवं दक्षिण से उत्तर की ओर वर्षा की मात्रा घटती जाती है।
(ii) रेत की अधिकता के कारण दैनिक व वार्षिक तापान्तर अधिक पाया जाता है।
(iii) ग्रीष्म ऋतु में उच्च दैनिक तापमान 49°C तक पहुंच जाता है।
कूट –
  • (अ) (i) तथा (ii) सत्य हैं
  • (ब) (i) तथा (iii) सत्य हैं
  • (स) (ii) तथा (iii) सत्य हैं
  • (द) (i), (ii) तथा (iii) सत्य हैं
उत्तर : (i), (ii) तथा (iii) सत्य हैं
व्याख्या :
राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर घटती है। अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है। रेत की अधिकता के कारण राजस्थान का सर्वाधिक दैनिक तापान्तर पश्चिमी क्षेत्र में रहता है। ग्रीष्म ऋतु में उच्च दैनिक तापमान 49°C तक पहुंच जाता है।
प्रश्न 74 थार्नवेट के वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के कौनसे जिले DB’w प्रकार की जलवायु में सम्मिलित हैं –
  • (अ) गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर
  • (ब) बाड़मेर, जैसलमेर, जालौर, पाली
  • (स) जोधपुर, पाली, नागौर, अजमेर
  • (द) सीकर, झुंझुनूँ, नागौर, जयपुर
उत्तर : गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर
व्याख्या :
थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
  1. CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
  2. DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
  3. DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
  4. EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर और अनूपगढ़ DB’w प्रकार की जलवायु में सम्मिलित हैं।
प्रश्न 75 झालावाड़ और बांसवाड़ा जिले किस जलवायु खण्ड में सम्मिलित है –
  • (अ) आर्द्र प्रदेश
  • (ब) अर्द्ध-शुष्क प्रदेश
  • (स) अति-आर्द्र प्रदेश
  • (द) उप-आर्द्र प्रदेश
उत्तर : अति-आर्द्र प्रदेश
व्याख्या :
द.पू. कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाडा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, द.पू. सलूम्‍बर तथा माउण्ट आबू क्षेत्र अति-आर्द्र प्रदेश में सम्मिलित है।
प्रश्न 76 निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए –
कोपेन के जलवायु प्रदेश(A) AW (B) BShw
(C) BWhw (D) Cwg
जिले
(I) बांसवाडा (II) गंगानगर
(III) धौलपुर (IV) सीकर
कूट है –
  • (अ) A-1, B-IV, C-II, D-III
  • (ब) A-I, B-IV,C-III, D-II
  • (स) A-IV, B-I, C-II, D-III
  • (द) A-III, B-IV, C-II, D-I
उत्तर : A-1, B-IV, C-II, D-III
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 77 राजस्थान मरुस्थल में ग्रीष्मकाल की रात्रि में तापमान में आकस्मिक गिरावट होती है, जिसका कारण है :
  • (अ) वायुमण्डल में उच्च शुष्कता, स्वच्छ आसमान, रेतीली मिट्टी एवं वनस्पति की कमी
  • (ब) उच्च वायुमण्डलीय दाब, नम्र चट्टानों की उपस्थिति एवं रेत के टीले का पाया जाना
  • (स) झीलों की उपस्थिति, बिखरे अधिवास एवं तीव्र वायु की गति
  • (द) निम्न सापेक्षिक आर्द्रता, दिन में अधिक तापमान पचं तेज वायु की गति
उत्तर : वायुमण्डल में उच्च शुष्कता, स्वच्छ आसमान, रेतीली मिट्टी एवं वनस्पति की कमी
व्याख्या :
