राजस्थान की जलवायु (Climate of Rajasthan) भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे रोचक और विविध जलवायवीय क्षेत्रों में से एक है। राजस्थान राज्य का क्षेत्रफल और इसकी भौगोलिक विविधता इसे एक अनूठी जलवायवीय पहचान प्रदान करती है। यहाँ इस लेख में हम राजस्थान की जलवायु पर आधारित RPSC Previous Year Questions (PYQs) और Multiple Choice Questions (MCQs) का विश्लेषण करेंगे।

- प्रश्न 101 राजस्थान में मई और जून में सर्वाधिक धूल भरी आंधियाँ किस जिले में आती हैं –
VDO Exam 1st Shift 27 Dec 2021 -
- (अ) जैसलमेर
- (ब) बीकानेर
- (स) गंगानगर
- (द) बाड़मेर
उत्तर : गंगानगर
व्याख्या :
आंधियों की सर्वाधिक संख्या – श्रीगंगानगर(27 दिन)
- प्रश्न 102 राजस्थान में शीतकाल में होने वाली वर्षा (मावठ) किन कारणों से होती है –
-
- (अ) दक्षिणी-पश्चिमी मानसूनी हवाओं के कारण
- (ब) पश्चिमी विक्षोभ के कारण
- (स) हिमालय से टकराकर वापस लौटती मानसूनी हवाओं के कारण
- (द) पछुआ हवाओं के कारण
उत्तर : पश्चिमी विक्षोभ के कारण
व्याख्या :
सर्दीयों में पश्चिमी विक्षोभ/भुमध्य सागरिय विक्षोप के कारण भारत में उतरी मैदानी क्षेत्र में जो वर्षा होती है उसे मावठ कहते हैं।
- प्रश्न 103 ‘राज्य का आर्द्र जिला’ कहलाता है-
-
- (अ) बांसवाड़ा
- (ब) झालावाड़
- (स) उदयपुर
- (द) डूंगरपुर
उत्तर : झालावाड़
व्याख्या :
राजस्थान का सबसे आर्द्र जिला झालावाड़ है।
- प्रश्न 104 राजस्थान में मई और जून महीनों में उत्पन्न होने वाले धूल भरी आंधी के कारण होते हैं-
A. कुछ स्थानों पर संवहन धाराएँ उत्पन्न करना।
B. अरावली की पहाड़ियाँ दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के सामानांतर हैं।
C. तेज गति वाली पूर्वी हवाओं की उत्पत्ति। -
- (अ) (A) और (C)
- (ब) (A), (B) और (C)
- (स) (A) और (B)
- (द) केवल (A)
उत्तर : केवल (A)
व्याख्या :
राजस्थान में मार्च से मध्य जून तक ग्रीष्म ऋतु होती है। इसमें मई व जून के महीने में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है। अधिक गर्मी के वायु मे नमी समाप्त हो जाती है। परिणाम स्वरूप वायु हल्की होकर उपर चली जाती है। अतः राजस्थान में निम्न वायुदाब का क्षेत्र बनता है परिणामस्वरूप उच्च वायुदाब से वायु निम्न वायुदाब की और तेजगति से आती है इससे गर्मियों में आंधियों का प्रवाह बना रहता है। धूल भरी आंधियां बहुत तेज हवाओं या संवहन धाराओं के कारण होती हैं।
- प्रश्न 105 कोपेन के वर्गीकरण के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन डूंगरपुर जिले को दर्शाता है –
-
- (अ) Aw
- (ब) BShw
- (स) BWhw
- (द) Cwg
उत्तर : Aw
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।
Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
- प्रश्न 106 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार निम्न में से कौन से सही सुमेलित हैं?
