कन्या सुमंगला योजना उत्तर प्रदेश 2022 ऑनलाइन पंजीयन फॉर्म | Kanya Sumangala Yojana UP details
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उत्तर प्रदेश कन्या सुमंगला योजना 2021 का ऑनलाइन आवेदन फॉर्म ,नियम, पात्रता, पैसा कब आएगा, पोर्टल सभी जानकारीदिए गए लेख में पढ़े | Kanya Sumangala Yojana UP in hindi, status check
कन्या सुमंगला योजना उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा प्रदेश की बालिकाओं के लिए शुरू की गई है, इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश ki बालिकाओं को शिक्षित करना है. साथ ही कन्या भ्रूण हत्या एवं कन्या बाल विवाह जैसे अपराधों को रोकना है,इस योजना के अंतर्गत पंजीयन प्रक्रिया (registration) शुरू कर दिया गया है कन्या सुमंगला योजना के लेख ध्यान से पढ़ें।
कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत बालिकाओं को 1 वर्ष की आयु से लेकर ग्रेजुएट होने तक विभिन्न चरणों में आर्थिक सहायता की जाती है ताकि वह अपनी पढ़ाई पूरी कर सके और उनका जल्द से जल्द विवाह न किया जाए।
योजना के अंतर्गत 6 चरणों में ₹15000 सरकार की तरफ से बेटियों को दिए जाते हैं इन चरणों का विवरण इस प्रकार है
पहले चरण में ₹2000
दूसरे चरण में ₹1000
तीसरे चरण में ₹2000
चौथे चरण में ₹2000
पांचवें चरण में ₹3000
छठे चरण में ₹5000 इस प्रकार कन्या के खाते में ₹15000 की आर्थिक मदद की जाती है।
योजना के अंतर्गत यह पूरा पैसा डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर सुविधा के जरिए बेटी के खाते में सरकार द्वारा भेजा जाता है।
इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक चरण में बेटी को रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। अर्थात आप किसी भी चरण से इस योजना का लाभ लेना प्रारंभ कर सकते हैं।
योजना के अंतर्गत पैसा बेटी के बालिक होने तक उसकी मां के खाते में जमा किया जाएगा परंतु अगर मां की मृत्यु हो गई है तो पैसा पिता के खाते में जमा होगा लेकिन ऐसी परिस्थिति में जब माता-पिता दोनों की मृत्यु हो चुकी है तब पैसा आधिकारिक रूप से निर्धारित किए गए पायलटों के खाते में जमा किया जाएगा परंतु इसके लिए मृत्यु प्रमाण पत्र लगाना अनिवार्य होगा।
कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत पात्रता नियम
योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए बेटी किसी भी चरण में आवेदन फॉर्म भर सकती है परंतु प्रत्येक चरण के लिए कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं जो कि इस प्रकार हैं
पहला चरण नियम (first step)
अगर बेटी को पहले चरण में इस योजना के अंतर्गत दाखिल कराना चाहते हैं तो उसका जन्म 1 अप्रैल 2019 अथवा उसके बाद होना चाहिए।
दूसरे चरण नियम (second step)
दूसरे चरण में पंजीयन का नियम यह है कि बेटी का पहले वर्ष काटीकाकरण पूरा हो जाना चाहिए लेकिन इसके लिए जरूरी है कि बेटी का जन्म 1 अप्रैल 2018 से पहले ना हुआ हो।
तीसरा चरण नियम (third step)
तीसरे चरण में वही बालिका दाखिला ले सकती है जोकि अध्ययन शुरू कर चुकी हो और पहली कक्षा में एडमिशन ले लिया हो।
चौथे चरण का नियम (fourth step)
चौथे चरण में वही बालिकाएं पंजीयन करवा सकती हैं जो किस सिक्स्थ क्लास में एडमिशन ले चुकी हूं।
पांचवा चरण(fifth step)
पांचवें चरण में वे बालिका योजना के अंतर्गत पंजीयन करवा सकती हैं जिन्होंने नौवीं कक्षा में एडमिशन ले लिया हो।
छठवां एवं अंतिम चरण (last step)
योजना के अंतर्गत छठी किस्त के लिए यह जरूरी है कि बेटी का ग्रेजुएशन अथवा कम से कम 2 वर्ष का डिप्लोमा कोर्स पूरा हो चुका हो।
योजना के अंतर्गत वही बेटियां लाभ ले सकते हैं जो कि उत्तर प्रदेश की मूल निवासी हैं दूसरे राज्यों से आए लोगों की बेटियां जब तक इस योजना के अंतर्गत शामिल नहीं हो सकती जब तक कि वह उत्तर प्रदेश के मूल निवासी ना हो।
योजना के अंतर्गत होनी परिवारों को लाभ प्राप्त होगा जिनकी सालाना आय 300000 से कम हो।
योजना के अंतर्गत उम्र का निर्धारण किया गया है इसीलिए वही बेटियां इस योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकती है जिनका जन्म 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2019 के बीच हुआ हो।
योजना के अंतर्गत परिवार की अधिकतम दो ही बेटियों को लाभ मिलेगा लेकिन अगर द्वितीय प्रसव के दौरान जुड़वा बेटियों का जन्म होता है तो ऐसी स्थिति में तीनों बेटियों को योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त हो सकता है
योजना के अंतर्गत गोद ली हुई बेटी को को भी शामिल किया जा सकता है परंतु नियम वही है कि परिवार की केवल दो ही बेटियों को शामिल किया जाएग।
कन्या सुमंगला योजना में क्या-क्या डॉक्यूमेंट लगेंगे
योजना के अंतर्गत अप्लाई करने के लिए विभिन्न प्रकार के दस्तावेजों की आवश्यकता है जो की पात्रता के नियम को सत्यापित करने में मदद करते हैं वे दस्तावेज कुछ इस प्रकार
बैंक संबंधी जानकारी के लिए बैंक पासबुक लगाना अनिवार्य है क्योंकि पैसा सीधे खाते में जमा किया जाना है।
योजना के अंतर्गत आय का निर्धारण किया गया है इसलिए आए संबंधी दस्तावेज लगाना भी जरूरी होगा।
योजना के अंतर्गत जो भी बालिकाएं लाभ लेना चाहती हैं उन्हें अपना पहचान पत्र देना अनिवार्य है।
योजना से जुड़ी बालिकाओं मैं से किसी बालिका की माता-पिता अथवा किसी एक की मृत्यु हो जाती है तो ऐसी स्थिति में मृत्यु प्रमाण पत्र लगाना अनिवार्य होगा।
कन्या सुमंगला योजना से जुड़े कई सवालों के जवाब FAQs