थार मरुस्थल में दिन और रात के तापमान में बहुत अंतर होता है। गर्मियों में दिन का तापमान 50°C तक हो सकता है, जबकि रात में यह 15°C तक गिर सकता है। तापमान में भारी बदलाव का मुख्य कारण रेगिस्तानी हवा का अत्यधिक शुष्क होना है। विश्व एटलस के अनुसार, हवा में मौजूद जलवाष्प एक विशाल अदृश्य कंबल की तरह जमीन के करीब गर्मी को पकड़ लेता है और इसे वायुमंडल में फैलने से रोकता है।उच्च आर्द्रता वाली हवा को भी गर्म होने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, अर्थात उस ऊर्जा को नष्ट होने और आसपास के वातावरण को ठंडा होने में भी अधिक समय लगता है।इसलिए, रेगिस्तानों में नमी की कमी इन शुष्क स्थानों को जल्दी गर्म होने के साथ-साथ तेजी से ठंडा भी करती है।
प्रश्न 78 ग्रीष्म ऋतु में राजस्थान में कम वायुदाब का क्षेत्र होता है –
  • (अ) पूर्वीक्षेत्र में
  • (ब) उत्तरी पूर्वी क्षेत्र में
  • (स) दक्षिण क्षेत्र में
  • (द) उ. पश्चिम क्षेत्र में
उत्तर : उ. पश्चिम क्षेत्र में
व्याख्या :
ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम क्षेत्र क्षेत्र का वायुदाब पूर्वी क्षेत्र से कम होता है। ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम की तरफ से गर्म हवाऐं चलती है जिन्हें लू कहते है। इस लू के कारण यहां निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है। इस निम्न वायुदाब की पूर्ती हेतु दुसरे क्षेत्र से (उच्च वायुदाब वाले क्षेत्रों से) तेजी से हवा उठकर आती है जो अपने साथ धुल व मिट्टी उठाकर ले आती है इसे ही आंधी कहते हैं।
प्रश्न 79 कोपेन के Aw प्रकार की जलवायु वाला जिला है –
  • (अ) बाँसवाड़ा
  • (ब) सीकर
  • (स) बाड़मेर
  • (द) नागौर
उत्तर : बाँसवाड़ा
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 80 कोपेन के अनुसार श्रीगंगानगर _________ जलवायु प्रदेश में स्थित है।
  • (अ) Cwg
  • (ब) Aw
  • (स) BShw
  • (द) Bwhw
उत्तर : Bwhw
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 81 मौसम विज्ञान के अनुसार सामान्य वर्षा से 51% व अधिक वर्षा में कमी होने पर ____ सूखा कहते हैं।
  • (अ) सामान्य
  • (ब) भयंकर
  • (स) मध्यम
  • (द) नहीं
उत्तर : भयंकर
व्याख्या :
मौसम संबंधी सूखा तब होता है जब शुष्क मौसम का स्वरूप किसी क्षेत्र पर हावी हो जाता है। वर्षा की कमी (RD) के आधार पर इसे आगे तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है।
RD > 50% – भयंकर सूखा
25% ≤ RD ≤ 50% – मध्यम सूखा
RD
प्रश्न 82 राजस्थान के निम्नलिखित में से कौन से जिले 50 सेमी समवर्षा रेखा के पश्चिम में अवस्थित हैं – नीचे दिये गये कूटों में से सही उत्तर चुनिये :
A. दौसा
B. चुरू
C. हनुमानगढ़
D. भीलवाड़ा
  • (अ) A, B एवं C
  • (ब) A, C एवं D
  • (स) B एवं D
  • (द) B एवं C
उत्तर : B एवं C
व्याख्या :
राजस्थान को 50 सेमी. रेखा दो भागों में बांटती है। 50 सेमी. वर्षा रेखा की उत्तर-पश्चिम में कम होती है। जबकि दक्षिण पूर्व में वर्षा अधिक होती है। यह 50 सेमी. मानक रेखा अरावली पर्वत माला को माना जाता है। चुरू और हनुमानगढ़ 50 सेमी समवर्षा रेखा के पश्चिम में अवस्थित है।
प्रश्न 83 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण में Bwhw जलवायु प्रदेश की कौन सी एक विशेषता है –
  • (अ) आर्द्र एवं गर्म
  • (ब) कम वाष्पीकरण
  • (स) शुष्क एवं उष्ण दशाएँ
  • (द) कम वर्षा और ठंडी जलवायु दशाएँ
उत्तर : शुष्क एवं उष्ण दशाएँ