(A) Cwg – भरतपुर
(B) Bwhw – बाड़मेर
(C) Bshw – गंगानगर
(D) Aw – डूंगरपुर
RPSC Ras Pre. Exam 2021 -
- (अ) (B) एवं (C)
- (ब) (A), (C) एवं (D)
- (स) (B), (C) एवं (D)
- (द) (A) एवं (D)
उत्तर : (A) एवं (D)
व्याख्या :
Aw या उष्णकटिबंधीय आर्द्र क्षेत्र : डूंगरपुर जिले के दक्षिणी भाग और बांसवाड़ा इस क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं।
Cwg जलवायु क्षेत्र : अरावली के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र इस क्षेत्र का हिस्सा हैं। भरतपुर, बूंदी, भीलवाड़ा, करौली, चित्तौड़, धौलपुर, दौसा, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सिरोही, टोंक, उदयपुर और जयपुर।
Bwhw जलवायु क्षेत्र : इस क्षेत्र में बहुत कम वर्षा के साथ शुष्क-गर्म मरुस्थली जलवायु है। उत्तर-पश्चिमी जोधपुर, जैसलमेर, पश्चिमी बीकानेर इस श्रेणी में शामिल हैं।
Bshw जलवायु क्षेत्र : यह जलवायु क्षेत्र अर्ध-शुष्क है, जहाँ सर्दियाँ शुष्क होती हैं और यहाँ तक कि गर्मियों में भी पर्याप्त मात्रा में वर्षा नहीं होती है। इस क्षेत्र में बाड़मेर, जालोर, जोधपुर, नागौर, चुरू, सीकर, झुंझुनू और हनुमानगढ़ जिले शामिल हैं।
- प्रश्न 107 थार्नथ्वेट ने जलवायु वर्गीकरण किस आधार पर किया –
-
- (अ) वर्षा
- (ब) वनस्पति
- (स) मृदा
- (द) तापमान
उत्तर : वनस्पति
व्याख्या :
थार्नथ्वेट ने अपना जलवायु वर्गीकरण हेतु वनस्पति, तापमान और वर्षा को आधार बनाया। थार्नथ्वेट के अनुसार वनस्पति जलवायु का वायुदाब (बैरोमीटर) मापक यंत्र होता है। अर्थात वनस्पति की विशेषता को जानने के लिए तापमान एवं वर्षा के उन गुणों को जानना आवश्यक है जो वनस्पति के विकास, उनके प्रकार एवं विशेषताओं को निर्धारित करता है।
- प्रश्न 108 अति आर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत राज्य के कौन-से जिले आते हैं –
-
- (अ) झालावाड़ एवं बांसवाड़ा
- (ब) बूंदी एवं सिरोही
- (स) अलवर एवं भरतपुर
- (द) भरतपुर एवं धौलपुर
उत्तर : झालावाड़ एवं बांसवाड़ा
व्याख्या :
द.पू. कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाडा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, द.पू. सलूम्बर तथा माउण्ट आबू क्षेत्र अति आर्द्र जलवायु प्रदेश के अंतर्गत आते हैं।
- प्रश्न 109 निम्नलिखित जलवायु को राजस्थान के सम्बंधित जलवायु से मिलान कीजिए –
जलवायु विभाजन 1. मरुस्थल A .उत्तर – पश्चिम राजस्थान 2. उप आर्द्र B. केन्द्रीय आरावली 3. आर्द्र C. राजस्थान का उत्तर पूर्वीय मैदान 4. अति आर्द्र D. राजस्थान का दक्षिण- पश्चिमीय पठार -
- (अ) 1-A, 2-B, 3-C, 4-D
- (ब) 1-A, 2-B, 3-D, 4-C
- (स) 1-B, 2-C, 3-A, 4-D
- (द) 1-A, 2-C, 3-B, 4-D
उत्तर : 1-A, 2-B, 3-C, 4-D
व्याख्या :जलवायु विभाजन 1. मरुस्थल A .उत्तर – पश्चिम राजस्थान 2. उप आर्द्र B. केन्द्रीय आरावली 3. आर्द्र C. राजस्थान का उत्तर पूर्वीय मैदान 4. अति आर्द्र D. राजस्थान का दक्षिण- पश्चिमीय पठार
- प्रश्न 110 निम्नलिखित में से कौन से जिलों का समूह सर्वाधिक औसत वार्षिक वर्षा प्राप्त करता है –
-
- (अ) झालावाड़ तथा बांसवाड़ा
- (ब) उदयपुर तथा भीलवाड़ा
- (स) बूंदी तथा कोटा
- (द) भरतपुर तथा करौली
उत्तर : झालावाड़ तथा बांसवाड़ा
व्याख्या :
जिला स्तर पर सर्वाधिक वर्षा – झालावाड़(100 सेमी.)
वर्षा के दिनों की सर्वाधिक संख्या – झालावाड़(40 दिन), बांसवाड़ा(38 दिन)
राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
- प्रश्न 111 सामान्यतः राजस्थान में दक्षिण-पश्चिम मानसून की अवधि होती है –
-
- (अ) जून से अक्टूबर
- (ब) जून से सितम्बर
- (स) जुलाई से अक्टूबर
- (द) मई से अगस्त
उत्तर : जून से सितम्बर
व्याख्या :
राजस्थान में मध्य जून से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है।
- प्रश्न 112 निम्न में से कौन सा, राजस्थान में प्रचलित तौर पर ‘मावठ’ के रूप में जाना जाता है –
-
- (अ) पर्वतीय लवण
- (ब) मरूस्थलीय मृदा
- (स) शीतकालीन वर्षा
- (द) लोकनृत्य
उत्तर : शीतकालीन वर्षा
व्याख्या :
भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
- प्रश्न 113 राजस्थान में जून माह में न्यूनतम वायुदाब जिस जिले में सम्भावित है, वह है –
-
- (अ) नागौर
- (ब) झुन्झुनू
- (स) जैसलमेर
- (द) उदयपुर
उत्तर : जैसलमेर
व्याख्या :
ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम क्षेत्र क्षेत्र का वायुदाब पूर्वी क्षेत्र से कम होता है। ग्रीष्म ऋतु में पश्चिम की तरफ से गर्म हवाऐं चलती है जिन्हें लू कहते है। इस लू के कारण यहां निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है। इस निम्न वायुदाब की पूर्ती हेतु दुसरे क्षेत्र से (उच्च वायुदाब वाले क्षेत्रों से) तेजी से हवा उठकर आती है जो अपने साथ धुल व मिट्टी उठाकर ले आती है इसे ही आंधी कहते हैं।
- प्रश्न 114 निम्न में से कौन सी समवर्षा रेखा राजस्थान को दो भागों में विभक्त करती है –
-
- (अ) 50 सेंटीमीटर
- (ब) 55 सेंटीमीटर
- (स) 110 सेंटीमीटर
- (द) 100 सेंटीमीटर
उत्तर : 50 सेंटीमीटर
व्याख्या :
राजस्थान को 50 सेमी. रेखा दो भागों में बांटती है। 50 सेमी. वर्षा रेखा की उत्तर-पश्चिम में कम होती है। जबकि दक्षिण पूर्व में वर्षा अधिक होती है। यह 50 सेमी. मानक रेखा अरावली पर्वत माला को माना जाता है।
- प्रश्न 115 निम्नलिखित युग्मों में से कौन सा युग्म सुमेल नहीं है –
कोपेन के अनुसार जलवायु प्रदेश जिला -
- (अ) Aw – बांसवाड़ा
- (ब) Bwhw – बाड़मेर
- (स) Bshw – पाली
- (द) Cwg – टोंक
उत्तर : Bwhw – बाड़मेर
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
- प्रश्न 116 ‘थार्नथ्वेट’ के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार निम्नलिखित में से कौन सा जैसलमेर की जलवायु को प्रस्तुत करता है –
-
- (अ) EA′d
- (ब) DA′w
- (स) CA′w
- (द) DB′w
उत्तर : EA′d
व्याख्या :
थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।- CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
- DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
- DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
- EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
- प्रश्न 117 राजस्थान में शीतकालीन वर्षा उन चक्रवातों के परिणामस्वरूप होती है, जो उत्पन्न होते हैं –
-
- (अ) लाल सागर में
- (ब) काला सागर में
- (स) अरब सागर में
- (द) भूमध्य सागर में
उत्तर : भूमध्य सागर में
व्याख्या :
भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
- प्रश्न 118 राजस्थान में शीत ऋतु में होने वाली भूमध्यसागरीय चक्रवातीय वर्षा कहलाती है –
Agriculture Research Officer – 2020 -
- (अ) उत्तर पूर्वी मानसून
- (ब) मावट
- (स) आम्र वर्षा
- (द) खेजड़ी वर्षा
उत्तर : मावट
व्याख्या :
भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है। इन वर्षा कि बूदों को गोल्डन ड्रोप्स या सोने कि बुंद के उप नाम से जाना जाता है।
- प्रश्न 119 निम्नलिखित में से राजस्थान का कौन सा जिला अति-आर्द्र जलवायु क्षेत्र में स्थित है –