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 84 सूखे का प्रकार जब किसी क्षेत्र में मौसमी वर्षा दीर्घकालिक औसत से 75 प्रतिशत कम होती है –
  • (अ) मौसमी सूखा
  • (ब) जलीय सूखा
  • (स) कृषिगत सूखा
  • (द) सामाजिक-आर्थिक सूखा
उत्तर : मौसमी सूखा
व्याख्या :
‘सूखे’ की तीन स्थितियाँ होती हैं-
(i) मौसमी सूखाः किसी बड़े क्षेत्र में अपेक्षा से 75% कम वर्षा होने पर उत्पन्न हुई स्थिति।
(ii) जलीय सूखाः जब ‘मौसम विज्ञानी सूखे’ की अवधि अधिक लंबी हो जाती है तो नदियों, तालाब, झीलों जैसे जल क्षेत्र सूखने से यह स्थिति बनती है।
(iii) कृषिगत सूखाः इस स्थिति में फसल के लिये अपेक्षित वर्षा से काफी कम वर्षा होने पर मिट्टी की नमी फसल विकास के लिये अपर्याप्त होती है।
प्रश्न 85 कोपेन के अनुसार, राजस्थान में कौन सा जलवायु प्रकार उष्ण कटिबंधीय शुष्क (मरुस्थलीय) जलवायु को दर्शाता है –
ASSI. TESTING OFFICER 2021
  • (अ) Aw
  • (ब) Cwg
  • (स) Bshw
  • (द) Bwhw
उत्तर : Bwhw
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 86 थॉर्नवेट के वर्गीकरण के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन उष्णकटिबंधीय मरुस्थलीय जलवायु का प्रतिनिधित्व करता है –
Librarian Grade III 2022 (Paper 1)
  • (अ) DA’W
  • (ब) EA’d
  • (स) DB’W
  • (द) CA’w
उत्तर : EA’d
व्याख्या :
थॉर्नवेट के वर्गीकरण के अनुसार, EA’d उष्णकटिबंधीय मरुस्थलीय जलवायु का प्रतिनिधित्व करता है। इस क्षेत्र में गर्म और शुष्क जलवायु होती है, जिसमें हर मौसम में बारिश की कमी होती है। इस क्षेत्र में जेरोफाइटिक वनस्पतियां पाई जाती हैं।
प्रश्न 87 कोपेन के वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान के कौन से भागों में ‘Aw’ प्रकार का जलवायु प्रदेश पाया जाता है –
Superintendent Gar. 2021 (GK)
  • (अ) दक्षिणी एवं दक्षिणी-पूर्वी भाग
  • (ब) मध्यवर्ती एवं उत्तरी भाग
  • (स) उत्तरी एवं उत्तरी-पूर्वी भाग
  • (द) पश्चिमी एवं दक्षिणी-पश्चिमी भाग
उत्तर : दक्षिणी एवं दक्षिणी-पूर्वी भाग
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़ (दक्षिणी एवं दक्षिणी-पूर्वी भाग)
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 88 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान का कौन सा क्षेत्र ‘Aw’ प्रकार की जलवायु का अनुभव करता है –
RSMSSB LSA 2022
  • (अ) सबसे दक्षिणी क्षेत्र
  • (ब) उत्तर पूर्वी क्षेत्र
  • (स) पश्चिमी क्षेत्र
  • (द) सबसे उत्तरी क्षेत्र
उत्तर : सबसे दक्षिणी क्षेत्र
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़(सबसे दक्षिणी क्षेत्र)
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 89 निम्नलिखित में से कौनसा (जलवायु प्रकार – जिला) सुमेलित नहीं है –
JEN 2022: Civil Degree (GK)
  • (अ) Bwhw – गंगानगर
  • (ब) Bshw – जयपुर
  • (स) Cwg – अलवर
  • (द) AW – कोटा
उत्तर : Bshw – जयपुर
व्याख्या :
जयपुर Cwg जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है।
प्रश्न 90 कौनसा युग्म सही सुमेलित नहीं है –
Basic Computer Instructor Exam 2022 Paper 1
  • (अ) EA’d जलवायु प्रदेश – पूर्वी राजस्थान
  • (ब) DB’w जलवायु प्रदेश – उत्तरी राजस्थान
  • (स) Da’w जलवायु प्रदेश – मध्य राजस्थान
  • (द) CA’w जलवायु प्रदेश – दक्षिण-पूर्वी राजस्थान
उत्तर : EA’d जलवायु प्रदेश – पूर्वी राजस्थान