Agriculture Research Officer – 2020 -
- (अ) अजमेर
- (ब) राजसमंद
- (स) दौसा
- (द) बारां
उत्तर : बारां
व्याख्या :
द.पू. कोटा, बारां, झालावाड़, बांसवाडा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, द.पू. सलूम्बर तथा माउण्ट आबू क्षेत्र अति-आर्द्र जलवायु क्षेत्र में स्थित है।
- प्रश्न 120 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार बाड़मेर एवं झुंझुनू जिले किस जलवायु प्रदेश में समाहित हैं –
Agriculture Officer 2020 -
- (अ) Bwhw
- (ब) Bshw
- (स) Cwg
- (द) Aw
उत्तर : Bshw
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – अरावली के पश्चिम का क्षेत्र
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश – जैसलमेर, फलौदी, बीकानेर, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चूरू जिले का कुछ क्षेत्र
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश – पूर्वी और मध्य राजस्थान का अरावली से पूर्व का भाग
- प्रश्न 121 कोपेन के वर्गीकरण के अनुसार निम्न में से किन जिलों में ‘Aw’ प्रकार की जलवायु पायी जाती है –
Agriculture Officer 2020 -
- (अ) भरतपुर एवं अलवर
- (ब) बांसवाड़ा एवं झालावाड़
- (स) सीकर एवं नागौर
- (द) हनुमानगढ़ एवं बीकानेर
उत्तर : बांसवाड़ा एवं झालावाड़
व्याख्या :
डा.ब्लादीमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया। कोपेन के अनुसार स्थानीय वनस्पति ही मौसम की सर्वश्रेष्ठ अभिव्यक्ति है, हालांकी कोपेन ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वर्षा एवं तापमान को भी महत्व दिया है क्योंकि परोक्ष रूप से वनस्पति वर्षा और तापमान पर निर्भर होती है अत: कोपेन ने राजस्थान की जलवायु को वनस्पति के आधार पर चार सांकेतिक शब्दो में वर्णीत किया है।
Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश – डूंगरपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व दक्षिणी चित्तौड़ तथा झालावाड़
- प्रश्न 122 ग्रीष्म ऋतु में राजस्थान के किन जिलों में वायु की गति अधिक होगी –
-
- (अ) पूर्वी
- (ब) पश्चिमी
- (स) उत्तरी
- (द) दक्षिणी
उत्तर : पश्चिमी
व्याख्या :
राजस्थान में मार्च से मध्य जून तक ग्रीष्म ऋतु होती है। इसमें मई व जून के महीने में सर्वाधिक गर्मी पड़ती है। अधिक गर्मी के वायु मे नमी समाप्त हो जाती है। परिणाम स्वरूप वायु हल्की होकर उपर चली जाती है। अतः पश्चिमी राजस्थान में निम्न वायुदाब का क्षेत्र बनता है परिणामस्वरूप उच्च वायुदाब से वायु निम्न वायुदाब की और तेजगति से आती है इससे गर्मियों में आंधियों का प्रवाह बना रहता है।
- प्रश्न 123 राजस्थान में औसत वार्षिक वर्षा की सर्वाधिक परिवर्तनशीलता आलेखित करने वाले जिले हैं –
-
- (अ) अलवर, भरतपुर
- (ब) अजमेर, टोंक
- (स) जैसलमेर, बाड़मेर
- (द) बाँसवाड़ा, डूँगरपुर
उत्तर : जैसलमेर, बाड़मेर
व्याख्या :
राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा की विषमता वाला जिला – बाड़मेर और जैसलमेर
- प्रश्न 124 जलवायु की दृष्टि से अधिकांशतः राजस्थान स्थित है –
-
- (अ) उष्ण कटिबन्ध में
- (ब) उपोष्ण कटिबन्ध में
- (स) शीत कटिबन्ध में
- (द) शीतोष्ण कटिबन्ध में
उत्तर : उपोष्ण कटिबन्ध में
व्याख्या :
कोई भी दो अक्षांश के मध्य का भु-भाग कटिबंध कहलाता है। राजस्थान उष्ण कटिबंध के निकट वास्तव में उपोष्ण कटिबंध में स्थित है।
- प्रश्न 125 राजस्थान की अधिकांश वर्षा किन मानसूनी पवनों से होती है –
Agriculture Supervisor Exam 2018 -
- (अ) पूर्वी हवाएँ
- (ब) पश्चिमी विक्षोभ
- (स) दक्षिणी-पश्चिमी हवाएँ
- (द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : दक्षिणी-पश्चिमी हवाएँ
व्याख्या :
राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून हवाओं से होती है तथा दुसरा स्थान बंगाल की खाड़ी का मानसून, तीसरा स्थान अरबसागर के मानसून, अन्तिम स्थान भूमध्यसागर के मानसून का है।
- प्रश्न 126 1000 मिलिबार की समदाब रेखा जुलाई माह में गुजरती है –
-
- (अ) सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़ और झालावाड़ से
- (ब) सिरोही, चित्तौड़गढ़, कोटा और बांरा से
- (स) जालोर, पाली, अजमेर एवं करौली से
- (द) उदयपुर, चित्तौड़गढ़, कोटा एवं बारां से
उत्तर : सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़ और झालावाड़ से
व्याख्या :
1000 मिलीबार समदाब रेखा का मतलब है कि इस रेखा पर स्थित सभी जिलों में समान दाब (1000 मिलीबार) होगा। राजस्थान में जुलाई माह की 1000 मिलीबार समदाब रेखा सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़ और झालावाड़ से गुजरती है।
- प्रश्न 127 कोपेन ने जलवायु प्रदेश के वर्गीकरण का आधार माना है –
-
- (अ) वनस्पति
- (ब) वर्षा
- (स) तापमान
- (द) वायुदाब
उत्तर : वनस्पति
व्याख्या :
व्लादिमीर कोपेन जर्मनी के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने सर्वप्रथम 1918 में विश्व की जलवायु का वर्गीकरण किया। कोपेन के अनुसार स्थानीय वनस्पति ही मौसम की सर्वश्रेष्ठ अभिव्यक्ति है, हालांकी कोपेन ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वर्षा एवं तापमान को भी महत्व दिया है क्योंकि परोक्ष रूप से वनस्पति वर्षा और तापमान पर निर्भर होती है अत: कोपेन ने राजस्थान की जलवायु को वनस्पति के आधार पर चार सांकेतिक शब्दो में वर्णीत किया है।
- प्रश्न 128 राजस्थान में शीतकालीन वर्षा का कारण है –
Lect. College Edu. EXAM 2014(GK) -
- (अ) स्थानीय हवायें
- (ब) द. पूर्वी मानसून
- (स) उ. पूर्वी मानसून
- (द) पश्चिमी विक्षोभ
उत्तर : पश्चिमी विक्षोभ
व्याख्या :
भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है।
- प्रश्न 129 राजस्थान में अरावली का कौन सा भाग सर्वाधिक वर्षा प्राप्त करता है –
-
- (अ) उत्तर-पूर्वी
- (ब) मध्य
- (स) दक्षिणी
- (द) शेखावाटी पहाड़ियां
उत्तर : दक्षिणी
व्याख्या :
अरावली पहाड़ियों के दक्षिणी भाग सर्वाधिक वर्षा प्राप्त करते हैं। राजस्थान का सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान – माउण्ट आबु(120-140 सेमी.) है यहीं पर वर्षा के सर्वाधिक दिन(48 दिन) मिलते हैं।
- प्रश्न 130 राजस्थान में न्यूनतम ग्रीष्मकालीन तापमान वला क्षेत्र है –
-
- (अ) दक्षिणी-पूर्वी
- (ब) उत्तरी-पश्चिमी
- (स) दक्षिणी-पश्चिमी
- (द) उत्तरी-पूर्वी
उत्तर : दक्षिणी-पश्चिमी
व्याख्या :
राजस्थान का दक्षिण-पश्चिम भाग (सिरोही) अधिक ऊंचाई पर होने के कारण गर्मियों में तापमान अपेक्षाकृत कम रहता है, क्योंकि ऊंचाई बढ़ने पर तापमान घटता है।
- प्रश्न 131 राजस्थान में लौटते मानसून ऋतु की अवधि है –
-
- (अ) जुलाई से अगस्त
- (ब) मार्च से जून
- (स) अक्टूबर से दिसम्बर
- (द) जनवरी से फरवरी
उत्तर : अक्टूबर से दिसम्बर
व्याख्या :
राजस्थान में लौटता मानसून का मौसम अक्टूबर से दिसंबर है।
राजस्थान में मध्य जून से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है।
- प्रश्न 132 राजस्थान में थार्नवेट के जलवायु प्रदेश EA’d में कौनसा क्षेत्र नहीं आता –
-
- (अ) बाड़मेर
- (ब) जैसलमेर
- (स) फलौदी
- (द) हनुमानगढ़
उत्तर : हनुमानगढ़
व्याख्या :
थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।- CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
- DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
- DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
- EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