व्याख्या :
थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।
  1. CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
  2. DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
  3. DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
  4. EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
EA’d जलवायु प्रदेश में पश्चिमी राजस्‍थान का क्षेत्र शामिल है।
प्रश्न 91 उपआर्द्र जलवायु का क्षेत्र है –
  • (अ) अरावली पर्वतीय प्रदेश
  • (ब) दक्षिणी पूर्वी पठारी भाग
  • (स) पूर्वी मैदानी भाग
  • (द) लूनी बेसिन
उत्तर : अरावली पर्वतीय प्रदेश
व्याख्या :
अरावली पर्वतीय प्रदेश उपआर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आता है। इसमें अलवर, जयपुर, अजमेर, पाली, जालौर, नागौर, डीडवाना कुचामन व झुझुनू का पूर्वी भाग तथा डीग, दौसा, टोंक, केकड़ी, भीलवाड़ा व सिरोही का उत्तरी-पश्चिमी भाग शामिल है।
प्रश्न 92 निम्नलिखित जिलों एवं जलवायु प्रदेशों को सुमेलित कीजिए :
जिला जलवायु प्रदेश
(1) जैसलमेर (a) अति-आर्द्र
(2) जयपुर (b) आर्द्र
(3) सवाई माधोपुर (c) उप-आर्द्र
(4) झालावाड़ (d) शुष्क
(1) (2) (3) (4)
  • (अ) (c) (b) (a) (d)
  • (ब) (d) (c) (a) (b)
  • (स) (d) (b) (c) (a)
  • (द) (d) (c) (b) (a)
उत्तर : (d) (c) (b) (a)
व्याख्या :
जिला जलवायु प्रदेश
(1) जैसलमेर शुष्क
(2) जयपुर उप-आर्द्र
(3) सवाई माधोपुर आर्द्र
(4) झालावाड़ अति-आर्द्र
प्रश्न 93 थार्नथ्वेट के वर्गीकरण के अनुसार निम्नलिखित में से किस जलवायु वर्ग में जैसलमेर अवस्थित है –
Lab Assistant Exam 2022 (Science) 28 June 2022 Paper-1
  • (अ) DB’w
  • (ब) EA’d
  • (स) CA’w
  • (द) DA’w
उत्तर : EA’d
व्याख्या :
EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनूपगढ़ में पाई जाती है।
प्रश्न 94 कोपेन वर्गीकरण का निम्नलिखित में से कौनसा कोड झालावाड़ जिले की जलवायु को निरूपित करता है –
Lab Assistant Exam 2022 (Science) 28 June 2022 Paper-1
  • (अ) Bwhw
  • (ब) Cwg
  • (स) Aw
  • (द) Bshw
उत्तर : Aw
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
  1. Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
  2. Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
  3. Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
  4. Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
प्रश्न 95 राजस्थान के निम्नलिखित किस स्थान पर सर्वाधिक वर्षा होती है –
Police Constable Exam (13 May 2022 Shift-2)
  • (अ) जयपुर
  • (ब) कोटा
  • (स) माउंट आबू
  • (द) बृजराजनगर
उत्तर : माउंट आबू
व्याख्या :
राजस्थान का सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान – माउण्ट आबु(120-140 सेमी.) है यहीं पर वर्षा के सर्वाधिक दिन(48 दिन) मिलते हैं।
प्रश्न 96 निम्नलिखित में से मावठ द्वारा लाभार्थी फसल कौन सी नहीं है –
RSMSSB VDO Mains 2022
  • (अ) गेहूँ
  • (ब) सरसों
  • (स) चना
  • (द) मूंगफली
उत्तर : मूंगफली
व्याख्या :
मावठ (शीतकालीन वर्षा) द्वारा रबी की फसल जैसे गेहूं, चना, सरसों को सर्वाधिक लाभ होता है। वहीं मूंगफली खरीफ की फसल है।
प्रश्न 97 राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभों से वर्षा किन महीनों में होती है –