- प्रश्न 133 कोपेन के जलवायु वर्गीकरण के अनुसार झुंझुनू जिले की जलवायु किस कोटि में रखी जा सकती है –
-
- (अ) Aw
- (ब) Bshw
- (स) Bwhw
- (द) Cwg
उत्तर : Bshw
व्याख्या :
जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
- प्रश्न 134 पूर्व दिशा से राजस्थान में चलने वाली हवा को क्या कहा जाता है –
-
- (अ) पुरवाई
- (ब) लू
- (स) पछुआ
- (द) पश्चिमी विक्षोभ
उत्तर : पुरवाई
व्याख्या :
बंगाल की खाड़ी का मानसून राजस्थान में पूर्वी दिशा से प्रवेश करता है। पूर्वी दिशा से प्रवेश करने के कारण मानसूनी हवाओं को पूरवइयां के नाम से जाना जाता है यह मानसून राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा करवाता है इस मानसून से राजस्थान के उत्तरी, उत्तरी-पूर्वी, दक्षिणी-पूर्वी क्षेत्रों में वर्षा होती है।
पूर्व की ओर से आने वाली हवा – पूरवईयां, पूरवाई, पूरवा, आगुणी
- प्रश्न 135 राजस्थान में किस दिशा में वर्षा कम होती जाती है –
-
- (अ) उत्तर से दक्षिण
- (ब) पश्चिम से पूर्व
- (स) उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व
- (द) दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व
उत्तर : दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व
व्याख्या :
राजस्थान में वर्षा की मात्रा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर घटती है। अरब सागरीय मानसुन हवाओं से राज्य के दक्षिण व दक्षिण पूर्वी जिलों में पर्याप्त वर्षा हो जाती है। वर्षा की मात्रा दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की ओर भी घटती है।
- प्रश्न 136 थार मरूस्थल में रात्रि का तापमान गर्मियों में अचानक गिर जाता है क्योंकि –
-
- (अ) निम्न सापेक्षिक आर्द्रता, दिन में ऊंचा तापक्रम एवं बादलों का अभाव
- (ब) झीलों की उपस्थिति, अधिवासों की विरलाता एवं उच्च वायुवेग
- (स) वातावरण की शुष्कता, स्वच्छ आकाश, मिट्टी की बलुई प्रकृति, वनस्पति का अभाव
- (द) वायुमण्डलीय दबाव के कम होने, नग्न चट्टानों की उपस्थित, बालू के टिलों की उपस्थिति के कारण
उत्तर : वातावरण की शुष्कता, स्वच्छ आकाश, मिट्टी की बलुई प्रकृति, वनस्पति का अभाव
व्याख्या :
थार मरुस्थल में दिन और रात के तापमान में बहुत अंतर होता है। गर्मियों में दिन का तापमान 50°C तक हो सकता है, जबकि रात में यह 15°C तक गिर सकता है। तापमान में भारी बदलाव का मुख्य कारण रेगिस्तानी हवा का अत्यधिक शुष्क होना है। विश्व एटलस के अनुसार, हवा में मौजूद जलवाष्प एक विशाल अदृश्य कंबल की तरह जमीन के करीब गर्मी को पकड़ लेता है और इसे वायुमंडल में फैलने से रोकता है।उच्च आर्द्रता वाली हवा को भी गर्म होने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, अर्थात उस ऊर्जा को नष्ट होने और आसपास के वातावरण को ठंडा होने में भी अधिक समय लगता है।इसलिए, रेगिस्तानों में नमी की कमी इन शुष्क स्थानों को जल्दी गर्म होने के साथ-साथ तेजी से ठंडा भी करती है।
- प्रश्न 137 राजस्थान में प्रवेश करने वाले पश्चिम विक्षोभ की उत्पत्ति कौन से क्षेत्र से होती है –
-
- (अ) अरब सागर
- (ब) हिन्द महासागर
- (स) बंगाल की खाड़ी
- (द) भूमध्य सागर
उत्तर : भूमध्य सागर
व्याख्या :
भूमध्यसागरीय मानसून राजस्थान में पश्चिमी दिशा से प्रवेश करता है। पश्चिमी दिशा से प्रवेश करने के कारण इस मानसून को पश्चिमी विक्षोभों का मानसून के उपनाम से जाना जाता है। इस मानसून से राजस्थान में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में वर्षा होती है। यह मानसून मुख्यतः सर्दीयों में वर्षा करता है सर्दियों में होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में मावठ कहते हैं यह वर्षा गेहुं की फसल के लिए सर्वाधिक लाभदायक होती है।
- प्रश्न 138 मानचित्र में छायांकित क्षेत्र प्रदर्शित करता है –
COMPILER Exam 2016 -
- (अ) 80 से.मी. से अधिक वर्षा के क्षेत्र
- (ब) 60 से 70 से.मी. वर्षा के क्षेत्र
- (स) 50 से 60 से. मी. वर्षा के क्षेत्र
- (द) 50 से. मी. से कम वर्षा के क्षेत्र
उत्तर : 80 से.मी. से अधिक वर्षा के क्षेत्र
व्याख्या :
मानचित्र में छायांकित क्षेत्र 80 से.मी. से अधिक वर्षा क्षेत्र को प्रदर्शित करता है।
- प्रश्न 139 निम्नलिखित में से किस स्थान पर राजस्थान में साधारणतः सर्वाधिक वर्षा दर्ज की जाती है –
JSA Serology-2019(Rajasthan Gk) -
- (अ) नाथद्वारा
- (ब) मा. आबु
- (स) प्रतापगढ़
- (द) रावतभाटा
उत्तर : मा. आबु
व्याख्या :
राजस्थान का सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान – माउण्ट आबु(120-140 सेमी.) है यहीं पर वर्षा के सर्वाधिक दिन(48 दिन) मिलते हैं।
- प्रश्न 140 उत्तर-पूर्वी राजस्थान की जलवायु है –
JSA Ballistic-2019(Rajasthan Gk) -
- (अ) अर्द्ध-शुष्क
- (ब) आर्द्र
- (स) उप-आर्द्र
- (द) अति-आर्द्र
उत्तर : अर्द्ध-शुष्क
व्याख्या :
उत्तर-पूर्वी राजस्थान की जलवायु अर्द्ध-शुष्क है। इसमें चुरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, द. बाड़मेर, बालोतरा, जोधपुर व बीकानेर का पूर्वी भाग तथा पाली, जालौर, सीकर,नागौर, डीडवाना कुचामन व झुझुनू का पश्चिमी भाग शामिल है।
- प्रश्न 141 थोर्नट्वेट के वर्गीकरण के अनुसार निम्न में से कौन-सी ऊष्णकटिबन्धीय मरूस्थलीय जलवायु को दर्शाता है –
Junior Instructor(fitter) -
- (अ) DB′W
- (ब) EA′d
- (स) DA′w
- (द) CA′w
उत्तर : EA′d
व्याख्या :
थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।- CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
- DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
- DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
- EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
- प्रश्न 142 राजस्थान के चूरू जिले में कोपेन वर्गीकरण के अनुसार किस प्रकार की जलवायु स्थित है –
Junior Instructor(fitter) -
- (अ) Aw
- (ब) Bwhw
- (स) Cwg
- (द) Amw
उत्तर : Bwhw
व्याख्या :
जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
- प्रश्न 143 30 वर्ष से अधिक समयावधी की औसत वायुमण्डलीय दशाओं को कहते हैं –
Junior Instructor(fitter) -
- (अ) मौसम
- (ब) जलवायु
- (स) ऋतु
- (द) चक्रवात
उत्तर : जलवायु
व्याख्या :
किसी भू-भाग पर लंबी अवधि (30 वर्ष से अधिक) के दौरान विभिन्न समूहों में विविध मौसमों की औसत अवस्था उस भू- भाग की जलवायु कहलाती है।
- प्रश्न 144 सूखा सम्भावित क्षेत्र कार्यक्रम कब लागू किया गया –
Junior Instructor(copa) -
- (अ) 1974-75
- (ब) 1977-78
- (स) 1985-86
- (द) 1966-67
उत्तर : 1974-75
व्याख्या :
सूखा संभावित क्षेत्र विकास कार्यक्रम चौथी पंचवर्षीय योजना (1969-74) के दौरान शुरू किया गया था।
- प्रश्न 145 निम्न में से किस प्रदेश में स्टेपी प्रकार की वनस्पति पायी जाती है –
Junior Instructor(copa) -
- (अ) शुष्क
- (ब) अर्द्ध शुष्क
- (स) आर्द्र
- (द) उप-आर्द्र
उत्तर : अर्द्ध शुष्क
व्याख्या :
अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश में स्टेपी प्रकार की वनस्पति व घास के मैदान पाये जाते है। इस क्षेत्र में राजस्थान के बाड़मेर, जालौर, जोधपुर, नागौर, चूरू, सीकर, झुंझुनू और हनुमानगढ़ जिले शामिल हैं।
- प्रश्न 146 थोर्नट्वेट वर्गीकरण के अनुसार निम्नलिखित में से कौन-सा बांसवाड़ा व डूंगरपुर की जलवायु को दर्शाता है –
Junior Instructor(Eco. Investigator) -
- (अ) EA′d
- (ब) CA′w
- (स) DB′W
- (द) DA′w
उत्तर : CA′w
व्याख्या :