RSMSSB VDO Mains 2022
  • (अ) सितम्बर और अक्टूबर
  • (ब) अप्रैल और मई
  • (स) दिसम्बर और जनवरी
  • (द) जुलाई और अगस्त
उत्तर : दिसम्बर और जनवरी
व्याख्या :
भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है।
प्रश्न 98 राजस्थान का कौन सा क्षेत्र अर्द्धशुष्क अथवा स्टेपी जलवायु प्रदेश के अन्तर्गत आता है –
Police SI 13 September 2021 (Gk)
  • (अ) जालौर, पाली, जोधपुर, नागौर, सीकर, झुन्झुनू
  • (ब) प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, कोटा, बूंदी, बारां
  • (स) गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चुरू
  • (द) उदयपुर, डूंगरपुर, बाँसवाड़ा
उत्तर : जालौर, पाली, जोधपुर, नागौर, सीकर, झुन्झुनू
व्याख्या :
चुरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, द. बाड़मेर, बालोतरा, जोधपुर व बीकानेर का पूर्वी भाग तथा पाली, जालौर, सीकर,नागौर, डीडवाना कुचामन व झुझुनू का पश्चिमी भाग अर्द्धशुष्क अथवा स्टेपी जलवायु प्रदेश के अन्तर्गत आता है।
प्रश्न 99 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन सही सुमेलित हैं –
(A) Cwg – भरतपुर
(B) Bwhw – बाड़मेर
(C) Bshw – गंगानगर
(D) Aw – डूंगरपुर
  • (अ) (A), (C), एवं (D)
  • (ब) (B), (C) एवं (D)
  • (स) (B) एवं (C)
  • (द) (A) एवं (D)
उत्तर : (A) एवं (D)
व्याख्या :
श्रीगंगानगर Bwhw के अंतर्गत आता है और बाड़मेर Bshw के अंतर्गत आता है।
प्रश्न 100 निम्न में से राजस्थान के किस भाग में सर्वाधिक वर्षा की परिवर्तिता पाई जाती है –
  • (अ) सुदूर पश्चिमी भाग
  • (ब) उत्तर-पूर्वी भाग
  • (स) दक्षिणी भाग
  • (द) उत्तरी भाग
उत्तर : सुदूर पश्चिमी भाग
व्याख्या :
राजस्थान के सुदूर पश्चिमी भाग में वर्षा की परिवर्तिता सबसे ज़्यादा पाई जाती। पश्चिमी राजस्थान में अल्प वर्षा होती है, जिसके कारण वर्षा में थोड़ा सा परिवर्तन ही अधिक प्रतिशत परिवर्तन हो जाता है।

RPSC परीक्षा के लिए तैयारी के सुझाव

  1. NCERT पुस्तकें पढ़ें: कक्षा 6-12 तक की भूगोल की किताबों में राजस्थान की जलवायु से जुड़ी जानकारी है।
  2. पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र हल करें: RPSC के पुराने प्रश्न पत्रों को हल करके आप परीक्षा के पैटर्न को समझ सकते हैं।
  3. शॉर्ट नोट्स बनाएं: जलवायु की विशेषताओं और भौगोलिक क्षेत्रों के लिए छोटे नोट्स बनाकर रिवीजन करें।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1: राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से किस प्रकार की है?

उत्तर: राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से शुष्क और अर्ध-शुष्क है।

प्रश्न 2: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है?

उत्तर: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में होती है।

प्रश्न 2: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है?

उत्तर: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में होती है।

निष्कर्ष

राजस्थान की जलवायु RPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में एक महत्वपूर्ण विषय है। इस विषय पर गहन अध्ययन और पिछले प्रश्न पत्रों का विश्लेषण आपको परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने में मदद करेगा।

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