थार्नवेट ने जलवायु वर्गीकरण के लिए वाष्पोत्सर्जन, वनस्पति, वाष्पीकरण मात्रा, वर्षा व तापमान को आधार लिया। राजस्थान में थार्नवेट का जलवायु वर्गीकरण अधिक मान्य है।- CA’w या उपआर्द्र जलवायु प्रदेश
- DA’ w या उष्ण आर्द्र जलवायु प्रदेश
- DB’w या अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
- EA’d या उष्ण शुष्क कटिबन्धीय मरुस्थलीय जलवायु
- प्रश्न 147 निम्नलिखित में से कौन-सा Bshw प्रकार की जलवायु दर्शाता है –
Junior Instructor(Eco. Investigator) -
- (अ) जालौर
- (ब) गंगानगर
- (स) बीकानेर
- (द) डूंगरपुर
उत्तर : जालौर
व्याख्या :
जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
- प्रश्न 148 कोपेन वर्गीकरण के अनुसार जैसलमेर व बीकानेर के पश्चिमी भागों में निम्नलिखित में से किस प्रकार की जलवायु है –
Junior Instructor(electrician) -
- (अ) Bwhw
- (ब) Cwg
- (स) Aw
- (द) Bshw
उत्तर : Bwhw
व्याख्या :
जर्मन मौसमवेत्ता व्लादिमिर कोपेन ने जलवायु प्रदेशो के निर्धारण के लिए चार चरों – वार्षिक एवं मासिक औसत तापमान, वार्षिक एवं मासिक वर्षा,तथा वनस्पति का प्रयोग किया।- Aw उष्ण कटिबंधीय आर्द्र जलवायु प्रदेश
- Bshw अर्द्ध शुष्क कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Bwhw उष्ण कटिबंधीय शुष्क जलवायु प्रदेश
- Cwg उप आर्द्र जलवायु प्रदेश
- प्रश्न 149 निम्नलिखित जिलों में से किस जिले में अधिकतम वर्षा होती है –
Junior Instructor(electrician) -
- (अ) जोधपुर
- (ब) अजमेर
- (स) बीकानेर
- (द) सीकर
उत्तर : अजमेर
व्याख्या :
उपरोक्त जिलों में अजमेर में अधिकतम वर्षा होती है। अजमेर उपआर्द्र जलवायु प्रदेश में आता है।
- प्रश्न 150 राजस्थान में शुष्कतम जिला कौनसा है –
JSA Toxicology-2019(Rajasthan Gk) -
- (अ) जोधपुर
- (ब) जैसलमेर
- (स) बाड़मेर
- (द) बीकानेर
उत्तर : जैसलमेर
व्याख्या :
राजस्थान का सबसे शुष्क जिला जैसलमेर है, लेकिन सबसे शुष्क स्थान फलोदी है।
- राजस्थान की जलवायु PART 4 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs
- राजस्थान की जलवायु PART 4 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs
- राजस्थान की जलवायु PART 3 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs
- राजस्थान की जलवायु PART 2 | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs
- राजस्थान की जलवायु | CLIMATE OF RAJASTHAN RPSC PYQs और MCQs
RPSC परीक्षा के लिए तैयारी के सुझाव
- NCERT पुस्तकें पढ़ें: कक्षा 6-12 तक की भूगोल की किताबों में राजस्थान की जलवायु से जुड़ी जानकारी है।
- पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र हल करें: RPSC के पुराने प्रश्न पत्रों को हल करके आप परीक्षा के पैटर्न को समझ सकते हैं।
- शॉर्ट नोट्स बनाएं: जलवायु की विशेषताओं और भौगोलिक क्षेत्रों के लिए छोटे नोट्स बनाकर रिवीजन करें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्रश्न 1: राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से किस प्रकार की है?
उत्तर: राजस्थान की जलवायु मुख्य रूप से शुष्क और अर्ध-शुष्क है।
प्रश्न 2: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है?
उत्तर: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में होती है।
प्रश्न 2: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है?
उत्तर: राजस्थान में सबसे अधिक वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में होती है।
निष्कर्ष
राजस्थान की जलवायु RPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में एक महत्वपूर्ण विषय है। इस विषय पर गहन अध्ययन और पिछले प्रश्न पत्रों का विश्लेषण आपको परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने में मदद करेगा।
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